क्राइम
मानव तस्करी और साइबर धोखाधड़ी का मामला, NIA ने लाओस की कंपनी के खिलाफ चार्जशीट दायर किया
आतंकवाद निरोधक जांच एजेंसी एनआईए ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय हाई-प्रोफाइल मानव तस्करी और साइबर धोखाधड़ी मामले में लाओस स्थित लॉन्ग शेंग कंपनी के सीईओ के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया है। आरोपी की पहचान सुदर्शन दराडे के रूप में हुई है। इसके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है।
एजेंसी ने उसे इस साल जून में मुंबई से गिरफ्तार किया था। दराडे को इस मामले में मुख्य अपराधी के रूप में आरोप पत्र में नामित किया गया है। वह इस मामले में आरोप पत्र में नामित छठा आरोपी है और जैरी जैकब और गॉडफ्रे अल्वारेस के बाद तीसरा आरोपी है।
दो विदेश नागरिक फरार
जांच एजेंसी के अनुसार दराडे के मोबाइल फोन से बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक डेटा बरामद हुआ है। दराडे ने एनआईए को एक अन्य वांछित आरोपी सनी गोंसाल्वेस के साथ-साथ विदेशी नागरिक निउ निउ और एल्विस डू के बारे में भी जानकारी दी है, जो अभी भी फरार हैं। एनआईए फरार लोगों के बारे में सुराग पाने के लिए जानकारी के आधार पर काम कर रही है।
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बात न मानने पर बंद कमरों में भूखा रखा गया
आरोप पत्र के अनुसार एनआईए ने पाया है कि लाओस पीडीआर के बोकेओ प्रांत में स्थित दराडे की कंपनी लॉन्ग शेंग नौकरी की पेशकश के बहाने बैंकॉक के रास्ते गोल्डन ट्राइंगल लाओस पीडीआर में युवाओं की तस्करी से संबंधित रैकेट में शामिल कराती थी जांच से पता चलता है कि तस्करी किए गए युवाओं द्वारा गोल्डन ट्राइंगल में साइबर धोखाधड़ी में शामिल होने से इन्कार करने पर उन्हें बंद कमरों में भूखा रखा गया और कोड़ों से पीटा गया।
बिजली के झटके भी दिए गए
कुछ युवाओं को सोशल मीडिया पर संभावित पीड़ितों से दोस्ती करने के टारगेट को पूरा करने में विफल रहने पर बिजली के झटके भी दिए गए। एनआईए रैकेट में शामिल अन्य लोगों के बारे में और जानकारी जुटाने के लिए पहचाने गए/बचाए गए पीड़ितों के साथ लगातार संपर्क में है और रोजगार के लिए असत्यापित अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ जुड़ने के खतरों के बारे में युवाओं में जागरूकता भी फैला रही है।