Cyber Crime
1 साल में हजारों ATM Clone कर कैसे ठगे 10 करोड़ से ज्यादा, LIVE पकड़े गए 2 अफ्रीकी नागरिक, देखें EXclusive
एटीएम कार्ड आपकी जेब में। ना किसी को OTP बताया और ना ही पासवर्ड। फिर भी अकाउंट खाली। ऐसे साइबर क्राइम रोजाना हो रहे हैं। हो सकता है कि आपके साथ भी ऐसा हो चुका है। लेकिन क्या आप जानना नहीं चाहेंगे कि आखिर ऐसी घटना कैसे हो जाती है। दरअसल, ऐसी घटना एटीएम कार्ड क्लोनिंग (ATM Card Cloning) से होती है। और एटीएम कार्ड की क्लोनिंग करने वाले पहली बार लाइव पकड़े गए हैं। कैमरे के सामने लाइव पकड़े गए ये साइबर क्रिमिनल इंडियन नहीं बल्कि अफ्रीकी मूल के नाइजीरियन हैं। इनका गैंग पिछले एक साल से ज्यादा समय से दिल्ली, यूपी के नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुड़गांव और आसपास के एरिया में एक लाख से ज्यादा लोगों के एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर चुके हैं। ये गैंग 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी कर चुका है। गैंग इतना शातिर है कि ठगी के पैसों को एक से दो हफ्ते में ही अफ्रीका भेज देते थे।
एक नाइजीरिया तो दूसरा केन्या का रहने वाला है साइबर क्रिमिनल
यूपी के ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने दो शातिर साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान ओमोन बेन्सन ओगबीड़े और जॉनसन उसारो के रूप में हुई। ओमोन नाइजीरिया के लागोस और जॉनसन केन्या का रहने वाला है। फिलहाल दोनों ग्रेटर नोएडा में रहते थे। इनके गैंग का एक और साथी फिलहाल फरार है। तीनों मिलकर पिछले एक साल से ज्यादा समय से दिल्ली-एनसीआर के एटीएम बूथ में स्किमर (Skimmer) डिवाइस लगाकर क्लोनिंग करते थे। इनके पास से 96 डुप्लिकेट एटीएम कार्ड, कार्ड क्लोनिंग करने वाले 2 मॉड्यूल, 2 पिनहोल कैमरा, डेटाकार्ड, पासवर्ड के ऊपर लगाने वाले फ्लैप समेत कई सामान बरामद हुए हैं। जिनकी मदद से कार्ड क्लोन कर ये पैसे निकाल लेते थे।
एक महीने में 94 FIR, 20 से ज्यादा CCTV जांच, फिर मिला सुराग
नोएडा पुलिस की साइबर टीम को पिछले कई महीने से एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर ठगी की शिकायतें मिल रहीं थीं। इन शिकायतों में सबसे ज्यादा ग्रेटर नोएडा के लोग थे। एक महीने में ही नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 94 एफआईआर दर्ज हो गई थी। ठगी के शिकार लोगों की साइबर टीम ने जांच की तो पता चला कि कार्ड क्लोनिंग कर पैसे गाजियाबाद, गुड़गांव, दिल्ली और फरीदाबाद में निकले हैं। इसी तरह दूसरे शहरों में हुई कार्ड की क्लोनिंग के पैसे नोएडा-ग्रेटर नोएडा में निकले हैं। इसके बाद पुलिस ने 20 से ज्यादा एटीएम बूथों के सीसीटीवी की जांच की। तब जाकर दोनों अफ्रीकी मूल के नागरिकों के बारे में सुराग मिला। जिसके बाद एक महीने की तफ्तीश के बाद पुलिस ने 28 अक्टूबर को दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से सिर्फ 10 हजार रुपये कैश बरामद हुए। बाकी के करोड़ों रुपये ये अफ्रीका भेज चुके हैं। जिनके बारे में पता लगाया जा रहा है।
साइबर क्रिमिनल ने खुद बताया : कैसे करते थे क्लोनिंग
जिस ATM में गार्ड नहीं, वहीं लगाते थे कैमरा
दोनों साइबर क्रिमिनल ने बताया कि रात में घूमकर ऐसे एटीएम का पता लगाते थे जहां कोई गार्ड तैनात नहीं होता था। इसके बाद उन एटीएम में जाकर स्किमर (कार्ड का डेटा स्टोर करने वाली डिवाइस) लगा देते थे। और पासवर्ड को कैमरे में कैद करने के लिए जहां पासवर्ड कीपैड होता था उसके ऊपर एक पिन वाले कैमरे को फ्लैप में लगा देते थे। ये फ्लैप उसी कलर का होता था जैसे एटीएम का कलर होता था। इसलिए Axis Bank और ICICI के एटीएम लाल रंग के होते हैं। इनके पास भी लाल और हरे फ्लैप मिले हैं।
इसलिए ये लाल और हरे रंगे वाले एटीएम में पासवर्ड डालने वाले बटन के ठीक ऊपर ये पिनहोल कैमरे (Pin Hole Camera) वाला फ्लैप लगा देते थे। इस तरह स्किमर से कार्ड का डेटा और कैमरे से उसका पासवर्ड मिल जाता था। जिसके बाद ये ठग दो दिन बाद देर रात में इन डिवाइस को निकालकर डुप्लिकेट एटीएम कार्ड बना लेते थे और फिर उससे अकाउंट में रखे पूरे पैसे निकाल लेते थे।
पासवर्ड डालते समय दूसरे हाथ से जरूर कवर करें
इन साइबर क्रिमिनल ने बताया कि जो लोग एटीएम का पासवर्ड डालते समय दूसरे हाथ से कवर कर लेते थे उनका पासवर्ड कैमरे में रिकॉर्ड नहीं होता था। इसलिए वैसे लोगों के कार्ड की क्लोनिंग नहीं कर पाए। इसलिए नोएडा पुलिस ने सुझाव दिया है कि जब कभी भी एटीएम से पैसे निकालें तो पासवर्ड डालते समय दूसरे हाथ से कवर जरूर करें।
कार्ड रीडर फ्लैप को जरूर टच करें, ढीला हो तो ATM कार्ड स्वाइप ना करें
नोएडा पुलिस ने बताया कि एटीएम कार्ड को जहां स्वाइप करते हैं वहीं पर ये स्किमर डिवाइस को लगाते थे। इसलिए जब कभी पैसे निकालने जाएं तो सबसे पहले कार्ड डालने वाले स्थान को एक बार टच जरूर करें। ये देख लें कि वहां कोई दूसरी डिवाइस तो नहीं लगी हैं। कार्ड रीडर वाले स्थान को थोड़ा दबाने पर अगर कोई बाहर से डिवाइस लगी है तो तुरंत ढीली हो जाएगी। इसलिए ये जरूर चेक करें। इसके अलावा उन्हीं एटीएम से पैसे निकालें जहां 24 घंटे गार्ड तैनात रहता हो।