क्राइम
ऑपरेशन आक्रमण के तहत हरियाणा पुलिस ने 70 हजार मोबाइल नंबर कराए ब्लॉक, साइबर क्राइम के 60 हॉटस्पॉट चिन्हित
हरियाणा पुलिस बढ़ रहे साइबर अपराध (Cyber Crime) को लेकर पिछले 11 महीने से साइबर क्रिमिनल के खिलाफ ऑपरेशन आक्रमण चल रही है। ऑपरेशन आक्रमण के तहत हरियाणा पुलिस ने पिछले 11 महीने के दौरान साइबर अपराध में संलिप्त व संदिग्ध 70 हजार मोबाइल नंबरों को Block कराया है। हरियाणा पुलिस का यह अभियान अभी लगातार चल रहा है और कई हजार संदिग्ध मोबाइल नंबर(Mobile Numbers) अभी पुलिस के रडार पर है।
साइबर क्राइम के 60 हॉटस्पॉट (Hotspot) चिन्हित
हरियाणा पुलिस ने पिछले 1 साल में साइबर क्राइम और साइबर क्रिमिनल्स के खिलाफ लगातार अभियान चलाया है और अलग-अलग तरीके से साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) करने वाले नंबरों व स्थान को शॉर्टलिस्ट किया है। इसी क्रम में हरियाणा पुलिस की तरफ से देश भर में साइबर क्राइम के साथ हॉटस्पॉट (Hotspot) क्षेत्र की पहचान की गई है। इन हॉटस्पॉट में साइबर क्राइम में शामिल मोबाइल नंबरों का डेटाबेस तैयार किया गया है और उन्हें संबंधित टेलीकॉम ऑपरेटरों(Telecom Operators) के साथ साझा किया गया है। हरियाणा के डीजीपी ने इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और साइबर क्राइम पर नकेल कसने के आदेश दिए।
ALSO READ: साइबर सुरक्षा की दिशा में हरियाणा पुलिस ने किया शानदार काम, बंद किए गए 55 लाख से अधिक फोन नंबर
दरअसल हरियाणा का मेवात और नूह का इलाका साइबर क्राइम को लेकर काफी सुर्खियों में रहता है और यहां से पूरे देश में साइबर फ्रॉड किया जाता रहा है। इस कारण हरियाणा पुलिस साइबर क्राइम को रोकने को लेकर जोरदार पहल कर रही है। दरअसल देश भर में हरियाणा के नूह मेवात से लेकर राजस्थान के अलवर और झारखंड के जामताड़ा से सबसे अधिक साइबर क्राइम की घटनाएं की जाती है और यहां बाकायदा लोगों को ट्रेनिंग भी दी जाती है। इससे पहले भी केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से साइबर क्राइम के हॉटस्पॉट पर विशेष निगरानी रखने के आदेश दिए गए थे और इस क्रम में कई राज्यों की पुलिस अधिकारियों की बैठक भी हुई थी। इसके साथ ही हरियाणा पुलिस की तरफ से गूगल पर उपलब्ध फर्जी हेल्पलाइन नंबरों के जरिए हो रही धोखाधड़ी से निपटने के लिए एक प्रभावी कार्य योजना तैयार की जा रही है।
पिछले वर्ष राजस्थान में बंद किए गए थे 7 लाख मोबाइल कनेक्शन
राजस्थान पुलिस ने साइबर क्राइम पर अंकुश लगाने के लिए वर्ष 2023 में सात लाख से अधिक मोबाइल कनेक्शन बंद कर दिए थे।इनमें 6.28 लाख कनेक्शन का काफी समय से इस्तेमाल नहीं हो रहा था। वहीं 60 हजार से अधिक एक्टिव मोबाइल से अलवर-भरतपुर के मेवात एरिया से देश व विदेश में ठगी हो रही थी। राजस्थान का मेवात इलाका साइबर अपराधियोंं की कर्मस्थली बन गई है। जामताड़ा के बाद अब मेवात क्षेत्र से लगातार साइबर फ्रॉड की घटनाएं हो रही है। इसके बाद पुलिस पे टेलीकॉम विभाग ने मिलकर मेवात क्षेत्र के पहाड़ी, जुहररा, नगर, सिकरी, खो, कैथवाड़ा, गोपालगढ़, थाना क्षेत्र में बड़ी संख्या में मोबाइल कनेक्शन बंद किए गए थे।