क्राइम
छत्तीसगढ़: सावधान! वैक्सीन के बाद अब कोरोना के इलाज के नाम पर लोगों को ठग रहे साइबर अपराधी
साइबर ठग अब लोगों को कोरोना के इलाज के नाम पर ठगना शुरू कर दिया है। मामला छत्तीसगढ़ का है। देश में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके चलते कई राज्यों में स्वास्थ्य सुविधा चरमरा गई है। अस्पतालों में ठीक से इलाज नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में लोगों में काफी दहशत है और शातिर ठग इसी का फायदा उठा रहे हैं। वे लोगों को मैसेज और कॉल करके पूछ रहे है कि कहीं आप कोरोना संक्रमित तो नहीं है? आपकों इलाज कराने की जरूरत है, नहीं तो जान से हाथ धोना पड़ सकता है। हम आसानी से कम कीमत पर अस्पताल बेड व आक्सीजन की सुविधा उपलब्ध करा देंगे। साइबर सेल के पास रायपुर के कई लोगों के पास इस तरह के कॉल आने की शिकायत पहुंच है।
बता दें कि कोरोना वैक्सीन के नाम पर लोगों ठगने का मामला पहले ही सामने आ चुका है। अब ठग कोरोना संक्रमण के नाम पर लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार ठग लोगों को फोन करके कहत हैं कप हर चौथा इंसान कोरोना से संक्रमित है। हालात बिगड़ने से पहले अपना इलाज कराने के लिए हमसे संपर्क करें। आसानी से कम कीमत पर अस्पताल में बेड व आक्सीजन की सुविधा उपलब्ध करा देंगे। जानकारी के अनुसार लोगों को 7713502000 नंबर से कॉल आ रहा है।
फेक एप बनाकर कर चुके हैं ठगी
इससे पहले ठगों ने कोरोना टीकाकरण के लिए को-विन नामक एक फेक एप बनाया था। एप पर लिखकर दावा किया गया कि एप से रजिस्ट्रेशन कराने के बाद ही टीका लगेगा। इसे लेकर पुलिस गाइडलाइन जारी कर लोगों से सावधान रहने की अपील कर चुकी है। पुलिस के अनुसार ठग कोरोना टीकाकरण के नाम पर लोगों को फोन कर अपने जाल में फंसा कर उन्हें ठगने की कोशिश कर रहे हैं। अगर इस तरह का कोई भी फोन आता है तो पुलिस को तुरंत इसकी जानकारी दें। हालांकि, इसके बाद भी सूबे में कई लोग ठगी के शिकार हुए हैं।
फर्जी कॉल और मैसेज से सावधान
साइबर सेल प्रभारी आरके साहू के अनुसार हर कोई चाहता है कि उसे पहले वैक्सीन लग जाए। साइबर अपराधी इसी का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। बैंक खाते से पैसा उड़ाने को लिए साइबर ठगों को बस ओटीपी जानने की जरूरत होती है।