क्राइम
दुनिया का सबसे खतरनाक सीरियल किलर : खूबसूरत लड़कियों की हत्या कर निशानी के लिए रख लेता था कटा हुआ सिर
दुनिया में जब कभी सबसे हैरतअंगेज और हैरान कर देने वाले सीरियल किलर की बात होती है यह केस शायद सबसे पहले नंबर पर आता है। एक ऐसा सीरियल किलर जो सिर्फ 12 से 22 साल की स्कूल या कॉलेज जाने वाली लड़कियों को ही अगवा करता था। इसके बाद लड़कियों को अपने पास 4 से 5 दिन तक रखकर दुष्कर्म करता था। जब उसका मन भर जाता था तब उसकी हत्या करने के बाद शरीर के हर हिस्से को अलग-अलग कर देता था। इस शख्स ने 5 साल के भीतर ही 30 से ज्यादा लड़कियों को अगवा करके दुष्कर्म और फिर हत्या कर दी थी।
निशानी के तौर पर इसलिए रखता था कटा हुआ सिर
लड़की के साथ दुष्कर्म के बाद शरीर के सभी हिस्सों को अलग करके सिर को अपने पास रख लेता था और बाकी को नदी या नाले में फेंक देता था। हत्या के बाद किसी लड़की के सिर को तब तक अपने पास रखता था जब तक कि दूसरी लड़की को फिर अगवा नहीं कर लेता था। यह सनसनीखेज और दिल दहला देने वाला सिरियल किलर अमेरिका में पूरे 5 साल तक पुलिस के सिरदर्द बना रहा था।
कभी स्कूल में फिजिकल फिटनेस ट्रेनर था टेड बंडी
दिल दहला देने वाली घटनाओं को अंजाम देने वाले सिरियल किलर का नाम है टेड बंडी (Ted Bundy)। यह अमेरिका के कई शहरों के लिए 1970 के दशक में खौफ का पर्याय बन चुका था। आलम यह था कि अगर कभी पुलिस की पकड़ में भी आ जाता था तो चकमा देकर बच जाता था। दो बार तो वह पुलिस हिरासत से भाग गया था। टेड बंडी पेशे से फिजिकल फिटनेस ट्रेनर हुआ करता था। उसी दौरान उसे स्कूल की लड़कियों के प्रति ऐसा आकर्षण हो गया था कि वह सीरियल किलर बन गया।
सबसे पहले इसने फरवरी 1973 में अमेरिका के सिएटल शहर में पढ़ने वाली 21 वर्षीय लिंडा हेली को अगवा कर लिया था। इसके बाद उसे कुछ दिनों तक अपने पास रखा और फिर दुष्कर्म किया था। इसके बाद लिंडा के शरीर को काट-काटकर अलग कर लिया था। शरीर के कई टुकड़े करने के बाद कई सिर को अपने पास रख लिया था। इसके अहले महीने ही 19 वर्षीय डोना समेत अन्य लड़कियों को टारगेट करने लगा था।
बेड पर अपनी डमी छोड़ खिड़की तोड़ भागा
करीब 5 साल तक 30 से ज्यादा लड़कियों को अपहरण के बाद रात में चेकिंग के दौरान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद जिस जेल में उसे डाला गया था उसी की छत को ही काटकर वह भाग निकला था। जेल की बैरक में किसी को शक न हो इसलिए अपनी किताबों और कपड़ों को कंबल में इस तरह से छुपाया जिससे बाहर से चेकिंग करने वाले लोगों को लगे कि आरोपी टेड बंडी सो रहा है। कई घंटे बाद जब उसके भागने का पता चला तब फिर से तलाश शुरू की गई। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर 24 जनवरी 1989 को टेड बंडी को फांसी की सजा सुनाई गई थी। मगर फांसी देने के लिए रस्सी नहीं बल्कि दोषी टेड बंडी को कुर्सी पर बैठाकर करंट दे दिया गया था जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई थी