क्राइम
Online Banking ट्रांजेक्शन के दौरान इन बातों का रखें ध्यान, साइबर फ्रॉड से रहें सुरक्षित
बढ़ते ऑनलाइन बैंकिंग ट्रांजेक्शन (Online Banking Transaction) के साथ-साथ साइबर फ्रॉड भी बढ़ा है। हर दिन ऑनलाइन बैंक फ्रॉड के मामले सामने आते हैं। फ्रॉड से बचने के लिए बैंक अपने ग्राहकों को भी ऑनलाइन फ्रॉड से सचेत करते हैं और समय-समय पर सिक्योरिटी टिप्स देते हैं। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को ईमेल के जरिए 10 ऑनलाइन बैंकिंग सिक्योरिटी टिप्स दिए हैं।
संदेहजनक पॉप अप से सावधान रहें
ब्राउजिंग करते वक्त हमेशा संदेहजनक पॉप अप से सावधान रहें। क्योंकि इनसे मालवेयर का खतरा हो सकता है।
सेफ पेमेंट गेटवे का इस्तेमाल
ऑनलाइन पेमेंट के दौरान में सिक्योरिटी सुनिश्चित करने के लिए हमेशा सेफ पेमेंट गेटवे का इस्तेमाल करें। ऑनलाइन पेमेंट से पहले एक सुरक्षित पेमेंट गेटवे (URL & https://- पैड लॉक सिम्बल) की जांच कर लें।
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ई-मेल मैसेज से वेबसाइट पर न जाएं
किसी वेबसाइट पर जाने के लिए कभी भी किसी ई-मेल मैसेज के किसी लिंक पर क्लिक न करें. ई-मेल के लिंक में वायरस या मैलवेयर अटैक का खतरा हो सकता है.
URL टाइप करके ही बैंक वेबसाइट पर पहुंचे
कस्टमर हमेशा अपने एड्रेस बार में URL टाइप करके ही अपनी बैंक की वेबसाइट पर लॉगइन करें.
पासवर्ड ऐसे बनाए
कस्टमर हमेशा अपना पासवर्ड बनाते समय नंबर (0,1,2,3),लेटर (A,B,C,D) और करेक्टर्स (@,#,$) का इस्तेमाल करें।
पिन, कार्ड नंबर, सीवीवी नंबर न करें शेयर
कस्टमर्स को हमेशा से यह सलाह दी जाती है कि वे अपना पिन, पासवर्ड, क्रेडिट, डेबिट कार्ड नंबर, सीवीवी नंबर समेत अन्य सभी पर्सनल डेटा गोपनीय रखें। इसे किसी दूसरे के साथ साझा न करें।
पासबुक, चेकबुक, KYC डॉक्यूमेंट की कॉपी न करें शेयर
कस्टमर कभी अपने बैंक पासबुक, चेकबुक, बैंक स्टेटमेंट, केवाईसी डॉक्यूमेंट्स की कॉपी अजबनी लोगों या बिना जरूरत किसी के साथ साझा न करें।
टू फैक्टर ऑथेटिकेशन का इस्तेमाल करें
ऑनलाइन बैंकिंग (Online Banking) में जहां एडिशनल सिक्युरिटी के लिए एक्ट्रा सर्विस उपलब्ध है, तो उस समय टू फैक्टर ऑथेटिकेशन का इस्तेमाल करें।
फ्री गिफ्ट, प्राइज के झांसे में न आएं
कभी भी फ्री गिफ्ट, लकी ड्रॉ, प्राइस के झांसे में न आएं। पुरस्कार जीतने या लकी ड्रॉ के लालच में किसी भी व्यक्ति के साथ अपनी पर्सनल बैंक डीटेल या संवदेनशील जानकारी साझा न करें। इस तरह के ऑफर में हमेशा बैंक फ्रॉड का खतरा रहता है।
गैरजरूरी ऐप या सॉफ्टवेयर न रखें
हमें अपने पर्सनल डिवाइस (कम्प्यूटर, लैपटॉप, टैबलेट या मोबाइल) में कभी भी गैरजरूरी या बेवजह किसी ऐप या सॉफ्टवेयर को इन्स्टॉल नहीं करना चाहिए।
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