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साइबर क्राइम गैंग ने खुद ही बताया : OLX, QR Code और Facebook से कैसे करते हैं ठगी, बचने का तरीका भी बताया, जानिए पूरी डिटेल

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Cyber Crime News : क्या आपसे भी फोन पर बात करते हुए कभी ठगी हुई है? क्या कभी QR कोड के जरिए पैसे भेजने की जगह बैंक खाते से पैसे काट लिए गए? क्या कभी किसी ने फोन पर खुद को आपका रिश्तेदार बताकर ठगी की है? क्या आपसे किसी ने फेसबुक फ्रेंड बताकर मदद के नाम पर ठगी की है? क्या OLX पर सामान खरीदने का लालच देकर पैसे ठगे हैं? ऐसे साइबर क्राइम करने वाले एक गैंग को यूपी की मथुरा पुलिस ने पकड़ा है। ये गैंग पिछले करीब 2 साल से सैकड़ों लोगों से ठगी कर चुका है। इस गैंग ने यूपी, दिल्ली, हरियाणा समेत कई राज्यों के लोगों के साथ ठगी करने की बात स्वीकार की है।

इस गैंग को मथुरा पुलिस ने 26 दिसंबर को दबोचा। गैंग लीडर ने साइबर क्राइम करने की पूरी डिटेल भी बताई। जिसे जानकर आप भी दंग रह जाएंगे। इन साइबर क्रिमिनल ने ये भी बताया कि आजकल लोगों की गलतियों का फायदा उठाकर वे कैसे क्राइम कर रहे हैं। मथुरा के वृंदावन पुलिस ने 6 शातिर साइबर क्रिमिनल को मुठभेड़ के दौरान देवसेरस इलाके से गिरफ्तार किया। देवसेरस अब यूपी में साइबर क्राइम का मिनी जामताड़ा बन चुका है। पकड़े गए आरोपियों में गैंगलीडर शाबिर, साबू, राहुल, अकरम और सहाबुद्दीन हैं। इस गैंग में जाफर और साबू राजस्थान के भरतपुर के हैं बाकी 4 मथुरा के हैं। मथुरा पुलिस ने बताया कि ये गैंग हथियारों से लैस भी है। इसलिए जब पुलिस इन्हें पकड़ने पहुंची तो फायरिंग कर दी। जिसके बाद पुलिस को भी फायरिंग करते हुए इन सभी को गिरफ्तार करना पड़ा।

किन लोगों को कैसे करते थे टारगेट, ऐसे समझिए

TrueCaller से पहले नाम का पता लगाते थे फिर QR कोड से ठगी

इस गैंग ने पुलिस को बताया कि वो कैसे Truecaller से नंबर लेकर लोगों से ठगी करते थे। हाल में इन्होंने मथुरा के वृंदावन के कारोबारी शीलेश गुप्ता का नंबर Truecaller पर चेक किया था। दरअसल, ये साइबर क्रिमिनल किसी भी नंबर को रैंडम Truecaller पर चेक करते हैं। जैसे कुछ नंबर डालने पर Truecaller पर लिखा आया शीलेश गुप्ता कान्हा ड्रेस वाले। इसके बाद साइबर क्रिमिनल ने इनके नंबर पर कॉल किया। कॉल करने पर साइबर क्रिमिनल ने बताया कि हमने आपकी शॉप से पिछले महीने कान्हा की पोशाक खरीदी थी और 200 रुपये बकाया रह गया था। उसे अब लौटाना चाहते हैं। ये कहकर फोनपे (Phonepe) पर एक नोटिफिकेशन भेज दिया और कहा कि इसे क्लिक करने के बाद पासवर्ड डालिए। इस पर जैसे ही इन्होंने पासवर्ड डाला तभी पैसे आने के बजाय 20 हजार रुपये कट गए थे। साइबर जालसाजों ने बताया कि इसी तरह से OLX पर भी लोगों को पैसे भेजने के बजाय Received Money का QR कोड भेजकर ठगी करते हैं।

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फेसबुक पर अपना मोबाइल नंबर डालने वालों को ऐसे ठगते थे

पुलिस की गिरफ्त में आए साइबर क्रिमिनल जाफर ने पुलिस को बताया कि वे फेसबुक पर उन लोगों को टारगेट बनाते थे जो लोग अपने प्रोफाइल के साथ अपना मोबाइल नंबर भी डालते थे। ऐसे लोगों को दो तरीके से ठगते थे। पहले तो उनके फ्रेंडलिस्ट से उनके दोस्तों या रिश्तेदारों के नाम का पता लगा लेते थे। इसके बाद उस मोबाइल नंबर पर फोन कर उनके किसी रिश्तेदार को अचानक बीमार या घायल बताकर पैसे मंगाकर ठग लेते थे। ठगी का दूसरा तरीका उनका फेसबुक अकाउंट होता था। कई लोग जो मोबाइल नंबर पर अपने फेसबुक प्रोफाइल पर डालते हैं वही पासवर्ड भी बना लेते थे। टीम का एक सदस्य पूरे दिन भर ऐसे ही फेसबुक अकाउंट का पता लगाता था। इसके बाद जिसका प्रोफाइल मिल जाता था फिर उसके दोस्तों को फेसबुक पर मैसेज भेजकर इमरजेंसी में मदद के नाम पर पैसे मांग लेते थे। इन जालसाजों ने बताया कि अगर कोई अपने फेसबुक पर आसान पासवर्ड जैसे 123 या 123456 जैसे नंबर ना डाले या फिर अपना मोबाइल नंबर ना डाले तो उसके अकाउंट को हमलोग हैक नहीं कर पाते हैं।

Cyber Crime Safety Tips

  • फोन पर बात करते हुए बैंक से जुड़े कोई भी काम नहीं करें
  • पैसे देने के लिए QR Code या कोई लिंक भेजे तो क्लिक ना करें
  • फेसबुक पर अपने प्रोफाइल के साथ अपना मोबाइल नंबर नहीं डालें
  • अपने फेसबुक का पासवर्ड 123456 या फोन नंबर कभी ना बनाएं
  • फेसबुक प्रोफाइल को हमेशा लॉक रखें और फ्रेंडलिस्ट को भी लॉक रखें
  • अचानक आए फोन पर कोई रिश्तेदार बताए तो एकबार जरूर चेक करें