क्राइम
Matrimony Fraud: Shaadi और Jeevansaathi Website पर लड़कियों से 57 लाख रुपये की ठगी करने वाला नाइजीरियन हैकर गिरफ्तार, जानें-पूरा मामला
शादी डॉट कॉम और जीवनसाथी डॉट कॉम (Shaadi.com and Jeevansaathi.com) जैसी लोकप्रिय मैट्रिमोनियल वेबसाइट्स पर अपने लिए लड़का तलाश रही महिलाओं को धोखा देने के आरोप में एक नाइजीरियाई हैकर को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। उत्तर प्रदेश की साइबर क्राइम पुलिस ने दिल्ली से एक नाइजीरियन को गिरफ्तार किया, जिसने लोगों को ठगने के लिए मैट्रीमोनी और सोशल मीडिया वेबसाइट पर कई फर्जी प्रोफाइल बनाए थे।
पुलिस ने कहा कि फरवरी 2022 में उन्हें नोएडा के एक निवासी से शिकायत मिली कि उसके परिवार के सदस्यों ने मैट्रोमोनियल वेबसाइट जीवनसाथी पर उसकी प्रोफाइल बनाई। उन्हें योगेंद्र जैन का प्रोफाइल पसंद आया। इसमें जानकारी दी गई थी कि वह विदेश में बस गया है और प्रतिष्ठित संस्थानों से पढ़ाई की है। उसकी प्रोफाइल से प्रभावित होकर दोनों ने चैट करना शुरू कर दिया। कुछ दिनों की बातचीत के बाद उस आदमी ने कहा कि वह 28 फरवरी को भारत आएगा और फिर वह परिवार से मिलकर उनकी शादी के प्रस्ताव रखेगा। लेकिन उसी दिन सुबह करीब 10 बजे उसे एक महिला का फोन आया, जिसने खुद को एयरपोर्ट अथॉरिटी से होने का दावा किया और उसे सूचित किया कि जैन को हिरासत में लिया गया है क्योंकि उसके पास बड़ी मात्रा में धन है, जिसका कोई रिकॉर्ड नही है।
पीड़िता ने एफआईआर में बताया, ” महिला ने कहा कि योगेंद्र जैन 50,000 पाउंड ले जा रहा था जो भारतीय मुद्रा में लगभग 50 लाख रुपये है। उसने जोर देकर कहा कि मुझे उसे उनकी हिरासत से निकालने के लिए 10 लाख रुपये देने होंगे। अधिकारी ने मुझे उस व्यक्ति से भी बात करने के लिए कहा जो भावनात्मक रूप से मेरी मदद चाहता था। अधिकारी द्वारा लगातार कॉल और धमकियों के बाद, मैंने अजीत कुंडू के खाते में 1.07 लाख रुपये का भुगतान किया। उन्होंने बताया था कि वह विभाग में एक लेखा अधिकारी था। पैसे देने के तुरंत बाद मुझे एहसास हुआ कि फॉड गैंग ने मुझसे ठगी कर ली है।”
साइबर क्राइम पुलिस ने एसपी प्रो त्रिवेणी सिंह की देखरेख में पैसे को ट्रैक करना और पीड़ित के साथ की गई कॉल और चैट के डिजिटल रिकॉर्ड की जांच करना शुरू कर दिया। पुलिस टीम ने उन्नत उपकरणों का उपयोग करके आरोपी को दिल्ली में ट्रैक किया और उसे गिरफ्तार कर लिया। सिंह ने कहा, “नाइजीरियाई हैकर्स लोगों को धोखा देने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। यहां उसने सबसे पहले योग्य कुंवारे लड़के की फर्जी आकर्षक अकाउंट बनाए। इसके बाद वह वर्चुअल नंबरों का इस्तेमाल कर लड़कियों से यह कहकर चैट करता था कि वह विदेश में है। फिर वह काफी लुभावने वादे करता था और उन्हें अपना शिकार बनाता था। एक बार जब लड़की उसके जाल में फंसती थी तो वह एयरपोर्ट पर पकड़े जाने जैसे बहाने बनाकर पैसे की मांग करता था।”
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उन्होंने बताया कि इन अपराधियों को पकड़ना मुश्किल है क्योंकि वे नकली पहचान पत्र पर सिम और खातों का इस्तेमाल करते हैं। जांच के लिए नोएडा पुलिस ने साइबर/एयरोस्पेस सुरक्षा के प्रख्यात विशेषज्ञ और बेसिल के मुख्य सामरिक अधिकारी डॉ. निशाकांत ओझा की मदद ली। उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य में वित्तीय धोखाधड़ी गतिविधियों से निपटने में नोएडा साइबर पुलिस को अपना पूरा समर्थन दिया। पुलिस को नाइजीरियाई आरोपी से एथिकल हैकिंग की किताबें और ट्यूटोरियल मिले हैं। उसके पास से फर्जी दस्तावेज पर 70 से ज्यादा सिम थे और सोशल मीडिया अकाउंट थे।
आरोपी ने इंदौर की एक अन्य महिला से भी कुछ इसी अंदाज में ठगी की है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसने कितने लोगों को ठगा है और गिरोह ने कितने पैसे कमाए हैं। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों, स्थानीय मुखबिरों और उससे जुड़े नाइजीरियाई गिरोहों से भी पूछताछ कर रही है। शुरुआती जांच में पता चला है कि उसने ऑनलाइन ठगी के अलग-अलग तरीकों से 57 लाख रुपये से ज्यादा की कमाई की है।
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