क्राइम
साइबर ठगी में माहिर जामताड़ा के ठगों को लूट रहा ये गैंग, दरवाजा खोलते ही बन जाते हैं इनका शिकार, जानें कैसे
झारखड़ को छोड़कर दूसरे राज्यों में रहने वाले ज्यादातर लोग वहां के किसी जिले का नाम जानते हो या न जानते हो, लेकिन वहां स्थित जामताड़ा (Jamtara) का नाम सुनते ही सभी के कान खड़े हो जाते हैं। इसकी वजह यहां ज्यादातर युवाओं द्वारा फर्जी कॉल सेंटर खोलकर साइबर क्राइम को अंजाम देना है। इतना ही नहीं जामताड़ा में फैले ठगी के नेटवर्क को लेकर फिल्म भी बन चुकी हैं, लेकिन इन दिनों दूसरों के साथ साइबर ठगी करने वाले लोग खुद ठगों का शिकार हो रहे हैं।
इसकी वजह एक गिरोह द्वारा नकली साइबर पुलिस बनकर आए दिन घरों में डकैती डालना है। इसके एक या दो नहीं कई मामले सामने आ चुके हैं। लगातार बढ़ रही घटनाओं को लेकर जामताड़ा थाना पुलिस भी अलर्ट होकर इस तरह के गिरोह का पता लगाने जुटी है।
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दरअसल, जामताड़ा के नारयणपुर थाना क्षेत्र में ही नकली साइबर पुलिस बनकर देर रात डकैती डालने के 4 से ज्यादा शिकायतें आ चुकी हैं।
आरोपी देर रात घरों में पुलिस बनकर एंट्री कर लोगों के साथ मारपीट करते हैं। इसके साथ ही घर में रखी नगदी, गहने और कीमती सामान पर हाथ साफ कर जाते हैं। देश भर में ठगी करने वाले जामताड़ा में जब लोगों के साथ लूट और डकैती की घटना शुरू हुई तो वहां की पुलिस में भी हलकान मच गया। पुलिस लगातार इस गिरोह का पता लगाने में जुट गई है।
जिनके घरों में पड़ी डकैती उनकी भी हो रही जांच
वहीं बता दें जामताड़ा के अलग अलग क्षेत्रों में करीब दर्जन भर से ज्यादा घरों में साइबर पुलिस बताकर लूट और डकैती डाली गई। जिसके बाद आरोपी किसी घर से 5 लाख रुपये नगदी और गहने तो किसी से 7 लाख, साढ़े तीन लाख व जेवर लेकर फरार हो गये।
जिले की नारायणपुर थाना पुलिस ने शिकायत मिलते ही छानबीन शुरू कर दी है। इसके साथ ही पुलिस जिन-जिन के यहां फर्जी साइबर पुलिस बनकर डकैती डाली गई है। उनकी भी साइबर अपराध में संलिप्तता की जांच पड़ताल में जुट गई है।
लोगों के घरों में ऐसे एंट्री कर रही फर्जी साइबर सेल पुलिस
लोगों की मानें तो घरों में लूट और डकैती करने वाला गिरोह खुद को साइबर पुलिस बताता है। इस गिरोह के लोग देर रात घरों का दरवाजा खटखटाते हैं। पूछने पर बताते हैं कि हम साइबर सेल पुलिस हैं। दरवाजा खुलते ही आरोपी घर में दाखिल हो जाते हैं। इसके बाद आरोपी हथियारों के बल पर घर में मारपीट और डकैती की वारदात को अंजाम देते हैं।
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इतना ही नहीं आरोपी परिवार को कमरे में बंद कर घर में रखी नगदी, गहने व अन्य कीमती सामान लूटकर फरार हो जाते हैं। वहीं लगातार पुलिस के पास इस तरह की शिकायत आने पर जांच शुरू की गई। वहीं दावा किया जा रहा है कि जिन लोगों के घरों में फर्जी साइबर पुलिस बनकर डकैती और लूट की वारदात को अंजाम दिया गया है। उनमें ज्यादातर लोग साइबर अपराध में संलिप्त है। ऐसे में पुलिस सभी पुराने रिकॉर्ड खंगालने में जुट गई है।
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