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आजमगढ़ में क्राइम कंट्रोल पर भारी पड़े बड़े कप्तान नए साल में जनपदवासियों की और बढ़ी उम्मीदें
सुपरकॉप प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह जनपदवासियों के लिए क्राइम कंट्रोल पर भारी आए नजर
इंटरनेशनल हैकर गिरोह का पर्दाफाश, अपराधी लक्ष्मण यादव को पुलिस मुठभेड़ में
वेद प्रकाश सिंह उर्फ “लल्ला’’
आजमगढ़। जनपद के बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने के लिए शासन द्वारा भेजे गए पुलिस अधीक्षक प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह को गुजरे साल तमाम उपलब्धियां हासिल हुई। हो भी क्यों न प्रदेश की एसटीएफ को अपनी सेवा दे चुके सुपरकॉप प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह जनपदवासियों के लिए क्राइम कंट्रोल पर भारी नजर आए। इनके कार्यकाल में पुलिस विभाग को मिली उपलब्धियों पर नजर डाली जाए तो प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह जनपद के लिए सफल कप्तान माने जाएंगे।
पुलिस अधीक्षक की बड़ी उपलब्धियों पर नजर डाली जाए तो अभी हाल ही में डेढ़ लाख रुपए का इनामी अपराधी लक्ष्मण यादव पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया। वहीं इनकी मदद से जनपद के एक अन्य अपराधी सचिन पांडेय को लखनऊ में एसटीएफ टीम ने मार गिराया। साइबर अपराध पर अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह के नेतृत्व में अभी हाल ही में इंटरनेशनल हैकर गिरोह के 5 सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़े। पकड़े गए गिरोह के सदस्यों ने देश के नामी-गिरामी अस्पतालों में शामिल दिल्ली एम्स प्रशासन के नाम जारी बैंक चेक का क्लोन तैयार कर चार करोड़ रुपए हजम कर लिए थे। इतना ही नहीं गिरोह के विदेशी सदस्यों ने देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले तमाम लोगों को अपना शिकार बनाया था। इनके कार्यकाल में हथियारों की बरामदगी देखी जाए तो राइफल, रिवाल्वर, बंदूक, पिस्टल, तमंचा, बम व अन्य सहित कुल 363 हथियारों की बरामदगी के साथ 312 लोग गिरफ्तार किए गये। गौमांस कारोबार के मामले में पुलिस ने इस काले कारोबार में लिप्त 155 लोगों की गिरफ्तारी की गई। इसी के साथ 358 अवैध गोवंश एवं 58 अन्य मवेशियों की बरामदगी करते हुए दो ट्रकों सहित कुल 8 वाहन जब्त किए। शराब बरामदगी के मामले में पुलिस ने 14224 लीटर देसी व विदेशी मदिरा तथा 23000 लीटर कच्ची शराब बनाने में प्रयुक्त वहन की बरामदगी के साथ 403 कारोबारियों को गिरफ्तार किया। अपराधियों के खिलाफ की गई कार्रवाई पर नजर डाले तो गैंगस्टर एक्ट के तहत 100 अपराधी गिरफ्तार किए गए। जबकि 385 अपराधियों के खिलाफ गुंडाएक्ट की कार्रवाई की गई। पुलिस और अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ पर नजर गड़ाएं तो मुठभेड़ के दौरान कुल 16 अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़े। जिनमें नौ अपराधी पुलिस से लोहा लेते वक्त घायल हुए जबकि एक अपराधी मारा गया। वहीं साइबर अपराध के मामलों में 33 लोग गिरफ्तार किए गए। वाहन बरामदगी के मामले में पुलिस ने 159 दोपहिया एवं दो चारपहिया वाहन अपने कब्जे में लिया है। संगीन अपराधों पर भी नजर डाली जाए तो लूट के मामले में दर्ज 27 मामलों में 61 लोग गिरफ्तार किए गए। वहीं हत्या के 50 मामलों में 70 लोगों को पकड़ा गया। दुष्कर्म के 21 मामलों में 26 लोग गिरफ्तार किए गए। जबकि पाक्सो एक्ट के 97 मामलों में 83 लोगों की गिरफ्तारी हुई। इसी तरह अपहरण के 110 मामले में 131 लोग गिरफ्तार किए गए। गुजरे साल में क्राइम कंट्रोल पर भारी पड़े पुलिस अधीक्षक से नए साल में जनपद वासियों को काफी उम्मीदें हैं।
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एनआरसी के मामले में सुलगने से बच गया जनपद
आजमगढ़। नागरिक संशोधन कानून को लेकर प्रदेश में जगह-जगह हुए बवाल को देखते हुए प्रशासन की सतर्कता से अपना जनपद भी सुलगने से बाल-बाल बचा। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक की सूझबूझ से जनपद में कोई अप्रिय घटना नहीं हो सकी। इसके लिए दोनों अधिकारियों के काबिलियत की दाद देनी होगी। जिलाधिकारी एनपी सिंह की सूझबूझ से जहां जनपद के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग शांत हुए। वहीं इस मामले में पुलिस अधीक्षक प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह की भी हनक कुछ कम नहीं दिखी। नतीजा रहा कि जनपद के सभी कोतवाली व थानों में प्रबुद्धजनों एवं धर्मगुरुओं के बीच हुई शांति बैठक के बाद विशेषकर युवा वर्ग शांत नजर आया। पुलिस अधीक्षक की सतर्क दृष्टि का परिणाम रहा कि गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल कायम करने वाला अपना जिला प्रतिरोध की आग में सुलगने से बच गया।