क्राइम
सतर्कता ही बचाव: भारी डिस्काउंट का ऑफर देकर जालसाज उड़ा रहे रुपये, यहां जानें शातिर कैसे लगा रहे लोगों को चूना
साइबर ठगी के मामले दिन पर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। शातिर नए-नए हथकंडे अपनाकर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। साइबर ठगी के 3 नए मामले सामने आए हैं। इनमें एक रेशमा नाम की महिला हीरे की अंगूठी खरीदने के डिस्काउंट के लालच में 2.12 लाख रुपये गंवा बैठीं। वहीं, दूसरे मामले में हीरा सिंह नाम के व्यक्ति के अकाउंट से साइबर ठगों ने 98 हजार रुपये निकाल लिए। जबकि, तीसरा केस अंकिता निवासी कश्मीरी कॉलोनी पटेल नगर का है, यहां ठग ने खुद को बैंक से बताकर 46009 रुपये काटे है।
तीनों साइबर अपराध के केसों को सिलसिलेवार तरीके से पढ़ें…
1: 11 फरवरी को व्हाट्सएप नंबर पर कॉल और एसएमएस आया। फोन करने वाले ने खुद को तनिष्क के ऑनलाइन स्टोर का कर्मचारी बताया, साथ ही डायमंड रिंग का एक वीडियो भेजा।
कॉलर ने बताया कि डायमंड रिंग ढाई लाख की है। यदि आप 12 फरवरी तक डायमंड रिंग ऑर्डर करते है तो यह आपको भारी डिस्काउंट के साथ 2.12 लाख रुपये में मिल जाएगी। रेशमा का कहना है कि उन्होंने विश्वास करते हुए एनईएफटी के माध्यम से 2.12 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद जब 3 से 4 घंटे बाद भी ऑर्डर कंफर्मेशन का एसएमएस नहीं आया तो ठगी का एहसास हुआ।
2: दूसरे केस में शिकायतकर्ता अंकिता निवासी कश्मीरी कॉलोनी पटेल नगर का कहना है कि उन्हें 12 फरवरी को बैंक से फोन आया। जिसके बाद भेजे गए मैसेज को ओके करने को कहा गया। जैसे ही ओके पर क्लिक किया थोड़ी ही देर बाद बैंक अकाउंट से पैसे कट गए। कई बार में कुल 46 हजार से ज्यादा रुपये कटे। ठगी के बाद साइबर थाने में शिकायत दर्ज की। पटेलनगर एसएचओ कमल कुमार लुंठी ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर इसकी जांच की जा रही है।
3- साइबर फ्रॉड की तीसरी वारदात लोअर नथनपुर थाना नेहरू कॉलोनी में हुई। हीरा सिंह ने बताया कि 19 फरवरी को ईसीएआरटी से ऑनलाइन शॉपिंग की थी। पसंद नहीं आया तो रिफंड किया। 999 रुपये मुझे वापस होने थे। रिफंड के लिए मैने ईसीएआरटी कस्टमर केयर का नंबर ऑनलाइन सर्च किया। मिले नंबर पर कॉल किया। कॉल उठाया नहीं और आई विल कॉल यू लेटर का एसएमएस आया। इसके बाद फोन आया। कॉलर ने परिचय में खुद अशोक राणा
ईसीएआरटी का कर्मचारी बताया। पैसे रिफंड हो जाए इसके लिए एक एप डाउनलोड कराई। साथ ही अकाउंट से संबंधित जानकारी भी ली गई। फिर कुछ देर बाद ही बैंक अकाउंट से 97,858 रुपये कट गए।
साइबर फ्रॉड से कैसे बचें?
-किसी भी अनजान लिंक पर तुरंत क्लिक करने से बचें।
-सोशल मीडिया ग्रुप पर आने वाले ऐड पर बिना जांच के भरोसा न करें।
-किसी भी अनजान व्यक्ति से बैंक डिटेल एवं ओटीपी साझा न करें।
-किसी के कहने पर तुरंत कोई रिमोट एक्सेस ऐप अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड न करें।
-अकाउंट का पासवर्ड बदलते रहें।
-साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें।