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इन देशों में महिलाओं के साथ होता है सबसे ज्यादा यौन शोषण, जानें
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यूपी के हाथरस (Hathras Gangrape) में युवती से गैंगरेप और हत्या की घटना से दुनिया में महिला सुरक्षा (Women Safety) का मुद्दा गरमा गया है। हर देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। खासतौर पर भारत में इन दिनों ट्विटर पर इस मुद्दे को लेकर ट्रेंड बना हुआ है। ऐसे में काफी लोग ऐसे हैं जो सोचते हैं कि महिलाओं के साथ क्राइम के मामले में दुनिया में भारत ही नंबर-1 पर होगा। लेकिन हाल में आई वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू-2020 (World Population Review) की रिपोर्ट में कई चौंकाने वाली बात सामने आई है। मसलन, अगर आप ये सोचते हैं कि दुनिया में महिलाओं के साथ होने वाले सेक्सुअल हैरसमेंट (Sexual Harassment) में भारत ही आगे होगा तो ये गलत है। दुनिया में सबसे ताकतवर देश अमेरिका में प्रति एक लाख की आबादी पर यौन उत्पीड़न के मामले भारत से कहीं ज्यादा है।
इस सर्वे के मुताबिक, दुनिया में हर तीसरी महिला किसी ना किसी रूप में सेक्सुअल हैरसमेंट ( sexual harassment) की शिकार बन रही है। ये जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ भारत ही एक ऐसा देश नहीं हैं जहां रेप (Rape) जैसी घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने में लड़कियां इज्जत बचाने की वजह से चुप हो जाती हैं। बल्कि दुनिया के विकसित देशों में भी इससे बुरी हालत है। खासकर अमेरिका (USA) में भी सेक्सुअल हैरसमेंट के मामले काफी ज्यादा हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में प्रति 1 लाख में सेक्सुअल हैरसमेंट के औसतन 27.3 केस आते हैं। जबकि इंडिया में ये आंकड़ा प्रति लाख 1.80 है।
वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू (World Population Review) 2020 की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में 35 प्रतिशत महिलाएं अपनी लाइफ में सेक्सुअल हैरसमेंट की शिकार होती हैं। इनमें से 40 प्रतिशत तो ऐसी कई घटनाओं को अनदेखा कर देती हैं। और सिर्फ 10 प्रतिशत महिलाएं हीं कानून की मदद लेती हैं। यानी दुनिया में यौन उत्पीड़न की शिकार 10 फीसदी महिलाएं ही पुलिस में शिकायत कर पाती हैं।
इस आयु वर्ग की लड़कियों में हैरसमेंट का सबसे ज्यादा खतरा
इस रिपोर्ट के मुताबिक, पूरी दुनिया में 16 से 19 साल की लड़कियों के साथ सेक्सुअल हैरसमेंट का खतरा सबसे ज्यादा होता है। इस उम्र की लड़कियों के साथ हैरसमेंट का खतरा दूसरे उम्र की लड़कियों की तुलना में 4 गुना ज्यादा होती है। कॉलेज में पढ़ने वाली 18 से 24 वर्ष की लड़कियों में ये खतरा दूसरे ग्रुप की तुलना में 3 गुना ज्यादा है।
अमेरिका की ये हालत जानकर हो जाएंगे दंग
दुनिया के सबसे ताकतवर माने जाने वाले देश अमेरिका भले ही दूसरे देशों पर रौब दिखाता हो लेकिन यहां भी महिलाओं के साथ होने वाले क्राइम पर ज्यादा सख्ती नहीं है। इस रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में सेक्सुअल हैरसमेंट के मामले प्रति एक लाख की आबादी पर औसतन 27.3 है। ये आंकड़ा भारत में 1.80 है। यानी ये कह सकते हैं कि भारत की तुलना में अमेरिका में सेक्सुअल हैरसमेंट के मामले 15 गुना ज्यादा हैं। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अमेरिका में इस समय में 97 फीसदी रेपिस्ट फ्री घूम रहे हैं। यानी कानून से उन्हें सजा नहीं मिल पाई है।
हैरसमेंट मामले में दुनिया में साउथ अफ्रीका नंबर-1
वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू (World Population Review) 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, पूरी दुनिया में अफ्रीकी देशों में महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न के मामले ज्यादा होते हैं। वर्ष 2020 में साउथ अफ्रीका ( South Africa) में प्रति एक लाख की आबादी पर सेक्सुअल हैरसमेंट के सबसे ज्यादा मामले हुए। साउथ अफ्रीका में एक लाख की आबादी में औसतन 132.4 सेक्सुअल हैरसमेंट के केस हुए। इसके बाद दूसरे नंबर पर बोत्सवाना (Botswana) है। तीसरे नंबर पर लेसेथो और फिर स्वाजीलैंड है।
सेक्सुअल हैरसमेंट में टॉप-10 देश
1- साउथ अफ्रीका
2- बोत्सवाना
3- लेसोथे
4- स्वाजीलैंड
5- बरमुडा
6- स्वीडन
7- सुरीनाम
8- कोस्टारिका
9- निकारगुआ
10 – ग्रेनेडा
इन देशों की रैंक जानें
अमेरिका -14
फ्रांस – 26
बांग्लादेश – 36
इटली – 42
श्रीलंका – 43
रूस – 66
इंडिया – 88