क्राइम
गोवर्धन पर्वत की शिला को ऑनलाइन बेचने का प्रयास, इंडिया मार्ट के CEO समेत 3 पर FIR
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मथुरा : हाल ही में वाराणसी में पीएम नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री कार्यालय को ओएलएक्स पर बेचने की साजिश के बाद अब एक नया सनसनीखेज मामला सामने आया है। अब ई-कॉमर्स वेबसाइट इंडिया मार्ट पर मथुरा स्थित गोवर्धन पर्वत की शिला को ऑनलाइन बेचने के लिए इंटरनेट पर डाल दिया गया। ये जानकारी जैसे ही मथुरा के लोगों को मिली तब विरोध शुरू हो गया।
काफी संख्या में लोगों ने गोवर्धन थाने के बाहर विरोध भी जताया। जिसके बाद पुलिस ने इंडिया मार्ट के सीईओ दिनेश अग्रवाल के साथ को-फाउंडर ब्रजेश अग्रवाल और मथुरा स्थित सप्लायर अंकुर अग्रवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने आईटी एक्ट की धारा में रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने बताया कि मथुरा के एक सामाजिक कार्यकर्ता केशव मुखिया ने एफआईआर कराई है।
क्या है ऑनलाइन वेबसाइट पर
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वेबसाइट पर दावा किया गया था कि यह पत्थर प्राकृतिक है और एक पत्थर की कीमत 5175 बताई गई है। वेबसाइट पर पत्थर को बेचने वाले के नाम पर चेन्नई की एक फर्म का एड्रेस डाला गया था। सैकड़ों लोगों ने गोवर्धन पुलिस स्टेशन के सामने प्रदर्शन भी किया और मथुरा के एक संत सिया राम बाबा ने कंपनी की निंदा की। उनका कहना है गोवर्धन पर्वत खुद में कृष्ण है और गोवर्धन से जुड़ा व्यापार करने वाला कोई भी व्यक्ति देवता के क्रोध को आमंत्रित करेगा।
जानिए क्या है गोवर्धन पर्वत का धार्मिक महत्व
धार्मिक ग्रन्थों में लिखा हुआ है कि गिरिराज जी की शिला को गिरिराज तलहटी से बाहर ले जाना पूरी तरह से मना है। माना जाता है कि एक बार नेपाल के राजा गिरिराज जी की एक छोटी सी शिला को लेकर अपने साथ गए थे। फिर उनको खुद ही यहां लाकर छोड़ना पड़ गया था। निर्मोही अखाड़े के प्रवक्ता सीताराम बाबा ने जिला प्रशासन से वेबसाइट पर बैन लगाने और ऐसे लोगों की गिरफ्तार करने की मांग की। गोवर्धन गिरिराज पर्वत को बचाने के लिए वर्षों से संघर्ष कर रहे और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में गिरिराज सरंक्षण मामले में याचिकाकर्ता आनंद गोपाल दास महाराज ने पीड़ा जाहिर करते हुए केंद्र सरकार और राज्य सरकार को चेतावनी दी है। इस मामले में लीगल कार्यवाही करने के साथ ही साथ इंडिया मार्ट वेबसाइट को बैन करने की मांग की है।