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साइबर क्राइम विशेषज्ञ प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह (Prof. Triveni Singh Ex-IPS) का संक्षिप्त परिचय
प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह, देश दुनिया के साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में नाम ही काफी है। प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह उत्तर प्रदेश के पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं और उत्तर प्रदेश साइबर क्राइम के एसपी रह चुके हैं। प्रदेश में साइबर सुरक्षा की प्रशासनिक और तकनीकी पर्यवेक्षण की शुरुआत करने वाले प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह साइबर विशेषज्ञ हैं। यह साइबर क्राइम (Cyber crime) और फाइनेंशियल फ्रॉड (Financial fraud) के जटिल मामलों के सुलझाने के विशेषज्ञ हैं। इनको साइबर क्राइम से संबंधित आर्थिक अपराध से लेकर मनी लांड्रिंग जैसे व्यापक मामलों की जांच का बड़ा अनुभव है। प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह भारत की राष्ट्रपति की तरफ से गैलंट्री मेडल से सम्मानित है और साइबर क्राइम की जांच के विशेषज्ञ के रूप में देश-विदेश में जाने जाते हैं। भारत में उन्हें साइबर सुपर कॉप (CyberCop of India) के रूप में बुलाया जाता है। अपने कार्यकाल के दौरान इन्होंने साइबर क्राइम के 200 से अधिक तरीके के साइबर अपराधों की जांच की और बेहतर तकनीकी जांच करते हुए हजारों साइबर क्रिमिनल्स को गिरफ्तार किया है। इनके पास फाइनेंशियल और बैंकिंग फ्रॉड से निपटने के लिए उच्च स्तर की विशेषज्ञ है और उन्होंने समय-समय पर केंद्रीय जांच एजेंसियों की सहायता की है। प्रोफेसर सिंह को उत्तर प्रदेश में साइबर सिक्योरिटी की शुरुआत करने वाले पहले पुलिस अधिकारियों में गिना जाता है और उत्तर प्रदेश की साइबर पुलिसिंग को खड़ा करने में उनका अहम योगदान रहा है।
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साइबर सिक्योरिटी के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सम्मानित
प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह साइबर क्राइम को नियंत्रित करने में योगदान के लिए विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सम्मानित किए गए हैं। प्रोफेसर सिंह एक लोकप्रिय साइबर सिक्योरिटी वक्ता और सलाहकार हैं। इनका शोध कार्य कई अंतरराष्ट्रीय पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हुआ है। इन्होंने वित्तीय साइबर अपराध प्रबंधन में पीएचडी (Ph.D. in ‘Financial Cyber Crime Management) की है और साइबर सुरक्षा क्षेत्र में इनके योगदान के लिए एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा मानद प्रोफेसर (‘Honorary Professor’ by Amity University) के रूप में सम्मानित किया गया है।
https://twitter.com/i/status/1771406042230100423
Prof. Triveni Singh has done Ph.D. in ‘Financial Cyber Crime Management’ and was conferred as ‘Honorary Professor’ by Amity University for his contribution in the field of cyber security.
फॉरेंसिक इन्वेस्टिगेटर और एथिकल हैकर हैं त्रिवेणी सिंह
प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ईसी काउंसिल यूनाइटेड स्टेट ऑफ़ अमेरिका(EC-Council USA) से प्रमाणित एथिकल हैकर (Certified Ethical Hacker (CEH) हैं और कंप्यूटर हैकिंग फॉरेंसिक इन्वेस्टिगेटर Computer Hacking Forensic Investigator(CHFI)भी हैं (। इन्होंने इग्नू से एमबीए (MBA (Finance) from IGNOU) और इंडियन स्कूल आफ बिजनेस हैदराबाद से डिजिटल ट्रांसफॉरमेशन (Digital Transformation from the Indian School of Business, Hyderabad) में सर्टिफिकेट कोर्स किया हुआ है। इसके अलावा यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के वेस्ट वर्जिनिया यूनिवर्सिटी से फॉरेंसिक अकाउंटिंग एंड फ्रॉड एग्जामिनेशन (Forensic Accounting and Fraud Examination from West Virginia University USA)में भी सर्टिफिकेट कोर्स किया है।
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एनसीआरबी से लेकर सीबीआई तक को पढ़ाते थे
प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने पुलिस विभाग में काम करते हुए साइबर क्राइम के अलावा आर्थिक अपराध और भ्रष्टाचार विरोधी कई उपलब्धियां हासिल की हैं। वह सीबीआई (CBI), नेशनल पुलिस अकादमी (SVPNPA) , नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) से लेकर कई बड़े संगठनों के साथ सलाहकार और शिक्षण का काम कर चुके हैं। विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों के वह नियमित वक्ता हैं।
Prof. Triveni Singh was awarded ‘India Cyber Cop’ by Data Security Council of India (DSCI), an initiative of NASSCOM.
http://Prof Triveni Singh (Twitter-https://twitter.com/triveni100100
आईपीएस से लेकर साइबर कॉप का सफर
- सीबीआई (CBI) के डायरेक्टर की तरफ से प्रशस्ति पत्र।
(Certificate of Honour by Director, CBI)
- उत्तर प्रदेश के डीजीपी की तरफ से कमेंडेशन डिस्क।
(Commendation Disc by DGP, Uttar Pradesh.) - डिजिटल इन्वेस्टिगेटर्स संगठन की तरफ से लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड।
(Life Time Achievement Award by Digital Investigators Association) - वीजा सिक्योरिटी समिट,सियोल दक्षिण कोरिया की तरफ से लॉ एनफोर्समेंट अवार्ड।
(Law Enforcement Award by Visa Security Summit, Seoul, South Korea.) - डीजीपी उत्तर प्रदेश की तरफ से गोल्ड कमेंडेशन डिस्क।
(Gold Commendation Disc awarded by DGP Uttar Pradesh.) - इंटरनेशनल एसोसिएशन का साइंटिस्ट एंड रिसचर्स की तरफ से डिजिटल फॉरेंसिक इन्वेस्टिगेटिंग अफसर का उत्कृष्टता पुरस्कार
(Digital Forensic Investigating Officer Excellence Award by International Association of Scientist & Researchers.)
100 से अधिक जटिल साइबर क्राइम को सुलझाया
प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्र पत्रिकाओं में साइबर क्राइम को लेकर कई केस स्टडीज भी लिखी हैं। उनकी लेखनी को साइबर क्राइम पाठ्यक्रम के नए युवकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। उन्होंने 100 से अधिक बड़े साइबर क्राइम को सुलझाया है। साइबर क्राइम में शामिल 600 से अधिक साइबर क्रिमिनल्स को उन्होंने गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही उन्होंने 4000 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी के मामलों की सफल जांच की है।
प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह की किताबें
- हिडेन फाइल्स: टेल्स ऑफ़ साइबर क्राईम इन्वेस्टिगेशन
(Hidden Files: Tales of Cyber Crime Investigation) - अदृश्य जाल: साइबर क्राइम की सच्ची कहानियां
(Adrishya Jaal : Cyber Crime Ki Sacchi Kahaniyan) - अथर्व: ए डिजिटल क्राईम थ्रिलर
(Atharva: A Digital Crime Thriller) - हिडेन फाइल्स
(Hidden Files) - साइबर क्राइम की रोमांचकारी कहानियां
(Cyber Crime Ki Romanchkari Kahaniyan) - हिडेन फाइल्स अनलॉक: टेल्स ऑफ़ साइबर क्राईमइन्वेस्टिगेशन
(Hidden Files Unlock: Tales of Cyber Crime Investigation)
वर्तमान में त्रिवेणी सिंह PwC के सलाहकार और Future Crime Research Foundation के Chief Mentor है