नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन को लेकर स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग द्वारा शेयर किए गए टूलकिट को लेकर पहली गिरफ्तारी हुई है। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने बेंगलुरु से 21 साल की जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि को गिरफ्तार किया है। बेंगलुरु के एक निजी कॉलेज में बीबीए की छात्रा दिशा रवि, फ्राइडे फॉर फ्यूचर इंडिया (FFF) के संस्थापकों में एक हैं। यह संगठन अगस्त 2018 में थनबर्ग द्वारा शुरू किए गए वैश्विक जलवायु आंदोलन का हिस्सा है।
मैसूरु के एथलेटिक्स ट्रेनर की बेटी रवि एक बेंगलुरु की कंपनी, गुड माइल्क के साथ जुड़ी हुई हैं। शनिवार शाम को एबिगेरे में उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया और मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के लिए राजधानी बेंगलुरु ले जाया गया। उन्हें पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा दिया गया है। दिशा को जलवायु कार्यकर्ता बनने की प्रेरणा अपने दादा-दादी मिली, जो किसान हैं और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से जूझ रहे हैं। वह हर शुक्रवार को शहर के किसी हिस्से में जलवायु परिवर्तान को लेकर प्रदर्शन करती हैं।
क्या है आरोप
बेंगलुरु पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, 4 फरवरी को, दिल्ली पुलिस साइबर क्राइम सेल ने टूलकिट मामले में देश के खिलाफ साजिश रचने, हिंसा भड़काने और नफरत फैलाने को लेकर पहला केस दर्ज किया। प्रारंभिक जांच में दावा किया गया कि टूलकिट ‘खालिस्तानी समर्थक’ संगठन पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन ने तैयार किया था। दिशा का मोबाइल फोन व लैपटॉप जब्त कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार उन्होंने टूलकिट में कई बदलाव किए और सोशल मीडिया पर इसे कुछ ग्रुप्स में शेयर किया था। उन्होंने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर डॉक्यूमेंट बनाया था।
दिशा रवि मामले में एक कड़ी
पुलिस के अनुसार टूलकिट में दिल्ली में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर किसानों के ट्रैक्टर परेड को लेकर भी जानकारी थी। इसमें 26 जनवरी हिंसा को लेकर साइबर स्ट्राइक बात थी। अधिकारियों का कहना है कि दिशा रवि मामले में एक कड़ी है। पूछताछ चल रही है, प्रारंभिक पूछताछ में उन्होंने बताया कि उन्होंने टूलकिट में कुछ ए़डिट किया। कुछ चीजों को इसमें जोड़ा और उन्हें आगे फॉरवर्ड कर दिया।
देशद्रोह, आपराधिक साजिश और नफरत फैलाने के आरोप में केस दर्ज
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऑपरेशन में उसके सोशल मीडिया हैंडल को ट्रैक करना शामिल था। रवि ने ‘टूलकिट’ का प्रचार करके कानून का उल्लंघन किया। उनके खिलाफ देशद्रोह, आपराधिक साजिश और नफरत फैलाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
ट्विटर विवाद
तीन फरवरी को, ग्रेटा थनबर्ग ने एक ट्वीट किया जिसमें, उन्होंने किसानों के विरोध पर अपना समर्थन व्यक्त करते हुए एक टूलकिट शेयर किया। टूलकिट 26 जनवरी की ट्रैक्टर रैली पर केंद्रित थी, जो हिंसक हो गई। इसके बाद उन्होंने ट्वीट को डिलीट कर दिया और एक नया ट्वीट किया। ग्रेटा थनबर्ग के ट्वीट से पहले, अमेरिकन पॉप स्टार रिहाना ने किसान के विरोध के बारे में एक लेख ट्वीट किया, ‘हम इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं?’ इस ट्वीट ने किसान के प्रदर्शन पर देश-विदेश में ध्यान आकर्षित किया, जो नवंबर 2020 से चल रहा है।