क्राइम
इस ऐप के जरिये सिर्फ समलैंगिंकों जाल में फंसाता था ये गैंग, मौका मिलते ही कर देते थे लूट
साइबर अपराधी इंटरनेट ही नहीं फिजिकल रूप से भी अलग अलग तरीकों से लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। साइबर पुलिस ने अब एक ऐसे ही गिरोह का भाड़ाफोड़ किया है। जो एक मोबाइल ऐप की मदद से सिर्फ और सिर्फ समलैंगिक गे को अपने जाल में फंसाकर उनके साथ लूट की वारदात को अंजाम देते थे। इतना ही नहीं आरोपी पीड़ितों से मोबाइल बैंकिंग से लेकर फोन पे, गूगल पे या दूसरे तरीकों से सीधे खाते में रुपये ट्रांसफर करा लेते थे। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर गिरोह द्वारा लोगों को जाल में फंसाने की पूरी कहानी का खुलासा किया है।
साइबर क्राइम पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी ने बताया कि उसके गिरोह के सदस्यों ने मोबाइल पर मौजूद ग्रिंडर गे चैट ऐप पर अपना प्रोफाइल बनाया हुआ है। यहां आरोपी गे बनकर समलैंगिकों से बात करते थे। इसके बाद गे फिजिकल रिलेशन बनाने के लिए उन्हें राजी करते थे।
ALSO READ: How to Report Cyber Crime in India : ऐसे करें साइबर क्राइम की Online FIR
डिमांड मिलते ही चैट पर बात करने वाला गिरोह का सदस्य उक्त व्यक्ति के पास जाता था। यहां आरोपी रिलेशन बनाने के दौरान ही अपने साथियों को बुला लेता था। जब तक पीड़ित कुछ समझ पाता आरोपी उसके साथ मारपीट और लूटपाट की वारदात को अंजाम दे देते थे। इतना ही नहीं आरोपी उनके वीडियो और फोटो लेकर डरा देते थे। साथ ही नगदी न होने पर खाते से ऑनलाइन ट्रांसफर कर लेते थे। समाज और परिवार के सामने ऐसी कोई बात सामने न आये। इसके लिए पीड़ित भी किसी को कोई शिकायत नहीं देता था।
देश के कई राज्यों और शहरों में फैला है जाल
इस गिरोह का जाल एक या दो नहीं बल्कि कई राज्यों और वहां मौजूद शहरों में फैला हुआ है। आरोपी ने बताया कि वह ललिपुर से लेकर जयपुर, खजुराहो, जालौन से लेकर दूसरी कई जगहों पर रिलेशन बनाने के नाम पर समलैंगिकों को अपना निशाना बना चुके हैं। वहीं पीड़ित समाज और परिवार में लोक लाज के डर से अपने साथ हुई वारदात की जानकारी किसी को नहीं देते थे। इस मामले में पुलिस ने एक शिकायत मिलने पर गिरोह के एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी के पास लूट के एटीएम, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन ट्रैक की है।
Follow The420.in on
Telegram | Facebook | Twitter | LinkedIn | Instagram | YouTube