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पाकिस्तान से आए 500 रुपये के नकली नोट को साधारण मशीन भी नहीं पहचान पा रही, रहें अलर्ट, सिर्फ 1 नंबर से ही असली-नकली की हो रही पहचान, जानें कैसे
आप असली और नकली नोट (Fake Currency) पहचानने के चाहे जितने तरीके जानते हों लेकिन इस नोट को सिर्फ देखकर आप पहचान नहीं पाएंगे। यकीन मानिए पहली बार में आपकी आंखों को 100 प्रतिशत धोखा खाना तय है। क्योंकि इस नकली नोट को एक बार में मशीन भी नहीं पहचान पा रही है। असली और नकली नोट में अंतर करने वाले वे सभी खास फीचर मिल रहे हैं। इस वजह से कई साल से नकली नोटों को पकड़ने वाले पुलिस अधिकारी भी अभी तक नकली नोटों को सिर्फ देखकर अंतर नहीं कर पाए हैं।
ऐसे में कोई भी आम व्यक्ति सिर्फ देखकर इन नकली नोटों की पहचान शायद ही कर सकता है। इसलिए The420.in की रिसर्च टीम ने नकली नोट के फोटो सैंपल को लेकर उसी सीरीज के असली नोटों का कई घंटों तक जांच की। तब जाकर आंखों से देखकर असली और नकली में पहचान करने के सिर्फ एक दो तरीके ही मिल पाए। इनमें भी एक खास नंबर मिला जिसे ज्यादा अहम माना जा रहा है। हम आपको अब तक के सबसे हाई क्वॉलिटी के नकली नोट को भी पहचानने के तरीके के बारे में समझाएंगे जिससे आपके साथ कोई जालसाजी नहीं कर सके। दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों में ऐसे नकली नोटों की सप्लाई करने वाले दो बड़े तस्करों को हाल में ही यूपी एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (UP ATS) ने गिरफ्तार किया था। इन दोनों ने पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
दिल्ली-एनसीआर में नकली नोटों की हो चुकी है सप्लाई
यूपी एटीएस ने दिल्ली से नोएडा यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते लखनऊ जाने वाले रूट पर हाल में ही दो तस्करों को गिरफ्तार किया था। दोनों तस्करों की पहचान तहसीन खान और वसीम खान के रूप में हुई। दोनों इससे पहले भी नकली नोटों की तस्करी में दोनों जेल जा चुके हैं। दोनों तस्कर पहले भारत में स्कैनिंग और फिर कलर प्रिंटिंग कराकर नकली नोटों की सप्लाई करते थे। जिसे आसानी से कोई भी पहचान सकता था। इसके बाद छपाई वाले नकली नोट की सप्लाई में लगे लेकिन उसकी क्वॉलिटी अच्छी नहीं थी। जिस वजह से लोग आसानी से लोग पहचान जाते थे। लेकिन इस बार दोनों के कब्जे से बरामद हुए करीब 6 लाख रुपये को देखकर कोई भी आसानी से पहचान ही नहीं पाया कि ये असली नहीं बल्कि नकली नोट हैं। सभी नोट 500-500 रुपये के मिले हैं। बरामद हुए नोटों के अलावा ऐसे नोटों को ये गैंग काफी मात्रा में दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई कर चुका है।
पाकिस्तान में नकली नोटों की हो रही प्रिंटिंग
यूपी एटीएस के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि इन नकली नोटों की पाकिस्तान में बकायदा प्रिंटिंग प्रेस में छपाई हो रही है। जिस तरह के नकली नोट मिले हैं उससे साफ पता चलता है कि पाकिस्तान में काफी बड़े स्तर पर रिसर्च करने के बाद करंसी वाले नोट पर ही प्रिंटिंग की जा रही है। जिस वजह से नकली नोटों को कोई भी देखकर नहीं पहचान सकता है। दरअसल, ये नोट सबसे High Quality वाले हैं। सीनियर अधिकारी ने बताया कि ये नोट पाकिस्तान से बांग्लादेश के रास्ते इंडिया में पहुंच रहे हैं। इंडिया में पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के कलियाचक बॉर्डर से भी अवैध तरीके से नकली नोट आ रहे हैं। जहां सदर अली और उसकी बीवी मुमताज बेगम मिलकर तस्करी के रैकेट को चला रहे हैँ। इन दोनों के बारे में पकड़े गए नकली नोटों के सप्लायरों ने जानकारी दी है। जिनके बारे में यूपी एटीएस की टीम पता लगा रही है। बताया जा रहा है कि पिछले काफी समय से ये नकली नोटों की सप्लाई कर रहे हैं। जिसकी वजह से भारत की मुद्रा को काफी नुकसान हो रहा है।
इस नकली नोट को सिर्फ इसी तरीके से कर सकते हैं पहचान
ये है असली नोट (नीचे)
500-500 रुपये के इन दो नोटों को ध्यान से देखिए। इन दोनों नोटों को अगर आप हाथ में लेकर भी देखेंगे तो कोई अंतर नहीं दिखेगा। नकली नोट पहचानने के जो मुख्य फीचर होते है, वो सभी फीचर इस नकली नोट में भी हैं। जैसे लाइट में असली नोट को ले जाने पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का वॉटरमार्क दिखता है ठीक वैसे ही नकली नोट में भी वॉटर मार्क है। इसी तरह 500 नंबर का वॉटरमार्क भी हल्का दिख रहा है। यानी नकली नोट में ये सबकुछ भी वैसे ही दिख रहा है जैसे असली नोट में है। इसके अलावा 500 के असली नोट में जो चमकदार लाइन (सिक्योरिटी थ्रेड) दिखती है उसे ऊपर-नीचे करीब 45 डिग्री करके देखने पर उसका रंग बदलने लगता है। हरे रंग से नीला दिखने लगता है। ठीक उसी तरह से नकली नोट में भी ये फीचर है। जिस स्थान पर खुरदुरे 500 रुपये अंकित रहता है वैसा ही मार्क नकली नोट में भी है। यानी ऐसे इसे नकली नोट को पहचान पाना बहुत ही मुश्किल है।
आप इन नकली नोट को ऐसे पहचानें
- सबसे पहले अभी जो इंडिया में नकली नोटों की खेप आई है वो 500 रुपये वाली 2017 सीरीज की है।
- इसलिए अगर आपको 2017 सीरीज वाले 500 के नोट मिले तो एक बार जरूर चेक करिए।
- नकली नोट की जांच में पता चला है कि इन पर हुई टाइपिंग में असली नोट जैसी समानता नहीं है।
- असली नोट की तुलना में नकली नोट पर अंकों व शब्दों की टाइपिंग थोड़ी आड़ी-तिरक्षी है।
- सबसे खास बात जिनसे आप भी नकली नोट को पहचान सकते हैं, वो है सीरीज नंबर की टाइपिंग।
- असली नोट में सीरीज नंबर बाएं से दाएं (Left to Right) की तरफ बढ़ते क्रम में है।
- यानी पहले नंबर से दूसरा नंबर थोड़ा बड़ा है और इसी तरह आखिरी नंबर सबसे बड़ा है।
- किसी भी नंबर में कोई समानता नहीं है लेकिन नकली नोट में आखिरी से ठीक पहले वाले 2 डिजिट लगभग समान हैं। जैसे नकली नोट वाले फोटो में 887024 में 02 का साइज लगभग समान है।
- इसके अलावा 2017 वाली सीरीज के नोट में उस समय के RBI गर्वनर उर्जित पटेल का हिंदी में सिग्नेचर भी समान नहीं है।
- असली नोट में सिक्योरिटी थ्रेड से सिग्नेचर पूरी तरह से टच हो रहा है लेकिन नकली नोट में ऐसा नहीं है। हालांकि, बाकी सबकुछ समान है।