क्राइम
सुन रहे हैं ना! पहले ताकत से लूटते थे साइबर ठग, अब दिमाग से लगा रहे लोगों को चूना.. तरीका जानकर हैरान रह जाएंगे आप
Cyber Crime: हाईटेक दौर में अब साइबर अपराध का तरीका भी बदला है। पहले बदमाश हथियारों के बल पर लोगों को डरा, धमकाकर धोखाधड़ी, लूट, डकैती करते थे, लेकिन अब वह नई-नई तकनीक से, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की सहायता से लोगों को निशाना बना रहे हैं। उनके बैंक अकाउंट से मेहनत की कमाई आसानी से उड़ा रहे हैं और पुलिस की पकड़ से भी बच जा रहे हैं। ये साइबर ठग इतने शातिर होते हैं, कि खाते से रुपये निकल जाने पर तब पता लगने देते है, जब उनके मोबाइल पर अकाउंट से रकम कटने का एसएमएस आता है।
मुरादाबाद के अपराधी का क्या है कहना?
मुरादाबाद में 3 साल में पकड़े गए साइबर अपराधियों में से 10 ऐसे भी अपराधी सामने आए हैं, जो पहले दूसरे तरह के अपराध करते थे। जब पुलिस ने अपराधियों से पूछताछ की तो ठगों ने कबूल किया था कि साइबर अपराध में पकड़े जाने का डर कम होता है। चोरी लूट-पाट की घटनाओं में पकड़े जाने का डर हमेशा रहता है। इसलिए, पुलिस से बचने के लिए अपराध का तरीका बदल दिया है।
अश्लील वीडियो बनाकर कर दी थी ठगी
गलशहीद पुलिस ने तीन साल पहले राजस्थान के साइबर ठग को पकड़ा था।
अपराधियों ने मुरादाबाद के एक व्यापारी से व्हाट्सएप पर कॉल की थी। आरोपी ने एक दूसरे मोबाइल पर अश्लील वीडियो चलाकर व्यापारी का वीडियो बना लिया। इसके बाद ठगों ने व्यापारी से ठगी की थी। पुलिस की पूछताछ में विजेंद्र नाम के अपराधी ने बताया कि वह चोरी के मामले में जेल जा चुका है। इसलिए, पुलिस से बचने के लिए अपराध करने के तरीके को बदला।
Mahadev betting app पर आईडी बनाकर गेम खिलवाकर की गई ठगी
पुलिस ने 12 फरवरी को छत्तीसगढ़ में साइबर ठगों को पकड़ा था। इस गैंग में सरगना समेत 7 आरोपी शामिल थे। गिरोह के सरगना सूरज कुमार ने पूछताछ में बताया कि वह अपने साथी के साथ महादेव बेटिंग एप पर आईडी बनाकर गेम खिलवाकर साइबर ठगी करता था।
हत्या, चोरी और डकैती की घटनाओं में आई कमी
– लूट,चोरी और डकैती की वारदातों में पिछले तीन साल में तीस फीसदी तक कमी देखी गई है।
– साल 2021 जनपद में 50 हत्या के मामले दर्ज किए गए थे।
– साल 2022 में 35, वहीं साल 2023 में हत्या के 45 मामले दर्ज किए गए हैं। और लूट की 9 घटनाएं सामने आई हैं।
साइबर ठगी से बचने का तरीका
– किसी भी तरह के ऑफर के लालच में न आएं
– अनजान नंबर से आने वाली कॉल से कोई बात न करें। अपनी डिटेल्स भी साझा न करें।
– पासवर्ड स्ट्रांग रखें, समय-समय पर इसे बदलते भी रहे।
– अश्लील वीडियो कोई वायरल करने की धमकी दे, तो इसकी जानकारी पुलिस को दें।
– साइबर ठगी होने पर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करें।