क्राइम
मिर्जापुर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के खातों से 92 लाख रुपये की साइबर ठगी, बिहार के भागलपुर से आरोपी गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश की मिर्जापुर थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के खातों से 92 लाख रुपये की साइबर ठगी के मामले में साइबर सेल पुलिस ने बिहार के भागलपुर से आरोपी साकेत राज मिश्रा को गिरफ्तार किया है। इंस्पेक्टर श्याम बहादुर यादव के नेत़ृत्व में पहुंची मिर्जापुर की पांच सदस्यीय पुलिस टीम ने पीरपैंती के बाखरपुर पुलिस की मदद से बाखरपुर गांव से साकेत को गिरफ्तार कर सीधे कोर्ट पहुंची। अदालत ने 48 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर मिर्जापुर पुलिस को आरोपी को ले जाने की अनुमति दी। इसके बाग टीम आरोपी को लेकर सड़क मार्ग से मिर्जापुर के लिए रवाना हो गई।
मिर्जापुर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुड़े खातों से 92 लाख, दस हजार रुपये की साइबर ठगी की बात जब प्रारंभिक जांच सामने आई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सोनभद्र के अंतर्गत इन खातों का संचालन होता है। इनका पीएफएमएस पोर्टल के माध्यम से क्रियान्वयन होता है। बैंक समाधान विवरण बनाते समय जिला लेखा प्रबंधक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सोनभद्र तौहित आलम की तरफ से अवगत कराया गया कि 25 जनवरी 2021 के त्रैमास 2020-21 यानी अक्टूबर 2020 से दिसंबर 2020 तक बैंक समाधान विवरण तैयार करने के दौरान आरसीएच, एनसीडी फलैक्सी पुल, मिशन डीएचएस मुख्य खाते से कुछ लेन-देन फर्जी तरीके से किया गया है।
इसकी जानकारी मिलने पर जिला लेखा प्रबंधक ने पीएफएमएस पोर्टल और पीएफएमएस एडवाइस इश्यू रजिस्टर से मिलान कराया गया तो उक्त लेने-देन जिला लेखा प्रबंधक और वरीय सहायक के स्तर से नहीं किया गया था। यह चौंकाने वाली जानकारी थी जिसके बाद तत्काल इस घटना की सूचना जिला कार्यक्रम प्रबंधक और अद्योहस्ताक्षरी को दिया गया। अद्योहस्ताक्षरी के जरिये से भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा राबर्टसगंज जाकर समस्त खातों के लेनदेन को तत्काल प्रभाव से होल्ड पर करा दिया।
सोनभद्र के चार खातों से 92 लाख की हेराफेरी
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, सोनभद्र के चार खातों से 71 बार लेनदेन के जरिये 92 लाख, दस हजार रुपये अवांछित तरीके से डिजिटल हस्ताक्षर के जरिये उड़ाए गए। बैंका की तरफ से 63 लेनदेन में सतहत्तर लाख 60 हजार रुपये ट्रांसफर की गई।
सीएसपी का संचालक था साकेत
बाखरपुर निवासी आरोपी साकेत मिर्जापुर की साइबर सेल की तकनीकी तफ्तीश के क्रम में आरोपी के रूप में सामने आया। पुलिस के अनुसार सोनभद्र में चार खातों से निकाली गई राशि कहां भेजी गई इसकी जांच के क्रम में भागलपुर के पीरपैंती शेरमारी स्टेट बैंक शाखा से जुड़े सीएसपी सुंदरपुर में 35 लाख रुपये भेजे गए। उक्त सीएसपी का संचालक साकेत ही था। सीएसपी प्रदान करने वाली संजीवनी विकास फाउंडेशन के तकनीकी विशेषज्ञ ऋिषकांत गुप्ता से जांच के क्रम में खाते में साकेत का फिंगर प्रिंट लगा मिला। नियम के अनुसार प्रत्येक खाते में खाता धारक का फिंगर प्रिंट होना चाहिए था।
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