क्राइम
अयोध्या जाने की है तैयारी तो हों जाएं सचेत! रामलला के श्रद्धालुओं को ऑनलाइन होटल बुकिंग के नाम पर लग रहा चूना

अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद दर्शन के लिए भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा है। बड़ी संख्या में लोग अयोध्या आ रहे हैं। उन्हें रुकने के लिए होटल या धर्मशाला की जरूरत होती है। साइबर ठगों ने इसका फायदा उठाना शुरू कर दिया है। लोग ऑनलाइन धर्मशाला या होटल बुक करते हैं। यहां आने के बाद उन्हें मालूम होता है कि उनके नाम पर कोई कमरा ही बुक नहीं है। वह ठगी का शिकार हो जा रहे हैं।
ALSO READ: Delhi: श्रीराम के नाम से एप्लीकेशन डाउनलोड करा रहे हैं जालसाज, एक गलती से खाली हो जाएगा बैंक अकाउंट
जानकारी के अनुसार ठगों ने अलग-अलग होटल और धर्मशाला के नाम से फर्जी वेबसाइट बना लिए हैं। इसकी मदद से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को कमरा बुक करने के नाम पर चूना लगा रहे हैं। साइबर ठग ऐसे होटल की वेबसाइट बना रहे हैं, जिनका अयोध्या में वजूद ही नहीं है। वहीं कुछ ऐसे होटल के नाम से वेबसाइट बनाई जाती है, जो ऑनलाइन बुकिंग ही नहीं करते हैं।
वेबसाइट में कांटेक्ट नंबर दिया रहता है। लोग जब उस पर फोन करते हैं, तो उन्हें कमरे का रेट ज्यादा बताया जाता है। फिर कहा जाता है कि इस समय स्कीम चल रही है और पैसा कम हो जाएगा। बड़ी संख्या में लोगों के आने के कारण होटल और धर्मशाला में कमरे उपलब्ध नहीं होते। ऐसे में लोगों को ऑनलाइन कमरा बुक करना उचित लगता है। साइबर छग इसी का फायदा उठा रहे हैं।
ALSO READ: बेटे के एजुकेशन के लिए 13 लाख का लोन, जालसाजों ने लगा दिया 39 लाख का चूना, जानें क्या है पूरा मामला
बचाव का तरीका
- कमरा बुक करने से पहले चेक करें कि वह होटल अयोध्या में है या नहीं।
- हमेशा वेरिफाइड ऑनलाइन होटल बुकिंग साइट का ही इस्तेमाल करें।
- फर्जी वेबसाइट का पता लगाने के लिए यूआरएल देखें। ऐसे मामले में आमतौर पर स्पेलिंग मिस्टेक होती है।
- लुभावने ऑफर और कम कीमत के लालच में फंसने से बचें।
- साइबर फ्रॉड का शिकार हों तो नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) के नंबर 1930 पर कॉल करें।