Connect with us

क्राइम

Fact Check: मालवेयर और बॉटनेट की जांच के लिए केंद्र सरकार ने किया साइबर सुरक्षा केंद्र का निर्माण? ये है दावे की सच्चाई

Published

on

Fact Check: मालवेयर और बॉटनेट की जांच के लिए केंद्र सरकार ने किया साइबर सुरक्षा केंद्र का निर्माण? ये है दावे की सच्चाई

Fact Check of ‘Cyber Hygiene Centre’: Social Media पर इन दिनों एक मैसेज काफी वायरल हो रहा है जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि Indian Government ने Network और System को नुकसान पहुंचाने वाले मालवेयर और बॉटनेट की जांच के लिए साइबर स्वच्छता केंद्र बनाया है। इस मैसेज को कई ग्रुप्स में शेयर किया गया है। तो चलिए हम आपको बताते हैं इस मैसेज की असली सच्चाई?

क्या है खबर की सच्चाई?

सोशल मीडिया पर एक मैसेज आग की तरह फैल रहा है कि भारत सरकार Cyber Security को लेकर बड़े कदम उठा रही है, इसी कड़ी में सरकार ने एक नई योजना लांच की है। इतना ही नहीं मैसेज के मुताबिक, केंद्र सरकार ने नेटवर्क और सिस्टम को नुकसान पहुंचाने वाले मालवेयर और बॉटनेट की जांच करने के लिए एक साइबर स्वच्छता केंद्र का भी निर्माण कराया है। इसी के साथ अब सोशल मीडिया पर इस मैसेज को सही या गलत ठहराने के लिए बहस छिड़ गई है।

ALSO READCyber Crime की रिपोर्टिंग के लिए गृह मंत्रालय ने जारी किया नया हेल्पलाइन नंबर, अब 155260 की जगह 1930 नंबर पर करें कॉल

जानें क्या निकला परिणाम?

आपको बता दें कि यह खबर पुरी तरह से सच्ची है। यह केंद्र सरकार के @GOI_Meity के @_DigitalIndia का ही एक अभिन्न हिस्सा है जिसका मकसद सिर्फ एक सुरक्षित साइबर स्पेस का निर्माण करना और बॉटनेट संक्रमण की पहचान करना है। इसका फैक्ट चैक खुद PIB द्वारा किया गया है और उसने इस खबर पर Green Tick लगा दिया है, जिसका मतलब है कि यह खबर पूरी तरह से सच है। पीआईबी ने ट्वीट कर बताया कि यह सरकार के डिजिटल इंडिया कैंपेन का ही एक हिस्सा है जो लोगों को Cyber Fraud से बचने में मदद करेगा।

ALSO READ: Cyber Bank Fraud होने पर बस ये 3 टिप्स आजमाएं, 100% तक रिफंड हो जाएंगे पैसे, लेकिन इन गलतियों पर नहींं मिलेगा कोई रिफंड, जानें क्या है पूरा कानून

PBI ने यह भी कहा है कि लोगों को सावधानी और सतर्कता बरतने की जरूरत है। अगर कभी सरकार से जुड़ी कोई भी योजना या खबर सामने आए तो सबसे पहले आधिकारिक सूत्रों से उसे वेरीफाई करें, उसके बाद ही उस पर भरोसा करें। पीआईबी ने इस मैसेज को लेकर कहा कि यह खबर सच्ची है। इसे भारत सरकार के आधिकारिक सूत्रों द्वारा वेरीफाई किया गया है। इसके साथ ही पीआईबी ने लोगों से यह अपील की है कि अगर कहीं भी किसी भी चीज को लेकर उन्हें भ्रम हो, तो वह पीआईबी से फैक्ट-चेक की अपील कर सकते हैं।

Follow The420.in on

 Telegram | Facebook | Twitter | LinkedIn | Instagram | YouTube

Continue Reading