Connect with us

क्राइम

अगर आप ऑनलाइन जॉब की तलाश में हैं तो रहें अलर्ट, बन सकते हैं ठगी के शिकार

Published

on

fake job

साइबर अपराधी ठगी करने के लिए आए दिन नए-नए तरीके निकाल रहे हैं। कोरोना लॉकडाउन के दौरान जिस तरह से लोग बेरोजगार हुए तो साइबर क्रिमिनल ने इसका भी फायदा उठाना शुरू कर दिया है। साइबर अपराधी जॉब के लिए तरह-तरह से ऑफर देकर ठगी को अंजाम दे रहे हैं। यूपी पुलिस ने अभी हाल में ही ऐसे दो तरीकों की पहचान की है जिसके जरिए साइबर अपराधी ऑनलाइन लोगों से ठगी कर रहे हैं।

ईमेल भेजकर देते हैं ऑफर, फिर करते हैं धोखाखड़ी

साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि कोरोना महामारी के चलते लोगों को ठगने का यह एक बहुत ही सामान्य व प्रभावी तरीका है। इसकी वजह है कि कोरोना काल में लोगों की नौकरियां चली गयी हैं जिसको लेकर लोग बेहद परेशान हैं और कहीं न कहीं नई जॉब की तालश में है। पुलिस ने बताया कि एक ईमेल लोगों को प्राप्त होता है जिसका दावा होता है कि हमारी कंपनी को इंटरनेट जॉब पोर्टल पर आपका बॉयोडेटा मिला था।

इस ईमेल में ये भी लिखा होता है कि आप इस नए जॉब के लिए सही उम्मीदवार हैं। जैसे ही आप इनके मैसेज पर खुश होकर जवाब देंगे तो ये आपसे कुछ जरूरी जानकारी मांगेंगे। इसमें कुछ डॉक्युमेंट्स, बैंक डिटेल्स भी मांगेंगे ताकी जांच कर सकें। इस तरह आपसे कई जानकारी मांगने के बाद उसके जरिए कभी ब्लैकमेल करने लगते हैं या फिर सिक्योरिटी मनी के नाम पर भी ठगी कर लेते हैं। इसलिए ऐसे किसी ईमेल का जवाब देने से पहले उसे अच्छे से वेरिफाई जरूर करें। इसके अलावा किसी को भी ईमेल या फोन के जरिए अपनी पर्सनल डिटेल ना दें।

सोशल मीडिया पर जॉब ऑफर से हो रही जालसाजी

यह आजकल ठगी करने का नया तरीका है। जैसे-जैसे लोग सोशल मीडिया का उपयोग बढ़ा रहे हैं वैसे ही साइबर अपराधी भी सोशल मीडिया पर ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को अपना शिकार आसानी से बना रहे हैं। पुलिस का कहना है कि फेसबुक पर फर्जी पेज बना कर यह शातिर अपराधी लोगों को घर बैठे अच्छा पैसा कमाने का झांसा देते हैं।

लिंक्डइन पर भी ऐसे फर्जी प्रोफ़ाइल बनाकर यह अपराधी लोगों को जॉब्स के नाम पर धोखा देते हैं, इसलिए आप सोशल मीडिया पर जॉब्स तलाशते हुए सावधानी बरतें। अगर twitter पर आपको कोई जॉब ऑफर करे तो पहले उसके followers को देख लें अगर 500 से कम फॉलोअर्स हैं तो सावधान रहें और सावधानी बरतें। कई बार सोशल मीडिया पर किसी बड़ी नामी कंपनी के नाम पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।