क्राइम
मध्य प्रदेश: साइबर ठगी के लिए बैंक अकाउंट खरीदा-बेचा करती थी MBA की छात्रा, गिरफ्तार
मध्य प्रदेश में साइबर ठगी के लिए बैंक अकाउंट खरीदने-बेचने का मामला सामने आया है। यह खुलासा भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच की पड़ताल में हुआ है। टीम ने बैंक अकाउंट बेचने वाली एमबीए (MBA) की एक छात्रा को गिरफ्तार किया है। आरोपी छात्रा साइबर फ्रॉड के लिए बैंक अकाउंट मैनेज करती थी।
छात्रा स्कॉलरशिप के नाम पर अकाउंट खुलवाकर उसे साइबर अपराध करने के लिए खरीदा और बेचा करती थी। जब्त किए गए खातों में एक साल में 50-60 लाख रुपये का लेन-देन हुआ है। पुलिस ने उसके पास से 3 बैंक पासबुक, 3 चैक बुक, 22 एटीएम कार्ड, 1 मोबाइल फोन, 2 सिमकार्ड बरामद किए हैं। छात्रा से अकाउंट खरीदने वाले साइबर अपराधियों की तलाश की जा रही है।
कैसे हुआ मामले का खुलासा
भोपाल में रहने वाली नम्रता दुधानी ने साइबर क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी कि उनकी किरायेदार अंजलि ने स्कॉलरशिप की रकम खाते में मंगाने के लिए उसके खाते की जानकारी ली। कुछ दिनों बाद नम्रता को बैंक से सूचना मिली कि उसके खाते में हर रोज बहुत अधिक राशि का लेनदेन किया जा रहा है। इसकी जब जांच की गयी तो शिकायत सही निकली। नम्रता के खाते का अंजलि साइबर फ्रॉड के लिए इस्तेमाल कर रही थी।
अकाउंट की व्यवस्था करती थी अंजलि
आरोपी अंजलि एमबीए की छात्रा है। वह अपने हाईफाई लिविंग स्टैंडर के लिए कंपनी में पार्ट टाइम जॉब भी करती है। इसी दौरान उसकी मुलाकात अजय राज नाम के युवक से हुई। अजय बिहार का रहने वाला है और काम के सिलसिले में भोपाल आया था। अजय राज साइबर फ्रॉड करता था। उसके लिए अकाउंट की व्यवस्था अंजलि करती थी। वो अपने दोस्तों और दोस्तों के दोस्तों से धोखाधड़ी कर खाता खरीदकर अजय राज को बेचती थी।
अजय राज की तलाश की जारी
आरोपी छात्रा अभी तक 10-12 लोगों के खाते खरीद चुकी है। मामले में अजय राज की तलाश की जारी रही है। छात्रा के पास जिन खातों के कार्ड मिले हैं, उनमें एक साल में करीब 50-60 लाख रूपये का लेन-देन हुआ है। आरोपी छात्रा लगातार पासबुक और एटीएम अपने सह-आरोपी अजय राज को देती थी। वो 22 और एटीएम कार्ड अजय राज को देने वाली थी लेकिन उससे पहले पकड़ी गई।