Connect with us

Cyber Crime

10वीं फेल, गांव में कॉलसेंटर बना करते हैं साइबर ठगी, महीने की आमदनी 1 लाख से ज्यादा

Published

on

दसवीं में फेल लेकिन महीने की आमदनी 1 लाख रुपये से ज्यादा। जैसे ये मल्टीनैशनल कंपनी के कोई सॉफ्टवेयर इंजीनियर हों। लेकिन इनकी पहचान है साइबर ठग के रूप में। भले ही ये कम पढ़े लिखे हैं लेकिन कितना भी कोई पढ़ा लिखा क्यों ना हो, ये उन्हें बड़ी आसानी से अपने जाल में फंसा लेते हैं। इस समय देश के विभिन्न राज्यों के दूर दराज वाले गांवों में बैठे युवा साइबर ठगी कर रहे हैं। इसके लिए बाकायदा गांव में अपने कमरे को कॉल सेंटर की तरह बना चुके हैं।

जालसाज सबसे ज्यादा ओएलएक्स के अलावा पेटीएम व यूपीआई से जुड़े ऐप में कोई दिक्कत आने पर लोगों की सहायता के लिए अपने फर्जी मोबाइल नंबर को हेल्पलाइन नंबर की तरह इंटरनेट पर डालकर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। यही वजह है कि दिल्ली-एनसीआर जैसे एरिया में भी रोजाना औसतन 10 से ज्यादा लोग साइबर ठगी के शिकार बन रहे हैं।

किस राज्य और कहां के रहने वाले हैं ये ठग, जानें

साइबर एक्सपर्ट से बातचीत करने पर पता चला है कि ओएलएक्स के जरिए लोगों से संपर्क कर ठगी करने में सबसे अव्वल राजस्थान और यूपी के लोग हैं। राजस्थान के भरतपुर में ओएलएक्स पर महंगे फोन व कार को सस्ते में आर्मी वाला बनकर बेचने के नाम पर ठगी कर रहे हैं। जबकि यूपी के मथुरा के तीन गांव ओएलएक्स पर अपने सामान की बिक्री करने वाले लोगों को पैसे देने के नाम पर उनके यूपीआई से ठगी कर ले रहे हैं। मथुरा के ये तीन गांव देवसेरस, दौलतपुर और हाथिया हैं। इसी तरह झारखंड के जामताड़ा, बिहार के शेखपुरा व पश्चिम बंगाल के कुछ गांव के लोग भी हेल्पलाइन नंबर के नाम पर ठगी कर रहे हैं।

महीने में औसतन एक लाख की है कमाई, युवाओं को ट्रेनिंग देकर की जा रही है ठगी

आईपीएस अधिकारी डॉ. त्रिवेणी सिंह बताते हैं कि इन गांवों में युवाओं में ठगी करने का बड़ा क्रेज है। इन युवाओं को बकायदा ट्रेनिंग दी जाती है। य फर्जी पते पर कई सिमकार्ड लेकर दिनभर कॉल सेंटर की तरह फोन करके लोगों को शिकार बनाते रहते हैं। ये जालसाज लोगों के बैंक खाते को पूरा खाली तक कर देते हैं। पैसों को ट्रांसफर करने के लिए इन्होंने कमीशन आधार पर बैंक अकाउंट भी खरीद रखे हैं ताकी पुलिस ट्रेस कर ले तो भी उन तक पहुंच ना सकें।

OLX पर विज्ञापन देने वाले से ऐसे जरिए ऐसे हो रही है ठगी

मथुरा के तीनों गांव के ज्यादातर ठग मोबाइल से अटैच UPI खाते के बारे में लोगों की कम जानकारी का फायदा उठा रहे हैं। इसके लिए लोग जब ओएलएक्स पर अपने सामान की बिक्री के लिए विज्ञापन देते हैं तो उन्हें फोन कर पहले पैसा तय करते हैं और फिर उनसे यूपीआई से अटैच मोबाइल नंबर पर पैसे डालने की बात कहते हैं। इसके लिए खासतौर पर भीम ऐप और फोन-पे ऐप के जरिए एडवांस पैसे भेजने के नाम पर सेंड मनी (Send Money) की जगह रिक्वेस्ट मनी (Request money) का मैसेज भेजते हैं और जल्दबाजी में लोग उसे क्लिक कर देते हैं। जिसकी वजह से उनके फोन से अटैच बैंकिंग अकाउंट से सेकेंडों में पैसे ट्रांसफर हो जाते हैं।

फोन पर हेल्पलाइन नंबर (Helpline) के नाम पर हो रही है ठगी

बिहार के देवघर और झारखंड के जामताड़ा, पश्चिम बंगाल के चौबीस परगना के भी कुछ साइबर क्रिमिनल फर्जी सिमकार्ड के जरिए पेटीएम, फोनपे, अमेजन, फ्लिपकार्ट समेत विभिन्न गैस एजेंसियों के नाम पर अपने फोन को हेल्पलाइन नंबर बताकर ठगी कर रहे हैं। दरअसल, इन जालसाजों ने ट्विटर व गूगल मैप पर एडिटिंग कर अपने मोबाइल नंबर को इन कंपनियों के हेल्पलाइन नंबर की तरह डाल रखा है। ऐसे में अगर किसी व्यक्ति को किसी तरह की दिक्कत आती है लोग लैंडलाइन की जगह मोबाइल नंबर तलाश करते हुए इन जालसाजों के नंबर तक पहुंच जाते हैं और कॉल आते ही ये खुद को कस्टमर केयर बताते हुए उससे एक रुपए ट्रांजेक्शन कराने के नाम पर डिटेल ले लेते हैं या फिर एनीडेस्क नामक ऐप डाउनलोड कराकर ठगी कर ले रहे हैं।

Online ठगी से बचने के टिप्स

– जिस फोन नंबर से आपका बैंकिंग अकाउंट जुड़ा हो, उससे जुड़े नंबर आए मैसेज को हमेशा ध्यान से पढ़ें।

– कोई लिंक भेजा जाए तो उसे क्लिक भी न करें क्योंकि बैंक कभी ऐसे मैसेज नहीं भेजता है।

– फोन बैंकिंग वाले नंबर पर जालसाज ठगी करने के लिए हमेशा रिक्वेस्ट मनी का मैसेज भेजते हैं इसलिए क्लिक करते ही ठगी होती है

– वहीं, यूपीआई खाते से पैसा भेजते समय सेंड मनी करने पर कभी मैसेज भेजने की जरूरत ही नहींं पड़ती है।

ओएलएक्स भी रख रहा है जालसाजों पर नजर

ओएलएक्स के मीडिया प्रवक्ता ने बताया कि रोजाना मिल रही ठगी की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए अब फिल्टर का काम किया जा रहा है। जिसमें अगर किसी सामान को ज्यादा सस्ता बताया जा रहा है या फिर आर्मी के नाम पर बेचने की कोशिश हो रही है तो उसे फिल्टर कर तुरंत डिलीट कर दिया जा रहा है।

OLX पर सामान बेचने या खरीदने वाले रखें ध्यान

– ओएलएक्स पर सामान बेचने या खरीदने वाले लोग पर्सनल वॉट्सऐप चैट ना करें बल्कि ओएलएक्स पर ही ऑनलाइन चैटिंग करें

-ऐसा करने पर उनकी चैट हिस्ट्री पर नजर रखते हुए कंपनी तुरंत फिल्टर मैसेज के आधार पर अलर्ट भेजती है

– सामान के साथ अपने नंबर को हाइड (Hide) रखें और कभी किसी से मिलें तो पब्लिक प्लेस पर मिलें

– कभी भी किसी से पैसे मंगाते समय उससे सेंड मनी करने को कहें, रिक्वेस्ट मनी का मैसेज आए तो क्लिक न करें

Continue Reading