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क्राइम

उत्तर प्रदेश में नोएडा और गाजियाबाद में सबसे ज्यादा साइबर क्राइम; जानें-अन्य जिलों का हाल, तीन तरह से हो रही धोखाधड़ी

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उत्तर प्रदेश में नोएडा और गाजियाबाद में सबसे ज्यादा साइबर क्राइम; जानें- अन्य जिलों का हाल, तीन तरह से हो रही धोखाधड़ी

उत्तर प्रदेश में नोएडा और गाजियाबाद में सबसे ज्यादा साइबर क्राइम के मामले सामने आ रहे हैं। राज्य के साइबर अपराध से जुड़े 30 फीसद मामले इन दो जिलों से होते हैं। नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (NCCRP) के अनुसार, राज्य में साइबर अपराध की हर 100 शिकयातों में से कम से कम 30 शिकात होती हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जनवरी 2020 में साइबर अपराधों की रिपोर्टिंग के लिए एनसीसीआरपी पोर्टल लॉन्च किया था।

इस जुलाई के अंत तक, यूपी में साइबर अपराध की कुल 49 हजार 779 शिकायतें दर्ज की गई हैं। यूपी पुलिस साइबर सेल के डेटा से पता चलता है कि गाजियाबाद में सबसे अधिक 7,644 (15.36%) शिकायतें दर्ज की गई हैं। वहीं गौतमबुद्धनगर 7,633 (15.33%) शिकायतों के साथ दूसरे स्थान पर है। इसके बाद लखनऊ 5,600 (11.6%) है। कानपुर से 2,719 (5.5%), प्रयागराज से 1,900 (3.8%), वाराणसी से 1,700 (3.4%) और मेरठ (2.8%) से 1,400 शिकायतें दर्ज की गई हैं।

पुलिस के अनुसार जब से 155260 हेल्पलाइन को चालू हुआ, तब से यूपी से 4,000 से अधिक कॉल आ चुके हैं। सबसे ज्यादा शिकायतें गाजियाबाद से दर्ज कराई गई हैं। इसके बाद गौतमबुद्धनगर से। हेल्पलाइन की वजह से अब तक यूपी पुलिस ने करीब 75 लाख रुपये के फर्जी लेनदेन पर रोक लगाई है।

रिपोर्ट की जा रही 3 प्रकार की धोखाधड़ी
यूपी से पोर्टल और हेल्पलाइन पर प्राप्त होने वाली सबसे अधिक शिकायतें ऑनलाइन लेनदेन के माध्यम से वित्तीय धोखाधड़ी की हैं। पुलिस के अनुसार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से धोखाधड़ी से जुड़ी शिकायतें भी कम नहीं हैं। इसके बाद रैंसमवेयर अटैक और क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित धोखाधड़ी के मामले हैं।

लगभग 50% शिकायतें वित्तीय धोखाधड़ी की हैं। शिकायतकर्ताओं को विभिन्न कंपनियों और सरकारी एजेंसियों के प्रतिनिधि होने का बहाना करके कॉल करके ठगा जा रहा है। ठग शिकायतकर्ताओं से ओटीपी मांगकर या बाद में एक लिंक भेजकर धोखाधड़ी कर रहे हैं। यूपी पुलिस साइबर सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सोशल मीडिया पर निजी फोटो या वीडियो पोस्ट करने की धमकी के साथ ब्लैकमेल करना और शिकायतकर्ता के दोस्तों या सरकारी अधिकारियों की फर्जी आईडी बनाकर पैसे मांगना बहुत आम हो गया है। इसके अलावा, ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म पर धोखाधड़ी के मामले भी सामने आ रहे हैं। लोग कोई सामान ऑनलाइन खरीदते हैं लेकिन उसकी डिलीवरी नहीं होती। रैंसमवेयर अटैक और बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से धोखाधड़ी की भी सूचना मिली है।

गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर से सबसे ज्यादा शिकायतें सोशल मीडिया फ्रॉड की हैं। कुछ ‘हाई-टेक’ धोखाधड़ी के मामले भी सामने आए हैं, जिनमें रैंसमवेयर अटैक और क्रिप्टोकरेंसी में ट्रांजेक्शन भी शामिल हैं। यूपी के अन्य जिलों में बड़े पैमाने पर वित्तीय धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं।

ठगी होने पर तुरंत हेल्पलाइन पर कॉल करें: पुलिस
पुलिस के अनुसार यदि धोखाधड़ी के कारण किसी व्यक्ति को वित्तीय नुकसान हुआ है, तो उसे तुरंत हेल्पलाइन 155260 पर कॉल करना चाहिए और मामले की रिपोर्ट करनी चाहिए, ताकि पैसे की रिकवरी की जा सके।