कम नहीं हो रही Twitter की परेशानी, अब उत्तर प्रदेश और दिल्ली में केस दर्ज

कम नहीं हो रही Twitter की परेशानी, अब उत्तर प्रदेश और दिल्ली में केस दर्ज

The420.in
3 Min Read

इंटरमीडियरी दर्जा छीनने के बाद भारत में ट्विटर की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट के खिलाफ दो नए मामले दर्ज किए गए हैं। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) की शिकायत पर पोक्सो अधिनियम की कई गंभीर धाराओं के तहत ट्विटर इंक और ट्विटर कम्युनिकेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

उधर, बुलंदशहर में बजरंग दल के नेता की शिकायत पर यूपी पुलिस ने ट्विटर के खिलाफ अलग से प्राथमिकी दर्ज की है। भारत के नक्शे से छेड़छाड़ को लेकर दर्ज की गई शिकायत में ट्विटर इंडिया के प्रमुख मनीष माहेश्वरी और न्यूज पार्टनरशिप की प्रमुख अमृता त्रिपाठी का नाम है। प्रवीण भाटी ने खुर्जा कोतवाली नगर थाने में मामला दर्ज कराया है। उन्होंने ट्विटर पर भारत के नक्शे से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को बाहर दिखाए जाने को लेकर शिकायक की है। पुलिस को दी गई तहरीर में उन्होंने कहा कि इस कृत्य से जनमानस की भावनाएं आहत हुई हैं।

दिल्ली पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि ट्विटर पर बाल यौन शोषण और बच्चों से जुड़ी अश्लील सामग्री न हटाने के संबंध में एनसीपीसीआर से प्राप्त एक शिकायत पर कार्रवाई करते हुए साइबर अपराध इकाई द्वारा आईपीसी, आईटी अधिनियम और पॉक्सो अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले की जांच जारी है

शिकायत में कहा गया है कि जांच करने और माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर बाल अश्लील सामग्री (सीएसएएम) मिलने के बाद, एनसीपीसीआर ने दिल्ली पुलिस को यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम, धारा 199/292 की धारा 11/15/19 के तहत ट्विटर इंडिया के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया। आयोग ने बच्चों से जुड़ी अश्लील सामग्री नहीं हटाने का आरोप लगाते हुए 29 मई को ट्विटर के खिलाफ दिल्ली पुलिस को शिकायत दी थी।

इससे पहले 25 जून को एनसीपीसीआर ने दिल्ली पुलिस को एक पत्र लिखकर जांच के दौरान गलत जानकारी देने और सहयोग नहीं करने पर ट्विटर के खिलाफ उनके द्वारा की गई कार्रवाई पर रिपोर्ट मांगी थी। एनसीपीसीआर ने तीन दिनों के भीतर पुलिस से रिपोर्ट भी मांगी है।

ट्विटर के खिलाफ बाल आयोग द्वारा प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद दिल्ली पुलिस द्वारा रिपोर्ट उपलब्ध कराने में विफल रहने के बाद एनसीपीसीआर की ओर से यह मांग की गई है। एनसीपीसीआर ने पहले सोशल मीडिया पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी और बाल कल्याण से संबंधित अन्य मामलों से संबंधित कुछ लिंक के बारे में ट्विटर से जवाब मांगा था, जिसे ट्विटर ने अस्वीकार कर दिया था।

Follow The420.in on FacebookTwitterLinkedInInstagramYouTube & Telegram

Stay Connected

Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *