क्राइम
CERT-In ने जारी की मालवेयर को लेकर चेतावनी, ये है विंडोज और एंडरॉयड के लिए बॉट रिमूवल टूल
भारत सरकार अपने ‘साइबर स्वच्छता केंद्र’ के तहत फ्री बॉटनेट डिटेक्शन एंड रीमूवल टूल्स दे रहा है। इसे बॉटनेट क्लीनिंग और मैलवेयर एनालिसिस सेंटर के रूप में भी जाना जाता है। इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नलॉजी (MeitY) के तहत डिजिटल इंडिया पहल का हिस्सा है। इस परियोजना का उद्देश्य भारत में बॉटनेट इंफेक्शन का पता लगाकर साइबर स्पेस को सुरक्षित बनाना है।
लोगों को प्रभावित सिस्टम को साफ और सुरक्षित करने में मदद करना है। साइबर स्वच्छता केंद्र की वेबसाइट के अनुसार यह केंद्र इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) और एंटीवायरस कंपनियों के साथ मिलकर काम करता है। इसे इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) द्वारा संचालित किया जाता है।
बॉटनेट क्या है?
‘बॉट’ एक प्रकार का मैलवेयर है, जो आपकी मशीन को ‘बॉटनेट’ में जोड़ता है, जो मूल रूप से इंफेक्टेड सिस्टम का एक नेटवर्क है। जब कोई डिवाइस बॉटनेट का हिस्सा बन जाता है तो हैकर (बॉटनेट ओनर) डिवाइस से सभी डेटा कॉपी कर सकता है। मिलिसियस ऐप डाउनलोड करके आउटगोइंग और इनकमिंग टेक्स्ट और कॉल को ब्लॉक कर सकता है। नेट बैंकिंग डिटेल, यूजर नेम और पासवर्ड जैसी संवेदनशील जानकारी हासिल कर सकता है। अपने डिवाइस को बॉट इंफेक्शनसे बचाने के लिए सुनिश्चित करें कि आप केवल विश्वसनीय ऐप स्टोर या वेबसाइट से ही ऐप डाउनलोड करें। अज्ञात सोर्स से आने वाले ईमेल या लिंक पर क्लिक करने से बचें।
बॉटनेट का पता कैसे लगाएं और कैसे हटाएं?
आपका सिस्टम मैलवेयर से प्रभावित है या नहीं? इसे पता लगाने के लिए साइबर स्वच्छता केंद्र द्वारा दिए जाने वाले किसी भी फ्री बॉट रीमूवल टूल को डाउनलोड करें। विंडोज के लिए, वेबसाइट पर तीन मुफ्त बॉटनेट टूल हैं। ईस्कैन एंटीवायरस, के7 सिक्योरिटी और क्विक हील डाउनलोड लिंक के साथ उपलब्ध रहा है।
यदि आप अपने एंड्रॉयड डिवाइस में इंफेक्शन जांचना चाहते हैं तो गूगल प्ले स्टोर से सी-डैक हैदराबाद द्वारा विकसित ‘ईस्कैन सर्ट-इन बॉट रिमूवल’टूल या ‘एम-कवच 2’ डाउनलोड करें। बॉटनेट डिटेक्शन टूल्स के अलावा यूजर्स ‘यूएसबी प्रतिरोध’ भी इंस्टॉल कर सकते हैं, जो डेस्कटॉप के लिए यूटिलिटी है, जो यूजर्स को सेल फोन, पेन ड्राइव और अन्य सपोर्टेड एक्सटर्नल स्टोरेज डिवास जैसे हटाने योग्य स्टोरेज मीडिया के उपयोग को नियंत्रित करने की सुविधा देता है।
जब भी यूजर्स कोई नया USB डिवाइस प्लग इन करता है तो उसे यूजर्सनेम और पासवर्ड डालकर अथेंटीकेट करना पड़ता है। इस टूल का उपयोग USB डिवाइस को मैलवेयर के लिए स्कैन करने, डेटा एन्क्रिप्ट करने और पढ़ने/लिखने के विशेषाधिकारों को स्कैन करने के लिए भी किया जा सकता है। AppSamvid एक और एप्लिकेशन है, जो विंडोज यूजर्स को ऑपरेटिंग सिस्टम पर केवल प्री-अप्रूव्ड फाइल्स को चलाने की अनुमति देता है। ऐप आपके ऑपरेटिंग सिस्टम को वायरस और ट्रोजन जैसे मैलवेयर से बचाने में भी मदद कर सकता है।