क्राइम
सावधान! लोन दिलाने के नाम पर ठगी, मास्टर माइंड महिला समेत आठ लोग गिरफ्तार
UP एसटीएफ ने इंडियाबुल्स कंज्यूमर फाइनेंस (Indiabulls Consumer Finance) में ऑनलाइन लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले आठ लोगों को नोएडा से अरेस्ट किया गया है। ये आरोपी लोगों को झांसा देकर व्हाट्सएप के जरिए डिजिटल दस्तावेज भेजकर ऑनलाइन ठगी करते थे। पिछले 6 महीनों में आरोपियों ने 20 फर्जी बैंक अकाउंट और 20 UPI account का इस्तेमाल कर 300 से भी अधिक लोगों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है।
शातिर ठगों का नाम
एसटीएफ ने प्रिया शुक्ला, छाया सिंह, आंचल चैधरी पुत्री, सुलेखा, अंकित, सोनू उर्फ, अर्चना प्रजापति, शिवानी को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 35 मोबाइल फोन, 17 एटीएम कार्ड/ क्रेडिट कार्ड, 3 लैपटॉप, 2 टैबलेट, 13 प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड, 1 निर्वाचन कार्ड, 1 डीएल, 4 आधार कार्ड, 13 हिसाब किताब के रजिस्टर, 11,190 रुपये नगद, 1 स्विफ्ट डिजायर कार, 75 दस्तावेज और वर्क फर्जी, 1 लाख से भी ज्यादा कस्टमर का डेटा बरामद किया गया है।
एसटीएफ उत्तर प्रदेश को काफी समय से Online लोन दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले संगठित गिरोहों के एक्टिव होने जानकारी मिल रही थी। इस पर एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए नोएडा से महिलाओं सहित 8 लोगों को अरेस्ट किया गया है।
कैसे होती थी ठगी
पूछताछ मे गिरोह की मास्टरमाइंड छाया सिंह ने एसटीएफ को बताया कि वह 2020 से शंकर शर्मा के आफिस में बैकेंड का काम देखती थी, वहीं उनकी मुलाकात अंकित, सोनू, प्रिया,अंकिता, आंचल, सुलेखा, शिवानी से हुई। ये लोग लोगों को इंडियाबुल्स कंज्यूमर फाइनेंस, धनी ऐप (INDIABULLS CONSUMER FINANCE, Dhani app) के जरिए ऑनलाइन लोन दिलाने का भरोसा देकर दस्तावेज भेजकर कर फर्जी बैंक खातों में रूपये ट्रांसफर करके उनके साथ ठगी करते थे।
अधिक रुपये कमाने के लालच में अगस्त 2023 आरोपियों ने उल्लास कुमार गोस्वामी की फर्जी आईडी और रेंट एग्रीमेंट बनवाकर अपना खुद का आफिस खोलकर धोखाधड़ी का काम शुरू कर दिया। इस काम को करने के लिए वे रजत नाम के साफ्टवेयर इंजीनियर से सभी कस्टमर का डेटा प्राप्त करते थे, जो रजत को Justdial व अन्य Social Media Platforms से मिलता था। इसके बाद उस डेटा पर वे कॉल करके लोगों को बताते थे कि ‘मैं INDIABULLS CONSUMER FINANCE में मैनेजर हूं, आपका लोन फाइनल हो जायेगा लेकिन रजिस्ट्रेशन के लिए आपको सिर्फ रू 4500/ ऑनलाइन भेजने होंगे। इसके बाद आपको एक Approval Latter आयेगा, इसके बाद वे INDIABULLS CONSUMER FINANCE का फर्जी ID Card WhatsApp के माध्यम से भेज दिया जाता था।
कस्टमर जब पेमेंट कर देता था तो वे लोग Whatsapp पर उन्हें Loan Approval Letter भेजकर बताते हैं कि आपको ईसीएस के लिए लोन के अनुसार रूपया भेजना पडेगा, जिसमें से 250 रुपये कट जायेगा। आपके द्वारा जमा किया गया शेष रकम लोन के साथ ही रिफंड कर दिया जाएगा। इस पर विश्वास करके लोगों द्वारा पेमेंट कर दिया जाता है और उनके Whatsapp के जरिए अमाउंट रिसीविंग लेटर (Amount Receiving Latter) भेज दिया जाता था।
फिर लोन अमाउंट (Loan amount) का 18 प्रतिशत जीएसटी PAY करने की बात की जाती है। कस्टमर से वे कहते थे कि ‘हम उस बैंक से बोल रहे है जहां से आपका लोन फाइनल हो रहा है जिससे कस्टमर को विश्वास हो जाये। जब कस्टमर जीएसटी PAY कर देता है तो उसे कन्फर्मेशन लेटर (Confirmation Latter), WhatsApp के माध्यम से भेज दिया जता है। इसके साथ ही बताया जाता है कि आपको लोन पर इंश्योरेंस कराना पड़ेगा आदि तरीकों से ठगी की जाती है।