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क्राइम

साइबर पुलिस ने ‘मनी हाइस्ट’ से प्रेरित होकर ठगी करने वाले गिरोह का किया भंडाफोड़, दो गिरफ्तार, दो की तलाश जारी

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साइबर पुलिस ने 'मनी हाइस्ट' से प्रेरित होकर ठगी करने वाले गिरोह का किया भंडाफोड़, दो गिरफ्तार, दो की तलाश जारी

स्पैनिश क्राइम ड्रामा मनी हाइस्ट (Money Heist) वेब सीरीज को देखकर सैकड़ों लोगों के साथ ठगी करने वाले गिरोह के दो साथियों को साइबर क्राइम थाने (Cyber Crime) की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। इन जालसाजों ने अपना नाम वेब सीरीज के किरदारों के नाम पर ही रखे थे। गिरोह के दो अन्य साथियों की तलाश जारी है।

इस तरह देते थे ठगी को अंजाम

शातिर ठग वॉट्सऐप (WhatsApp) और टेलीग्राम ग्रुपों (Telegram Groups) में जुड़ कर लोगों के बैंक खातों की सारी जानकारी निकाल लेते थे। इसके बाद वे रजिस्टर्ड सिम को स्वाइप व मेल आईडी (Mail ID) को हैक करके वीपीएन (Virtual private network) का इस्तेमाल कर लोगों के साथ करोड़ों रुपए की ठगी करते थे। पुलिस बीते कई दिनों से गिरोह के आरोपियों को देश के अलग-अलग हिस्से में तलाश रही थी। गिरफ्तार शातिरों की पहचान कानपुर (Kanpur) के काकादेव निवासी रितेश चतुर्वेदी और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर निवासी ऋषभ जैन के रूप में हुई है।

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साइबर क्राइम थाने की प्रभारी रीता यादव (Reeta Yadav) ने इस पर बताया कि फेज दो थाना क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र (Industrial Area) में स्थित रॉयल एक्स एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में काम करने वाले केपी प्रकाश ने बीते दिनों साइबर थाने में ठगी की शिकायत की थी। ठगों ने कंपनी के बैंक अकाउंट में रजिस्टर्ड सिम (Register SIM) को बंद कराकर एयरटेल कंपनी के वीपीएन के जरिए ईमेल हैक कर कंपनी को मेल भेजकर कंपनी के बैंक खाते से करीब एक करोड़ रुपए की भारी राशि निकाल ली और उसे चार अलग-अलग खातों में ट्रांसफर (Transfer) कर लिया।

ऐसे दिया था वारदात

अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर रॉयल एक्स एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के बैंक अकाउंट की गोपनीय जानकारी जैसे उसका रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी गलत तरीके से हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने कंपनी के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर की सिम को स्वाइप किया और बेनिफिशियरी डिटेल जोड़ने के लिए उसी सिम पर ओटीपी हासिल किया था। इसके बाद कंपनी के खाते पर रजिस्टर्ड मेल आईडी को उन्होंने हैक किया और उसी मोबाइल नंबर को बाईपास कर खाते की ईमेल आईडी की मदद से ओटीपी प्राप्त कर कंपनी से एक करोड़ रुपये की ठगी कर अलग-अलग चार खातों में ट्रांसफर कर दिए। पैसे को ट्रांसफर करते समय आरोपियों ने डार्क वेब (Dark Web) और वीपीएन का इस्तेमाल किया था।

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15 से ज्यादा ग्रुप से जुड़े हुए थे आरोपी

आरोपियों ने मनी हाइस्ट वेब सीरीज से प्रेरणा लेकर अपने नाम उसी के किरदारों के नाम पर रखे और उसी नाम से व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर करीब 15 से ज्यादा ग्रुप में जुड़े। आरोपियों ने वेब सीरीज की तरह ही अपनी निजी जानकारी को छुपाते हुए फर्जी सिम (Fake SIM), इंटरनेशनल मोबाइल नंबर (International Mobile Number) का प्रयोग ठगी में किया था। गिरोह के सरगना रितेश ने बताया कि उसने अपना नाम वेब सीरीज के सबसे मजबूत किरदार प्रोफेसर वास्तविक रखा था। वहीं ऋषभ ने अपना नाम रियो रखा था। आरोपियों के कब्जे से एक कार, 11 मोबाइल, एक लैपटॉप, 23 डेबिट कार्ड, 25 सिम कार्ड और तीन बैंक पास बुक समेत अन्य सामान बरामद हुआ है।

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