क्राइम
सावधान ! कहीं आप भी न हो जाएं Scam Emails के शिकार, ऐसे पहचानें स्कैम ईमेल
नई दिल्ली। ईमेल यानी इलेक्ट्रॉनिक मेल इंटरनेट के माध्यम से किसी अन्य व्यक्ति को संदेश का एक तरीका है। इसका इस्तेमाल 1970 के आसपास से हो रहा है। ये आज भी ऑनलाइन काम करने का मुख्य आधार बना हुआ है। टेक्नॉलजी के इस दौर में तो यह हर व्यक्ति के जीवन का महत्वपूर्ण अंग बन गया है। 1990 में व्यावसायिक रूप से उपलब्ध होने के बाद इसका इस्तेमाल स्कैम यानी एक तरह से लोगों को ठगने के लिए किया जाने लगा। आज भी यह खेल जारी है। क्या आप स्कैम ईमेल की पहचान करना जानते हैं? आइए जानते हैं इनको कैसे पहचाने और धोखाधड़ी से बचें।
ईमेल भेजने वाले के एड्रेस की गलत स्पेलिंग
कई बार स्कैम ईमेल का एड्रेस कंपनी के असल ईमेल एड्रेस जैसा ही होता है। इनके स्पेलिंग में मामूली अंतर होता, जिसको पहचानना आसान नहीं होता। धोखाधड़ी करने वाला व्यक्ति कई बार ऐसा करके लोगों को आसानी से अपने चुंगल में फंसा लेता है। किसी भी विश्वसनीय वेबसाइट से ईमेल आने पर इसके सेंडर एड्रेस से ठीक से जरूर जांच लें, ताकि आप किसी धोखाधड़ी के शिकार न हों। उदाहरण- ‘jim@go0gle.com’ इसमें गूगल की स्पेलिंग गलत है। बड़े ही चलाकी से एक ओ (O) को जीरो (0) से रिप्लेस कर दिया गया। गौर से न देखने पर इसके बार में पता भी नहीं चलता। कई बार तो बदमाश यह भी नहीं करते। वे गलत एड्रेस से ही ईमेल भेज देते हैं। कंपनी कोई और होती व ईमेल किसी और नाम से आता है। अगर ऐसा होता है साफतौर पर यह स्कैम ईमेल है।
अटपटी भाषा और टूटी-फूटी अंग्रेजी में ईमेल
कई बार स्कैम ईमेल गैर-अंग्रेजी बोलने वाले देशों से आते हैं और उन्हें लिखने वाले लोगों को अंग्रेजी भाषा पर मजबूत पकड़ नहीं होती। यदि ईमेल में गलत काल (Tenses)का उपयोग किया गया हो या वाक्यों में गड़बड़ी हो, तो यह स्कैम ईमेल होना का प्रबल संकेत है। ध्यान रहे अगर ईमेल में अटपटी और टूटी-फूटी अंग्रेजी का इस्तेमाल हो तो आपको सचेत रहने की जरूरत है, क्योंकि कोई बड़ी कंपनी बगैर जांचे-परखे आपको ईमेल नहीं भेजेगी। जरूरी नहीं है कि गलत स्पैलिंग होने पर हर ईमेल फेक ही हो, लेकिन फिर भी सचेत रहने की आवश्यकता होती है।
लुभावनी डील या मोटे रकम की पेशकश
यदि आपको कोई अविश्वसनीय अवसर प्रदान करने वाला ईमेल प्राप्त होता है, तो आपको सतर्क रहने की आवश्यकता है। ये स्कैम ईमेल हो सकते हैं। यदि किसी ईमेल में बैंक डिटेल्स शेयर करने पर आपको बहुत सी धनराशि भेजने का वादा किया जाता है तो वह स्पष्ट तौर पर आपके साथ धोखाधड़ी करने के लिए इसे भेजा गया है। ध्यान रखें लालच में न आएं, नहीं तो आप बहुत बड़े ठगी के शिकार हो सकते हैं। आपका बैंक अकाउंट खाली हो सकता है। यदि आपको किसी अद्भुत डील की पेशकश करने वाली कंपनी से कोई ईमेल प्राप्त होता हैं, तो आपको मैसेज के किसी भी लिंक पर क्लिक करने के बजाय इसकी वेबसाइट को खुद चेक करना चाहिए।
संदेहास्पद लिंक आए तो ना करें क्लिक
लिंक फॉलो करने को लेकर ईमेल मिलता है, तो आपको इसे चेक करने की आवश्यकता होती है। यदि यह मेल किसी कंपनी से होने का दावा करता है, लेकिन क्लिक करने पर आपको किसी अन्य वेबसाइट पर ले जाता है, तो इसके फेक होने की संभावना काफी अधिक होती है। संदेह होने पर लिंक पर क्लिक न करें। अगर आप सर्च इंजन के माध्यम से लिंक को खोलते हैं तो आप काफी हद तक सुरक्षित रह सकते हैं। लिंक का पता लगाने के लिए लिंक पर राइट क्लिक करें और कॉपी लिंक एड्रेस पर क्लिक करें।
ब्रांडिंग में गड़बड़ी
स्कैम ईमेल एक बड़ा संकेत ब्रांडिंग में गड़बड़ी भी है। अगर आपको किसी परिचित कंपनी से संदिग्ध ईमेल प्राप्त हो, तो इसके लोगो और मैसेज ब्रांडिंग पर गौर करें। यदि ईमेल आपको उस कंपनी से आमतौर पर मिलने वाले ईमेल से अलग दिखता है, तो वर्तमान ईमेल के स्कैम होने की संभावना काफी अधिक है। कई बार स्कैम ईमेल में कंपनी का पुराना आधिकारिक लोगो और ब्रांडिंग का इस्तेमाल होता है। इसपर ध्यान देना काफी महत्वपूर्ण है। ध्यान रखें कई बार सही ब्रांडिंग का इस्तेमल करके भी लोगों को ठगा जाता है। सही ब्रांडिंग का मतलब यह नहीं है कि ईमेल पर भरोसा कर लिया जाए।
कंपनी से संपर्क करें
यदि आपको किसी ईमेल पर संदेह है, तो आपको संबंधित कंपनी से संपर्क करके इसके बार में जानकारी लेनी चाहिए। गूगल जैसी कई कंपनियां स्कैम ईमेल के बारे में जानकारी देती, जिनका उनसे संबंधित होने का दावा किया जाता है, लेकिन असल में ऐसा नहीं होता। अगर कंपनी ऐसा नहीं करती को आप कंपनी के कस्टमर केयर सपोर्ट से संपर्क करें। ताकि यह पता लग सके कि मैसेज सही है या गलत। किसी भी लिंक पर क्लिक करने या किसी संदिग्ध ईमेल में किसी भी अटैचमेंट को खोलने से पहले यह कदम उठाना आवश्यक है।
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