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Insurance Policy Holder साइबर जालसाजों के निशाने पर, एक कॉल से हो रहा Fraud
Insurance Policy Holder साइबर जालसाजों के निशाने पर हैं। खासकर ऐसे बीमा धारक जिनका पॉलिसी Lapse हो गया है या जिन्हें नया बीमा करवाना है। कुछ ऐसे Policy Holder भी जालसाजों के जद में आ रहे हैं जिन्हें घर बैठे बीमा Maturity की रकम भेजे जाने का झांसा दिया जाता है। हाल में इस तरह की कई घटनाएं हुई हैं जिनमें Fake Call Centre से लेकर विदेशी कनेक्शन की बात सामने आई है।
दिल्ली एनसीआर में Call Centre व Office खोलकर देश के विभिन्न राज्यों के लोगों से इंश्योरेंस कंपनियों के Customer को फोन कर प्रलोभन दिया जा रहा है और उनसे ठगी की जा रही है। NCR में कई ऐसे फर्जी कॉल सेंटर व दफ्तर का संचालन चोरी छिपे हो रहा है जहां से विभिन्न Insurance Companies के ग्राहकों को फोन कर प्रलोभन देकर उनसे ठगी की जा रही है।
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पुलिस ने पहले भी इस तरह के Gang को पकड़ा है। इसमें पता चला था कि फर्जी कॉल सेंटर व दफ्तरों में काम करने वाले अधिकतर आरोपी Insurance Broker कंपनियों में नौकरी करते थे और इस दौरान इन लोगों को इंश्योरेंस के बारे में जानकारी ले लेते थे। ऐसे Cyber Criminals इंश्योरेंस कंपनियों के डाटा लेकर कूट रचित दस्तावेज आदि बनाकर लोगों से Telephone पर संपर्क करते हैं। पॉलिसी धारक लोगों से यह आरोपी बात कर बीमा में Bonus देने और बंद पॉलिसी को लाभकारी रूप से दोबारा शुरू करने जैसे लालच देते हैं।
इसके बाद Policy Holder इनके झांसे में आ जाते हैं और इसके लिए आरोपी अलग-अलग Bank Account में रुपए जमा करा लेते हैं। पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आती रही है कि ऐसे जालसाज मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस (Ministry Of Finance) समेत अन्य संस्थानों का फर्जी आईडी बना कर WhatsApp के माध्यम से ग्राहकों को भेजकर विश्वास दिलाते हैं कि ये लोग Registered हैं। नोएडा के ADCP आशुतोष द्विवेदी का कहना है कि बीमा के नाम पर जालसाजी करने वाले कई गिरोह का पर्दाफाश करते हुए जालसाजों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की टीम अभी भी इस तरह के Active Gang पर काम कर रही है।
NCR से लेकर कई राज्यो में फैला है जाल
Insurance के नाम पर ठगी करने वाले जालसाजों का जाल Delhi NCR से लेकर पूरब से लेकर दक्षिण के राज्यों तक फैला हुआ है। पहले के कई मामलों में कई राज्यों व शहरों के जालसाजों का पता चला है लेकिन इनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पहले गिरफ्तार हुए आरोपियों के पास से बरामद डाटा का Forensic Audit कराने की भी बात कही गई थी लेकिन इसके बारे में भी पुलिस कुछ नहीं बता पा रही है। आशंका जताई जा रही है कि इस तरह के जालसाज Hacking या किसी कर्मचारी के माध्यम से यह डाटा कंपनियों से प्राप्त करते हैं।
Tele Calling व अधिक धनराशि का लालच
Cyber Criminals बीमा के नाम पर फ्रॉड करने के लिए एक सेटअप तैयार करते हैं। ये आरोपी Call Centre में युवक युवतियों को Tele Calling के लिए हायर करते हैं। इसके एवज में इन्हें Salary दी जाती है। जालसाज नामी इंश्योरेंस कंपनियों से Data प्राप्त कर इंश्योरेंस कराने वाले लोगों से संपर्क करते हैं और टेली कॉलिंग कर उनसे संपर्क कर झांसा देते है। Call के दौरान Insurance Policy बेचने व लैप्स पॉलिसी को रिन्यू तथा इंश्योरेंस को Pre Mature कर भारी धनराशि देने का लालच देते हैं। इसके एवज में 10 से 30 फीसदी रकम Advance में ले लेते हैं।
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