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क्राइम

रोजगार तलाश रहे युवाओं से चपरासी और मजदूर के गैंग ने की ठगी, सात राज्यों के लोगों को लगाया चूना

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रोजगार तलाश रहे युवाओं से चपरासी और मजदूर'के गैंग ने की ठगी, सात राज्यों के लोगों को लगाया चूना

रोजगार तलाश रहे युवाओं को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया हेडक्वार्टर, राजा भोज एयरपोर्ट सहित देशभर के हवाई अड्डों पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गैंग का भोपाल साइबर क्राइम पुलिस ने खुलासा किया है। इस गैंग में पढ़े लिखे शातिर नहीं, बल्कि कपड़ा प्रेस करने वाला, ऑफिस में चपरासी व गेंतीफावड़ा चलाने वाले थे।

साइबर क्राइम पुलिस भोपाल ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया में फर्जी तरीके से नौकरी लगाने वाली गैंग के पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने मध्य प्रदेश, भोपाल के अलावा कई अन्य राज्यों के बड़े शहरों में सैंकड़ों लोगों को अपने षड्यंत्र का शिकार बना कर अभी तक सवा करोड रुपए की वसूली करने की बात पुलिस पूछताछ में बताई है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि उन्हें इस तरीके से लोगों को ठगने का आईडिया उनके एक साथी ने दिया था जो खुद का टूर एंड ट्रेवल्स का कारोबार करता है।

कॉल सेंटर गाजियाबाद के इंद्रपुरम से चल रहा था
पुलिस ने इस व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने लोगों को ठगने के लिए बाकायदा कॉल सेंटर बनाया था, जहां वेतन पर 6 लड़कियों को रखा गया था। यह कॉल सेंटर गाजियाबाद के इंद्रपुरम से चल रहा था। नौकरी के झांसे में आने वाले बेरोजगार लड़कों को खाता नंबर देकर राशि जमा करवा ली जाती थी और फिर उनका नंबर हमेशा के लिए ब्लॉक कर दिया जाता था पिछले दिनों भोपाल में भी ऐसे ही 5 मामले सामने आए थे जिसकी रिपोर्ट साइबर क्राइम पुलिस ने दर्ज की थी।

भोपाल से आए थे ये मामले सामने।
शहर के पांच शिकायतकर्ताओं को अप्रैल 2021 में अज्ञात नंबरों से कॉल आए थे। कॉलर ने खुद को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया का अधिकारी बताया। कॉलर ने राजाभोज एयरपोर्ट पर सिविल डिपार्टमेंट में एक्जीक्यूटिव की नौकरी दिलाने की बात की। पीडि़त से रजिस्ट्रेशन की फीस 2150 रुपए जमा करवाई। उसके बाद लिंक भेजकर पीडि़त की पूरी जानकारी ली गई। आरोपियों ने पीडि़तों को नौकरी के लिए वेरीफिकेशन व ट्रेनिंग के लिए प्रति व्यक्ति 8240 रुपए लिए। बाद में पीडि़त को व्हाट्सऐप पर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया का ज्वॉइनिंग लैटर भी भेजा। उसे इंडिगो एयरलाइंस में नौकरी देने की बात कही गई। नौकरी के लिए रजिस्ट्रेशन, परीक्षा, वेरीफिकेशन व यूनिफॉर्म के लिए कुल 26,140 रुपए खाते में जमा करवाए।

आरोपियों के नाम :
अतुल कुमार निवासी समृद्धि अपार्टमेंट, नोएडा, उत्तरप्रदेश (वर्ष 2019 हैदराबाद में जॉब फ्रॉड के मामले में अरेस्ट) स्वयं की लॉन्ड्री।
गोङ्क्षवद कुमार निवासी इन्द्रापुरम, गाजियाबाद, ( वर्ष 2019 में पौड़ी गढ़वाल में जॉब फ्रॉड के मामले में अरेस्ट) स्वयं टूर एंड ट्रैवल्स।
अभिषेक झा निवासी गाजियाबाद, ऑफिस बॉय।
सचिन कुमार निवासी मानेसर गुरुग्राम, मजदूरी।
जितेन्द्र राठौर निवासी मानेसर गुरुग्राम, हरियाणा, मजदूरी।

सायबर क्राइम एएसपी अंकित जयसवाल ने बताया कि फर्जी नौकरी रैकेट मामले में आरोपी पहले भी गिरफ्तार हो चुके हैं। पूछताछ में और भी खुलासे होने की उम्मीद है।

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