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‘Cyber Safe Uttar Pradesh’ से जुड़ें: 17 अक्टूबर, 2024 को लखनऊ में FCRF का कार्यक्रम अटेंड करें
फ्यूचर क्राइम रिसर्च फाउंडेशन (FCRF) 17 अक्टूबर, 2024 को लखनऊ के गोमती नगर के विभूति खंड स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में अपनी महत्वाकांक्षी पहल ‘साइबर सेफ उत्तर प्रदेश’ (Cyber Safe Uttar Pradesh) शुरू करने जा रहा है। यह पहल साइबर अपराध के तेजी से बढ़ते खतरे के खिलाफ राज्य की सुरक्षा को मजबूत करने, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है।
“साइबर सेफ उत्तर प्रदेश” (Cyber Safe Uttar Pradesh) लॉन्च इवेंट में नीति निर्माताओं, सरकारी अधिकारियों, उद्योगपतिओं, शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं और विशेषज्ञों सहित विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख हितधारक एक प्लेटफॉर्म पर दिखेंगे। यह अनूठा समारोह साइबर खतरों के उभरते परिदृश्य से निपटने के लिए जागरूकता और सहयोग आदान-प्रदान करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। इन प्रभावशाली आवाजों को एकजुट करके इस कार्यक्रम का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के डिजिटल बुनियादी ढांचे की सुरक्षा और इसके नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक सामूहिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है।
17 अक्टूबर क्यों महत्वपूर्ण है
17 अक्टूबर, 2024 को शुरू होने वाली “साइबर सेफ उत्तर प्रदेश” (Cyber Safe Uttar Pradesh) पहल भारत में साइबर सुरक्षा और डिजिटल कानून के क्षेत्र में दो महत्वपूर्ण घटनाओं के साथ रणनीतिक रूप से जुड़ी हुई है।
- साइबर सुरक्षा जागरूकता माह: अक्टूबर को वैश्विक स्तर पर साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के रूप में मान्यता प्राप्त है। यह साइबर सुरक्षा के महत्व के बारे में जनता को शिक्षित करने और सूचित करने के लिए समर्पित अवधि है। इस महीने में विभिन्न क्षेत्रों में साइबर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से गतिविधियों और पहलों में वृद्धि देखी जाती है, ऐसे में इस तरह की पहल शुरू करने के लिए एक आदर्श समय है।
- सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (Information Technology Act Enforcement): भारत में साइबर गतिविधियों को नियंत्रित करने और डिजिटल लेनदेन की वैधता सुनिश्चित करने वाला प्राथमिक कानून सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 (Information Technology Act Enforcement 2000) आधिकारिक तौर पर 17 अक्टूबर, 2000 को बना था। यह तिथि ऐतिहासिक महत्व रखती है क्योंकि यह साइबर अपराध से निपटने और देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था के समर्थन के लिए कानूनी ढांचा बनाने में भारत के सफर की शुरुआत का प्रतीक है।
साइबर खतरे के खिलाफ रणनीति
साइबर अपराध के बढ़ने के साथ एक मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे की आवश्यकता है। ‘साइबर सेफ उत्तर प्रदेश’ (Cyber Safe Uttar Pradesh) इस तत्काल आवश्यकता का प्रत्यक्ष जवाब है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) की “साइबर सुरक्षित भारत” पहल द्वारा स्थापित सफल ढांचे पर आधारित है। FCRF के अभियान का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के हर कोने में साइबर सुरक्षा जागरूकता और शिक्षा की पहुंच का विस्तार करना है। इसमें स्कूलों, कॉर्पोरेट संस्थाओं, गैर सरकारी संगठनों और व्यापक समुदाय को एक संयुक्त प्रयास में जोड़ा गया है।
कार्यक्रम में इन विषयो पर होगी बात
- “साइबर सेफ उत्तर प्रदेश” (Cyber Safe Uttar Pradesh) पहल के दौरान राज्य के नागरिकों और संगठनों की आवश्यकताओं को संबोधित करते हुए महत्वपूर्ण साइबर सुरक्षा विषयों की एक विस्तृत सीरीज पर चर्चा होगी।
- महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा और CISO: आवश्यक सेवाओं की सुरक्षा करना और मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारियों को अपने संगठनों की सुरक्षा के लिए उपकरण और ज्ञान से सशक्त बनाना।
- महिलाओं और बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा: साइबर खतरों और उत्पीड़न से कमजोर आबादी की सुरक्षा के लिए जागरूकता और शिक्षा को बढ़ावा देना।
- सार्वजनिक डिजिटल बुनियादी ढांचा और साइबर हमलों से बचाव: साइबर हमलों से सरकारी सेवाओं और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- जनता में साइबर सुरक्षा और वॉलंटियर्स की भूमिका: जागरूकता फैलाने और बेस्ट प्रैक्चिस को बढ़ावा देने के लिए आम जनता को जोड़ना और वॉलंटियर्स को भर्ती करना।
- साइबर अपराध और चुनौतियों के प्रति LEA की प्रतिक्रिया: साइबर अपराध चुनौतियों का जवाब देने और उनसे पार पाने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों (LEAs) की क्षमता को बढ़ाना।
- परिवहन, विमानन और ऑटोमोबाइल में साइबर सुरक्षा: परिवहन प्रणालियों और वाहनों पर साइबर हमलों के बढ़ते खतरे को संबोधित करना।
FCRF से सहयोग के अवसर
FCRF इस अभूतपूर्व पहल को समर्थन देने और बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से पार्टनर्स की तलाश कर रहा है:
प्रायोजक बनें: इस आयोजन में पार्टनर या प्रायोजक बनने में रुचि रखने वाले संगठन अपने प्रश्नों या प्रोफाइल के साथ research@futurecrime.org पर संपर्क कर सकते हैं।
कार्यक्रम में संबोधन दें: अगर कोई कंपनी, व्यक्ति और शोधकर्ता एक्सक्लूसिव रिपोर्ट, शोध कार्य पेश करने या पैनल चर्चा में हिस्सा लेने के लिए research@futurecrime.org पर संपर्क कर सकते हैं। चयनित प्रतिभागियों से FCRF टीम द्वारा संपर्क किया जाएगा।
फ्यूचर क्राइम रिसर्च फाउंडेशन के बारे में जानें
फ्यूचर क्राइम रिसर्च फाउंडेशन (FCRF) IIT कानपुर से जुड़ा स्टार्ट-अप है, जो साइबर सुरक्षा, डिजिटल अपराध, धोखाधड़ी जोखिम प्रबंधन, साइबर कानून और साइबर फोरेंसिक पर शोध में विशेषज्ञता रखता है। कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 8 और आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 12A और 80G के तहत पंजीकृत, FCRF अनुसंधान, शिक्षा और वकालत के माध्यम से एक सुरक्षित डिजिटल वातावरण को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
सुरक्षित डिजिटल उत्तर प्रदेश की लड़ाई में शामिल हों
साइबर अपराध आज के समय में सबसे बड़ा खतरा है, “साइबर सेफ उत्तर प्रदेश” (Cyber Safe Uttar Pradesh) पहल राज्य के नागरिकों के लिए एक सुरक्षित डिजिटल भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सहयोग को बढ़ावा देने और लोगों को सशक्त बनाने के माध्यम से इस कार्यक्रम का उद्देश्य साइबर खतरों के खिलाफ एक मजबूत डिफेंस बनाना है। हम सभी को इस महत्वपूर्ण पहल में जुड़ने और उत्तर प्रदेश को साइबर-सुरक्षित आश्रय बनाने में मदद करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। अधिक जानकारी के लिए या ‘साइबर सुरक्षित उत्तर प्रदेश’ (Cyber Safe Uttar Pradesh) पहल से जुड़ने के लिए कृपया FCRF से research@futurecrime.org पर संपर्क करें।