क्राइम
बिटकॉइन ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का लालच देकर शख्स से हुई 13 लाख की ठगी, तीसरी बार रुपयों की डिमांड पर खुला राज
भारत में क्रिप्टो करेंसी में निवेश का चलन तेजी से चला है। इसकी वजह बिटकॉइन से लेकर तमाम क्रिप्टो करेंसी में रातों रात भारी उठा पटक होना है। कभी 50 रुपये की कीमत वाली क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत आज लाखों में है। वहीं अब इसमें निवेश के नाम पर ठगी के भी मामले सामने आने लगे है।
साइबर अपराधी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के इच्छुक लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। जो निवेश इससे दूर रहते हैं। उन्हें यह ठग मैसेज, कॉल कर रातों रात अमीर बनने का लालच देकर ठगी का शिकार बना रहे हैं। क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन में निवेश के नाम पर पुणे से ठगी का मामला सामने आया है। जहां ठगों ने फर्मास्युटिकल कंपनी के प्रबंधक को मैसेज भेजकर क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग का लालच देकर 13 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित को इसका पता आरोपियों द्वारा 13 लाख रुपये देने के बाद भी तीसरी बार रुपयों की डिमांड करने पर लगा।
दरअसल यह पूरा मामला पुणे का है। यहां के निगडी पुलिस स्टेशन में एक फार्मास्युटिकल कंपनी प्रबंधक ने एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया कि कुछ दिन पहले उसे क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग कर भारी भरकम मुनाफा कमाने का लालच दिया गया। इसके लिए उसके मोबाइल पर एक मैसेज आया। मैसेज करने वाले अपना नाम वेनेसा और परिचय क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन ट्रेडिंग सहायक के रूप में कराया। उसने बताया कि वह लोग बिटकॉइन में निवेश कराकर भारी भरकम मुनाफा दिलाते हैं। साथ ही बदले में मात्र 20 प्रतिशत कमीशन लेते हैं।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के साथ ही ली पूरी डिटेल
पीड़ित ने बताया कि बिटकॉइन में ट्रेडिंग सहायक बताने वाले शख्स ने उनसे ऑनलाइन और ऑफलाइन एक फॉर्म देकर रजिस्ट्रेशन कराया। इसमें उनकी पूरी डिटेल ली गई। इतना ही नहीं पीड़ित को क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग के लिए लॉगइन आईडी भी दी गई। इसके साथ ही इंडियन करेंसी को अमेरिकी डॉलर में कनवर्ट कराया गया। शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने अगले कुछ हफ्तों तक ट्रेडिंग की।
ALSO READ: How to Report Cyber Crime in India : ऐसे करें साइबर क्राइम की Online FIR
इसमें उनका आभासी लाभ करीब 1 लाख 56 हजार अमेरिकी डॉलर यानि 1 करोड़ 23 लाख रुपये दिखाया। इस रुपये को निकालने के लिए पीड़ित ने दिलचस्पी दिखाई। इस पर आरोपी ने उनसे 20 प्रतिशत कमीशन के रूप में करीब 5.25 लाख रुपये का भुगतान करा लिया। इसके बाद मुनाफे पर 30 प्रतिशत भुगतान के लिए 7.37 लाख रुपये फिर से ट्रांसफर करा लिये गये।
तीसरी बार रुपयों की डिमांड करने पर हुआ शक
ठगों ने पीड़ित ने फिर से 5 लाख रुपये की डिमांड की। बार बार रुपयों मांगने को लेकर सवाल जवाब किये। इस पर शख्स का ट्रेडिंग अकाउंट ब्लॉक कर दिया गया। खुद के साथ ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने मामले की शिकायत पिंपरी चिंचवड़ पुलिस को दी। पुणे के निगड़ी पुलिस स्टेशन में पीड़ित की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस मामले में साइबर फ्रॉड और आईटी एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपियों का पता लगाने में जुटी है।
Follow The420.in on
Telegram | Facebook | Twitter | LinkedIn | Instagram | YouTube