Cyber Crime
FB पर जिस खूबसूरत विदेशी लड़की ने लाखों ठगे, जब गिरफ्तार हुई तो पुलिस रह गई सन्न, जानें क्यों
क्या आपको भी फेसबुक पर किसी खूबसूरत विदेशी लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली है। अगर मिली है तो अलर्ट हो जाइए। हो सकता है कि वो विदेशी खूबसूरत लड़की साइबर क्रिमिनल हो। ऐसी साइबर क्रिमिनल जो शुरू में आपसे इमोशनल बातें करेगी। आप के जज्बात से जुड़ेगी। दोस्ती करेगी और फिर अचानक आपको सरप्राइज गिफ्ट भेजेगी। इसके बाद अचानक ऐसा कुछ होगा कि आपकी रातों की नींद उड़ जाएगी। और दिन का चैन। ना किसी को बता पाएंगे और ना उस विदेशी लड़की की बातों से इनकार कर पाएंगे। कभी स्मगलिंग या फिर एंटी टेरर फंडिंग करने के नाम पर आपके पास धमकी भरे फोन आएंगे। कभी कस्टम अधिकारी या इंटरपोल पुलिस के नाम पर कॉल आएगी और फिर आप उन्हें लाखों रुपये देने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
ब्रिटेन की जेसिका को पकड़ने पहुंची पुलिस तो मिला कौन? पुलिस भी हुई हैरान
ऐसा ही सनसनीखेज साइबर क्राइम (Cyber Crime) यूपी के अलीगढ़ (Aligarh) के रहने वाले टीचर के साथ हुआ। खूबसूरत विदेशी लड़की जेसिका शेरिफ (Jessica sheriff) ने पहले फेसबुक पर इनसे दोस्ती की। जेसिका ने खुद को ब्रिटेन के एक बड़े कॉर्पोरेट फैमिली का बताया था। इसलिए टीचर से अच्छी दोस्ती हो गई। जेसिका ने टीचर से फेसबुक मैसेंजर पर कई दिनों तक इमोशनल बातें की। और फिर साइबर ट्रैप में फंसाकर 31 लाख रुपये ठग लिए। इस मामले की जानकारी अलीगढ़ पुलिस को हुई तब साइबर सेल ने जांच शुरू की। जांच में पुलिस जेसिका शेरिफ की तलाश करते हुए दिल्ली पहुंची तो आरोपियों को देखकर दंग रह गई। वहां जेसिका नाम की कोई लड़की नहीं थी। बल्कि नाइजीरियाई मूल के दो युवक थे। पुलिस की जांच में इनके पासपोर्ट और वीजा भी फर्जी मिले। ये नाइजीरियन ही कभी जेसिका तो कभी एंजेलिना बनकर लोगों को साइबर क्राइम ट्रैप में फंसाते थे। फिर कई तरह से धमकाकर लाखों रुपये ऐंठ लेते थे।
अलीगढ़ पुलिस ने साइबर क्राइम के इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पकड़े गए दोनों नाइजीरियन युवक जॉन बुल (John Bull) और मारवेलस (Marvellous) हैं। दोनों फिलहाल दिल्ली के तिलकनगर में रहते थे। पुलिस की जांच में इनके पास से मिले पासपोर्ट और वीजा भी फर्जी मिले हैं। दरअसल, दोनों के वीजा कई महीने पहले ही एक्सपायर हो चुके थे। लेकिन इन दोनों ने असली वीजा को स्कैन कर उसकी वैलिडिटी बदलकर अपने पास रख लिया। इनके लैपटॉप में कई विदेशी लड़कियों के फोटो मिले हैं और 100 से ज्यादा लोगों की ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट मिले। जिसके जरिए ये लोगों को ट्रैप कर ठगी करते थे।
ऐसे फंसाया था साइबर ट्रैप में..जानकर खड़े हो जाएंगे आपके रौंगटे
साइबर ठगी के शिकार टीचर को फरवरी 2019 में जेसिका शेरिफ नाम की विदेशी लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली थी। प्रोफाइल में खूबसूरत लड़की की फोटो देख उन्होंने रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली। इसके बाद जेसिका अक्सर इनसे फेसबुक मैसेंजर पर चैट करने लगी। उसने अपने बारे में बताया कि वो इंग्लैंड में रहती है। परिवार में करोड़ों डॉलर के टर्नओवर वाली गारमेंट कंपनी है। कंपनी अपनी कमाई के एक हिस्से को कई देशों में चैरिटेबल के लिए 50 हजार डॉलर देती है। इस काम के लिए अगर कोई स्कूल या कॉलेज मिल जाए तो आपके जरिए उसमें 50 हजार डॉलर भेज देंगे। जेसिका इस काम के लिए टीचर से मदद मांगती है। ये भी कहती है कि अगर आप अपना अकाउंट नंबर और फोटो भेज देते हैं तो आपको 50 हजार डॉलर भेज देंगे और फिर आप चैरिटेबल का सर्टिफिकेट भेज देना। इस पर टीचर तैयार हो गए। इसके बाद जेसिका इंडिया में रहने वाले कंपनी के अधिकारी डोनाल्ड से वॉट्सऐप पर मुलाकात कराती है। इसके बाद डोनाल्ड एक लिंक के जरिए टीचर के अकाउंट में 50 हजार डॉलर ट्रांसफर कराने का वर्चुअल मैसेज भेज देता है। लेकिन विदेशी मुद्रा होने से उसे क्लीयरेंस होने में कुछ टाइम लगने की जानकारी देता है। इसके बाद कस्टम अधिकारी का फोन आता है और विदेशी पैसे ट्रांसफर होने के एवज में 73 हजार रुपये मांगे जाते हैं। इसे नहीं देने पर विदेशी करंसी अकाउंट में आने को लेकर गिरफ्तार करने की धमकी देता है। इससे परेशान होकर टीचर 73 हजार रुपये दे देते हैं।
टेरर फंडिंग के नाम पर धमकाया, लोन लेकर दिए 31 लाख, फिर भी मिली धमकी
टीचर को धमकी देने का सिलसिला अभी नहीं रुकता है। इसके बाद डोनाल्ड की तरफ से पैसे ट्रांसफर करने को लेकर एक कोड दिया जाता है। जिससे उनकी परेशानी दूर हो जाएगी। लेकिन इस कोड के आने के बाद फिर से एक विदेशी नंबर से कॉल आती है। कॉलर कहता है कि जो विदेशी पैसे आपके अकाउंट में आ रहे हैं वो टेरर फंडिंग से जुड़ा है। इसलिए इंटरपोल पुलिस आपको गिरफ्तार करा सकती है। इस तरह धमकी देकर टीचर से कुल 31 लाख रुपये ठग लिए जाते हैं। पैसे नहीं होने पर परेशान टीचर को लोन भी लेना पड़ता है। इस तरह उधार और लोन लेकर इन्होंने पैसे दे दिए। लेकिन इसके बाद भी साइबर क्रिमिनल नहीं छोड़ते हैं और फिर से दिल्ली हाईकोर्ट की तरफ से फर्जी तरीके से एंटी टेरर फंडिंग का नोटिस बनाकर भेज देते हैं और फिर से 2 लाख रुपये की डिमांड करते हैं। इसके बाद पीड़ित टीचर पुलिस के पास जाते हैं और साइबर क्राइम की रिपोर्ट दर्ज कराते हैं। पुलिस इस मामले की जांच करती है तब जालसाजों की लोकेशन दिल्ली में मिलती है। इसके बाद पुलिस ने दो नाइजीरियन और इनके एक भारतीय साथी को गिरफ्तार किया है। इन जालसाजो ने पुलिस को बताया कि पिछले कई साल से वो लोगों को फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फॉलो कर लाखों रुपये की ठगी कर रहे हैं।
Cyber Crime Safety Tips
- कोई भी विदेशी युवक या लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट मिले तो स्वीकार ना करें।
- आप खुद सोचिए कि कोई विदेशी आपसे दोस्ती क्यों करना चाहेगा?
- किसी भी विदेशी या वर्चुअल दोस्त से अपना पर्सनल नंबर शेयर ना करें।
- कई बार ये साइबर क्रिमिनल आपके पोस्ट को लाइक कर दोस्ती करते हैं।
- फोन पर किसी तरह की धमकी मिले तो डरे नहीं, खुलकर पुलिस को बताएं
- ऑनलाइन क्राइम होने पर आप साइबर हेल्पलाइन 155260 पर कॉल करें।
- स्थानीय पुलिस को भी तुरंत सूचना दें, इसमें कोई संकोच ना करें।
- अपने सोशल मीडिया फेसबुक और इंस्टाग्राम प्रोफाइल को लॉक रखें
- किसी बाहरी व्यक्ति को अपनी पर्सनल एक्टिविटी के बारे में ना बताएं