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Cyber Crime:  दुबई से चलाए जा रहे ठगी के रैकेट का भंडाफोड़, 500 लोगों को बनाया ठगी का शिकार

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Cyber Crime: दुबई से चलाए जा रहे ठगी के रैकेट का भंडाफोड़, 500 लोगों को बनाया ठगी का शिकार

दुबई (Dubai) से ऑनलाइन ट्रेडिंग (Online Trading) के नाम पर ऑपरेट हो रहे ठगी के बड़े रैकेट का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। ये ठगी टेलिग्राम लिंक के जरिए की जा रही थी। इस मामले में सेंट्रल जिला साइबर थाना पुलिस ने चार आरोपियों को धर दबोचा है। इनकी पहचान जयपुर निवासी 30 वर्षीय फरहान अंसारी, दिल्ली निवासी 26 वर्षीय संजय डबास, रोहिणी निवासी 38 वर्षीय पंकज वाधवा उर्फ सन्नी और वसंतकुंज निवासी 42 वर्षीय मनोज कुमार के रूप में हुई है। पुलिस का यह दावा है कि इस खेल का मास्टरमाइंड दुबई में कहीं है, जिसके लिंक चीन से जुड़े हुए हैं। ये गिरोह देशभर में अब तक 500 से ज्यादा लोगों को ठगी का शिकार बना चुका है।

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इस मामले में डीसीपी (सेंट्रल) संजय कुमार सैन ने बताया कि 28 फरवरी 2023 को एक महिला इंटरनेट पर Online Job सर्च कर रही थीं। इस दौरान एक उसके पास एक वॉट्सऐप मेसेज आया, जिसमें लिखा था कि हर लिंक को लाइक करने के बदले उसे 50 रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने लालच में आकर तीन लिंक पर क्लिक कर दिया, इसके बाद अपराधियों ने उनके खाते में 150 रुपये डाल दिए। दूसरी बार में क्लिक करने पर 200 रुपये और डाल दिए। अब उन्हें क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) में निवेश कर मुनाफे का लालच दिया। पहले महिला से 1000 रुपये का निवेश करने के लिए कहा। इसके बाद उनसे धीरे-धीरे कर 22 लाख रुपये ऐंठ लिए।

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मामले में एसआई दीपक कुमार, एसएचओ खेमेंद्र पाल सिंह, दीपक फोगाट, सिरमोहर, यएएसआई संजय कुमार सिंह, पंकज यादव, एचसी सतीश की पूरी टीम ने Bank Details और Call Details खंगाले। इससे यह सामने आया कि एक ही खाते में एक दिन के अंदर-अंदर एक करोड़ रुपये का ट्रांजैक्शन किया गया था। ये अकाउंट फेक दस्तावेजों और फेक कंपनियों यानी नकली कंपनियों के नाम पर थे। दस से अधिक खातों में नेताजी सुभाष प्लेस (NSP) का पता लिखा हुआ था। जब इस बारे में मकान मालिक से पूछताछ की गई तो पता चला कि संजय डबास उनका किराएदार था। इसे 16 अप्रैल को पुलिस ने पकड़ लिया था। फिर महिपालपुर से पुलिस ने फरहान अंसारी को धर दबोचा। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे दो साल पहले पंकज वाधवा से मिले थे। उसके कहने पर ही उन्होंने बैंक खाते खोले थे। उन्हें इसकी डिटेल पंकज व उसके पार्टनर भूपेश अरोड़ा को देने को कहा गया था, जिसका कनेक्शन Dubai से ऑपरेट हो रहे चीनी गिरोह से था।

आरोपी के पास से 5.50 लाख कैश बरामद

देशभर में भूपेश के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज होने पर वो मार्च 2022 को ही दुबई भाग गया। उसके बाद संजय डबास और फरहान दोनों भूपेश और उसके साथियों से मिलने अब तक तीन बार दुबई का सफर कर चुके हैं। पुलिस ने इस मामले में पंकज के साथ उसके साथी मोनू को भी गिरफ्तार कर लिया है। पंकज के पास के करीब 5.50 लाख रुपये Cash, जबकि 24 लाख रुपये बैंक खाते में Freaze कर दिए गए हैं। इसके अलावा 11 फोन, 15 SIM Card और एक Laptop रिकवर भी बरामद किया गया है। इसके 100 से अधिक बैंक खाते होने की भी जानकारी सामने आई है।

साइबर क्राइम से सुरक्षित रहने के लिए इन बातों का जरूर रखें ध्यान

* किसी भी YouTube वीडियो के Description या Comments में दिए गए लिंक पर क्लिक ना करें।

* यूट्यूब वीडियोज के जरिए कोई Software या App Download ना करें।

* ज्यादातर वीडियोज में Premiere Pro, Adobe Photoshop, Autodesk 3ds Max और AutoCAD जैसे सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है।

* हमेशा लाइसेंस्ड सॉफ्टवेयर का ही प्रयोग करें या फिर उनका ऑनलाइन इस्तेमाल करें

ठगी का शिकार होने पर क्या करें

साइबर क्राइम से निपटने के लिए गृह मंत्रालय द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। यदि आप साइबर ठगी का शिकार हो चुके हैं तो तुरंत 1930 डायल कर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। ये एक इमरजेंसी नंबर की तरह काम करेगा। इस पर शिकायत दर्ज कराने पर तुरंत एक्शन लिया जाता है।

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