क्राइम
अयोध्या: मस्जिद के नाम पर ठग चंदा वसूल रहे, मुख्य ट्रस्टी को ही आ गया मैसेज
अयोध्या के धन्नीपुर गांव में पांच एकड़ भूमि पर प्रस्तावित मस्जिद के नाम पर लोगों को ठगने का प्रयास हो रहा है। मस्जिद के नाम पर ठग लोगों से चंदा वसूल रहे हैं। इसे लेकर ए केस दर्ज कराया गया है। मस्जिद ट्रस्ट, इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने मंगलवार को लखनऊ पुलिस में अज्ञात ठगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई, जो अयोध्या मस्जिद के लिए चंदा लेने अभियान चला रहे हैं और फर्जी नामों के तहत सार्वजनिक और निजी बैंकों में खोले गए बैंक खातों में धन प्राप्त कर रहे हैं।
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मुख्य ट्रस्टी जुफर फारूकी ने कहा कि दो बैंक खातों एक सरकारी बैंक और दूसरा निजी बैंक और संबंधित वेबसाइट्स के खिलाफ शिकायत लखनऊ के गौतमपल्ली पुलिस स्टेशन में साइबर सेल में दर्ज की गई। उन्हें खुद यह मैसेज मिला। इसमें मस्जिद की फोटो और अयोध्या स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया श्रृंगारहाट शाखा की डीटेल्स देकर चंदा मांगा जा रहा था।
शुरुआती जांच में पता चला है कि अलखैर फाइनेंस के नाम से दर्ज मोबाइल नंबर से ऑनलाइन चंदा मांगा जा रहा है। अब तक इसमें 1.36 लाख का चंदा जमा होने की बात सामने आई है। राम मंदिर के नाम पर भी इस तरह के ठगी के मामले सामने आ चुके हैं।
गौरतलब है कि मस्जिद राम मंदिर स्थल से लगभग 25 किमी दूर बनाई जाएगी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से यह बनना है, जिसने 2019 में लंबे समय से चले आ रहे अयोध्या विवाद को सुलझाया। अदालत ने विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का आदेश दिया।
सरकार को नई मस्जिद बनाने के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड को एक वैकल्पिक भूखंड आवंटित करने का निर्देश दिया। मस्जिद और संबंधित परिसर का निर्माण इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (IICF) की देखरेख में हो रहा है। उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने मस्जिद बनाने के लिए इस ट्रस्ट को गठित किया है। मस्जिद का निर्माण 26 जनवरी, 2021 को शुरू हुआ। आईआईसीएफ ने घोषणा की है कि मस्जिद का नाम पैगंबर मुहम्मद के पिता मोहम्मद बिन अब्दुल्ला के नाम पर रखा जाएगा।