क्राइम
Noida: साइबर ठगों ने आठ महीने में 56 करोड़ रुपये उड़ाए, 80% से अधिक मामले इन्वेस्टमेंट फ्रॉड के
क्या आपको किसी नए टेलीग्राम या व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया है? ऑनलाइन काम या शेयर ट्रेडिंग में पैसे लगाने के लिए कहा गया है? सावधान रहें, क्योंकि आप साइबर धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं। गौतम बुद्ध नगर में, नोएडा पुलिस के आंकड़ों से पता चला है कि किस तरह से साइबर अपराधियों ने आठ महीनों में सैकड़ों लोगों को 56.16 करोड़ रुपये का चूना लगाया है।
अक्टूबर 2023 से इस साल जून के बीच सामने आए आठ प्रकार के धोखाधड़ी में से सबसे आम इन्वेस्टमेंट फ्रॉड है। इस तरह के ठगी के 80% से अधिक मामले सामने आए हैं। पुलिस के अनुसार अन्य धोखाधड़ी पार्ट टाइम नौकरी, मैरेज ऐप, सोशल इंजीनियरिंग फ्रॉड और जबरन वसूली और सेक्सटॉर्शन से जुड़े हैं।
गौतम बुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के अनुसार इस समय साइबर जालसाज नोएडा में रहने वाले पढ़े-लिखे लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। वे उन्हें टेलीग्राम और वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ते हैं और शेयर बाजार में निवेश करने या पैसे कमाने के लिए यूट्यूब वीडियो लाइक करने का लालच देते हैं।
लक्ष्मी सिंह ने बताया कि इस पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई कर रही है। स्कूलों, कॉलेजों और हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में लोगों को इस तरह की धोखाधड़ी के बारे में जागरूक करने के लिए अभियान भी चला रही है।
पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, 135 धोखाधड़ी के मामले इन्वेस्टमेंट से संबंधित हैं। 18 फेडएक्स धोखाधड़ी से, 18 ओटीपी फ्रॉड, 6 फर्जी सप्लायर से और 3 नौकरी धोखाधड़ी से संबंधित थे। इनके अलावा पिछले साल अक्टूबर से साइबर अपराध पुलिस स्टेशन में 24 अन्य साइबर धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए गए हैं।
इन मामलों में साइबर अपराधियों की कार्यप्रणाली लोगों को योजनाओं में निवेश करने के लिए लुभाने से लेकर,हाई रिटर्न के बहाने पार्ट-टाइम वर्क-फ्रॉम-होम में शामिल होने और ‘डिजिटल अरेस्ट’ के माध्यम से उन्हें अपने पैसे देने के लिए मजबूर करने तक की रही है।
अब तक पुलिस केवल 6.47 करोड़ रुपये या ठगी गई राशि का 11% ही फ्रीज कर पाई है। साइबर क्राइम पुलिस ने अब तक 19 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।