Cyber Crime
छत्तीसगढ़: साइबर ठगों पर कसेगी नकेल, व्हाट्सएप पर बनेगा पुलिसकर्मियों और बैंककर्मियों का ग्रुप
रायपुर। साइबर अपराध का बढ़ता ग्राफ चुनौती बन गया है। शातिर अपराधी नए-नए तरीके से लोगों को झांसे में लेकर ठगी कर रहे हैं। इनपर नकेल कसने के लिए छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में पुलिस और बैंक साथ आए हैं। इसके लिए पुलिसकर्मियों और बैंककर्मियों का साझा व्हाट्सएप ग्रुप बनाने का फैसला लिया गया है। बता दें कि इस ग्रुप में जिले के सभी बैंक और पुलिस के अधिकारी जुड़े होंगे। यह व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, ताकि जिले में साइबर ठगी की घटना होने पर बैंककर्मियों के ग्रुप में ठग और पीड़ित की जानकारी डालकर दोनों का एकाउंट ब्लॉक करवाया जा सके। इसके बाद तत्काल पुलिस द्वारा रकम रिकवर करने की प्रक्रिया शुरू की जा सके।
सिविल लाइन स्थित कंट्रोल रूम में एसएसपी के निर्देश पर मंगलवार को यह बैठक बुलाई गई थी। इसमे बैंक के सभी बड़े अधिकारी शामिल हुए । बैठक के दौरान एएसपी सिटी ने बैंक अधिकारियों को अपनी संस्थान की सुरक्षा बढ़ाने, सीसीटीवी समेत अलार्म सिस्टम समय-समय पर जांच करने, लोगों को जागरूक करने और पुलिस को समय रहते सूचित करने के निर्देश दिए ।
इस दौरान बैंक के सभी अधिकारियों ने लोगों और पुलिस की मदद करने का आश्वासन दिया। बैठक में सीएसपी सिविल लाइन नसर सिद्दकी, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस विधानसभा राहुल देव शर्मा, साइबर सेल प्रभारी रमाकांत साहू समेत अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
अनजान लोगों को बैंक संबंधी जानकारी देने से बचना चाहिए
साइबर एक्सपर्ट मोहित साहू ने इस दौरान बताया कि अनजान लोगों को बैंक संबंधी जानकारी देने से बचना चाहिए। ठगी के शिकार होने पर सबसे पहले एकाउंट ब्लॉक करवाना चाहिए, ताकि ठग पैसा न निकाल सकें।
ठगी होने पर क्या करें :
– पैसा निकलने पर सबसे पहले एकाउंट ब्लॉक करवाएं।
– नजदीक के थाने में सूचना दें।
– निकटम थाने के अलावा साइबर सेल को आवेदन की कॉपी दें।
– अनजान लोगों की जानकारी देने से बचें।
बैंकों के लिए दिशा निर्देश :
– उपभोक्ताओं को ठगी से अवगत कराएं।
– बैंक में स्पष्ट विजलिटी वाले कैमरों को लगाएं।
– बैंक की सुरक्षा व्यवस्था की समय-समय पर जांच करें।