क्राइम
UP Cooperative Bank का सर्वर हैक कर उड़ाए थे 146 करोड़, 5 Cyber Criminal गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश Cooperative Bank Limited के सर्वर को हैक कर 146 करोड़ के फ्रॉड करने वाले पांच Cyber Criminal को UP STF ने गिरफ्तार कर लिया है। इनमें दो मास्टरमाइंड शामिल है। इन साइबर क्रिमिनल्स ने 18 महीनों में 146 करोड़ रुपए की हेराफेरी की थी और इसके लिए तीन Hackers की मदद ली गई थी।
146 करोड़ की हेराफेरी में State Home Ministry के अधिकारी और कॉपरेटिव बैंक के Manager भी शामिल
यूपी एसटीएफ ने यूपी कोऑपरेटिव बैंक के Server को हैक कर 146 करोड रुपए के Fraud करने के मामले में 5 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया है। इनमें राज्य के Home Ministry में तैनात अनुभाग अधिकारी रामराज, ध्रुव कुमार श्रीवास्तव, Cooperative Bank सीतापुर के Assistant Manager कर्मवीर सिंह, आकाश कुमार और भूपेंद्र सिंह शामिल है।
इनके पास से एसटीएफ की टीम ने 25 आधार कार्ड निवास प्रमाण पत्र डेबिट कार्ड बैंक आईडी समेत कई दस्तावेज बरामद किए हैं। उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक मुख्यालय के सहायक महाप्रबंधक अजय कुमार त्रिपाठी ने 16 अक्टूबर को लखनऊ के Cyber Police Station में एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि जिला सहकारी बैंकों के साथ खातों से लेनदेन के माध्यम से अनधिकृत तरीके से 146 करोड रुपए RTGS के माध्यम से ट्रांसफर किए गए थे।
इसके बाद STF के प्रभारी SSP विशाल विक्रम सिंह के नेतृत्व में जांच शुरू की गई और जांच में पता चला कि उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के लखनऊ मुख्यालय के Server को हैक कर डिवाइस एवं की लॉगर (Key Logger) की मदद से लॉगिन और पासवर्ड प्राप्त किया गया। इसके बाद Remote Access के माध्यम से 146 करोड रुपए आरटीजीएस किए गए। एसटीएफ के एसएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच में तकनीकी विशेषज्ञों की सहायता ली गई और पूरी जानकारी इकट्ठा कर इस गैंग का पर्दाफाश करते हुए 5 Cyber Criminals को गिरफ्तार किया गया।
अपने दोस्त के साथ आया Lucknow और बना लिया ठग गैंग
यूपी एसटीएफ की पूछताछ में पता चला कि इस गिरोह का मुख्य Mastermind ध्रुव कुमार श्रीवास्तव था। ध्रुव कुमार ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह अपने मित्र के साथ मई 2021 में लखनऊ आया था जहां उसकी मुलाकात आकाश कुमार से हुई। इसके बाद धीरे-धीरे यदि गिरफ्तार आरोपी मिलते गए और एक Gang बना लिया। इन आरोपियों की योजना थी कि अगर किसी बैंक के अधिकारी को सेट कर ले तो बैंक के System को Remote Access पर लेकर सैकड़ों करोड़ रुपए अपने खातों में Transaction कर लेंगे। इसी योजना के तहत इनकी मुलाकात कॉपरेटिव बैंक के Assistant Manager कर्मवीर सिंह से हुई फिर Hackers ने एक Device तैयार की और धीरे-धीरे इस System में सेंधमारी करने में जुट गए। इस योजना को बनाने और सभी तैयारी करने में आरोपियों ने करीब एक करोड़ रुपए खर्च किए थे।
Follow The420.in on
Telegram | Facebook | Twitter | LinkedIn | Instagram | YouTube