क्राइम
आप भी हो सकते हैं सर्च इंजन पर हो रही जालसजी के शिकार! ऐसे रहे सावधान!
नोएडा : साल 2020 में कोरोना महामारी आने के बाद तो पूरी दुनिया का गुजर बसर इंटरनेट पर हो गया। ऐसे में आज के जमाने में इंटरनेट एक जरुरत बन चुका है। बच्चो की पढ़ाई से लेकर बैंकों और ऑफिसों तक, सब कुछ इसी पर आश्रित है। कुछ मुश्किल हुई नहीं कि लोग फौरन इंटरनेट पर समस्या का समाधान ढूंढने लगते हैं। हालांकि, इसका इस्तेमाल लोगों को ठगने के लिए भी हो रहा है। कोरोना काल में इंटरनेट के इस्तेमाल में वृद्धि हुई तो साइबर क्राइम की वारदातों में भी इजाफा देखा जा रहा है।
साइबर क्राइम बहुत तरीके के होते हैं। लेकिन जिससे लोग अक्सर ठगे जाते हैं उसमें सर्च इंजन सबसे अहम भूमिका निभाता है। जालसाज सर्च इंजनों पर अपना फोन नंबर और लिंक डाल देते हैं। इन नंबर को लोग असली कस्टमर केयर का नंबर समझ कर मदद के लिए इनपर कॉल करते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं।
नोएडा में कई लोगो हुए फ्रॉड के शिकार
रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले कुछ महीनों में नोएडा में कई लोगों ने इस तरह के फ्रॉड का शिकार होने की शिकायत दर्ज कराई है। नोएडा में रहने वाले करीब तीन लोगों को जालसाजों ने 50,000 का चूना लगाया है। पीड़ितों ने सर्च इंजन से या तो बैंकों के कस्टमर केयर पर कॉल किया था या फिर ऑनलाइन शॉपिंग साइटों के कस्टमर केयर को।
उत्तर प्रदेश पुलिस के साइबर अपराध अधीक्षक प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह के अनुसार हमें फर्जी कस्टमर केयर नंबर और गूगल सर्च फ्रॉड के कई मामले मिल रहे हैं। साइबर अपराधियों ने बैंक, वित्तीय संस्थानों, ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट और बड़े ब्रांडों के नकली ग्राहक सहायता नंबर बनाए हैं। जब भी आम लोग अपना नंबर सर्च करते हैं तो उन्हें फर्जी कस्टमर केयर नंबर मिल जाता है।
सिंह ने लोगों से अपील की कि अगर किसी को ऐसे फर्जी लिंक, वेबसाइट या संदेश मिलते हैं तो वे तुरंत उत्तर प्रदेश के साइबर अपराध की सूचना दें और इसे बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जनता को सलाह दी कि वे गूगल के ग्राहक सहायता नंबर की तलाश न करें बल्कि इसे उस ब्रांड की आधिकारिक वेबसाइट से प्राप्त करें जिसे वे ढूंढ रहे हैं।
फ्रॉड से कैसे बचा जा सकता है
अब सवाल यह उठता है कि ऐसे फ्रॉड से कैसे बचा जा सकता है? तो इसका जवाब है कि सर्च इंजन से मिले नंबरों से सावधान रहें! कभी भी सिर्फ सर्च इंजन से उठाये नंबर पर अपने अकाउंट या कार्ड की जानकारी ना दें। हमेशा कस्टमर केयर का नंबर ऑफिशियल वेबसाइट से ही लें।
कोई भी मान्य कस्टमर केयर अधिकारी आपसे आपके कार्ड की डिटेल, जैसे CVV या OTP नहीं मांगेगा। फोन या मेल पर भेजे गए किसी भी लिंक को बिना पूरी जानकारी के ना खोलें। यदि आप किसी साइबर क्राइम का शिकार हुए हैं तो उसकी शिकायत साइबर सेल में तत्काल दर्ज कराएं या डायल करे 155260.
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