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क्राइम

नोएडा: APP डाउनलोड कराकर लोगों को करोड़ों रुपये का चूना लगा चुके ठग गिरफ्तार, जामताड़ा से है कनेक्शन

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नोएडा: APP डाउनलोड कराकर लोगों को करोड़ों रुपये का चूना लगा चुके ठग गिरफ्तार, जामताड़ा का मास्टरमाइंड गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश पुलिस के साइबर सेल ने दो लोगों को सोमवार को ऑनलाइन धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया। इनको झारखंड के जामताड़ा के बड़े गिरोह का हिस्सा बताया जा रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आरोपियों को साइबर सेल की नोएडा इकाई ने दिल्ली से पकड़ा था और वे करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी में शामिल रहे हैं।

पुलिस अधीक्षक (यूपी साइबर सेल) त्रिवेणी सिंह ने कहा कि आरोपियों की पहचान झारखंड के गिरिडीह जिले के मूल निवासी प्रदीप मंडल (25) और दिल्ली के रहने वाले मोनू बंसल (34) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया, “दोनों जामताड़ा स्थित बड़े गिरोह का हिस्सा थे, जिसने ऑनलाइन मोड से बहुत से लोगों से पैसे ठगे। मंडल जामताड़ा गिरोह के एक प्रमुख साइबर अपराधी प्रमोद मंडल का भतीजा है, जिसे हाल ही में यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

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अधिकारी ने कहा कि झारखंड में जामताड़ा साइबर अपराधियों के ठिकाने के रूप में कुख्यात है। इनमें ज्यादातर कम पढ़े-लिखे युवा हैं, लेकिन स्मार्टफोन आधारित तकनीक के जानकार हैं।

दोनों के ठगी के तौर-तरीकों पर, सिंह ने कहा, “वे एयरटेल का कर्मचारी होने के बहाने भोले-भाले लोगों को फोन करके फंसा लेते थे। वे लोगों को बताते थे कि उनका सिम कार्ड जल्द ही एक्सपायर हो जाएगा, लेकिन इसे एक्टिव रखने के लिए, उन्हें अपना केवाईसी करने की आवश्यकता है। ”

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सिंह ने आगे बताया, “जब उनकी बातों में कोई यूजर फंस जाता था, तो वे उन्हें डाउनलोड करने के लिए कुछ एनीडेस्क जैसे रिमोट एक्सेस एप्लिकेशन (ऐप्स) भेजते थे। इससे वे पीड़ित के मोबाइल फोन का एक्सेस हासिल कर लेते थे। इसके बाद वे बैंक अकाउंट खाली कर देते थे।”

उन्होंने कहा आरोपियों ने बैंक कर्मचारी बनकर या आधार अपडेट के नाम पर भी लोगों को चूना लगाया। पुलिस ने कहा कि उन्होंने मंडल और बंसल के दो बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं। खातों में क्रमश: 80 लाख और 15 लाख रुपये थे।

अधिकारियों ने कहा कि दोनों द्वारा की गई धोखाधड़ी की कुल राशि का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन उनका अनुमान है कि उन्होंने 20 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की है। उन्होंने कहा कि बड़े समूह में और भी लोग शामिल हैं और उनका पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास जारी है।

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अधिकारियों के अनुसार, सिंह ने मामले को सुलझाने के लिए इंस्पेक्टर रीता यादव के नेतृत्व में नोएडा साइबर सेल की टीम को 25,000 रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की। पुलिस ने कहा कि मामले में आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), 467, 471 (दोनों जालसाजी से संबंधित), 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने कहा कि मामले में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत आरोप भी लगाए गए हैं।

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