क्राइम
बिहार के नालंदा से फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरफ्तार, लक्जरी कार बरामद

साइबर क्राइम सेल ने अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले तीन जालसाजों को बिहार के नालंदा से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 30 लाख रुपये, एक लक्जरी कार और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। इंस्पेक्टर मथुरा राय ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में नालंदा के कतरीसाराय पलटपुर का सच्चिदानंद उर्फ बिट्टू, शिवेंद्र निवासी सीतामढ़ी सोनवरसा फरचइयां, विवेकानंद उर्फ मुन्ना निवासी पलटपुर शामिल हैं। आरोपी कन्हैया और सुमन कुमार की तलाश में दबिश दी जा रही है।
साइबर क्राइम सेल ने बताया कि जालसाज ने कार कंपनी किआ और हल्दीराम समेत कई अन्य के नाम से वेबसाइट बना रखी थी। यह लोग वास्तविक कंपनी की वेबसाइट में एक दो अक्षर बदल देते थे, जिससे मिलती-जुलती वेबसाइट बन जाती थी। इसके बाद उसे खुद ही अथवा आइटी एक्सपर्ट्स से बूस्ट कराते थे। लोग जब वेबसाइट खोलते तो उसमें एक पेज पर फार्म होता था, जिसमें लोग वास्तविक वेबसाइट समझकर उसमें अपनी डिटेल भर देते थे।
नामचीन कंपनियों के नाम से ट्रू-कालर पर सेव कर रखे थे नंबर
साइबर क्राइम सेल के मुताबिक जालसाजों को कंपनियों के अधिकारियों के नाम और उनकी पोस्ट पता होती थी। उनके नंबर भी ट्रूकालर पर नामचीन कंपनियों के नेशनल हेड, मार्केटिंग हेड और स्टेट हेड के नाम से आते थे। लोग इनकी वेबसाइट खोलकर अपनी डिटेल भरते थे। उसी के आधार पर जालसाजों के साथी वेबसाइट सर्च करने वालों को फोन करते।
फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर ठगी
ग्राहक के तैयार होने पर पांच लाख तक टोकन मनी और रजिस्ट्रेशन के नाम पर अपने खाते में जमा कराते थे। एल्डिको उद्यान और जौनपुर के व्यापारी हुए जालसाजी के शिकार बीते 30 अप्रैल को एल्डिको उद्यान निवासी देवव्रत चतुर्वेदी और जौनपुर के नईगंज के विनोद गुप्ता ने मुकदमा दर्ज कराया था। जालसाजों ने देवव्रत को हल्दीराम की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर तीन लाख रुपये और विनोद को किआ मोटर्स कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर 21 लाख रुपये ठगे थे।
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