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उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह करेंगे ‘Cyber Safe Uttar Pradesh’ अभियान की शुरुआत !
22 अगस्त 2024 को फ्यूचर क्राइम रिसर्च फाउंडेशन (FCRF) के सहयोग से IIMT कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग सेंटर ऑफ एक्सीलेंस डिजिटल फोरेंसिक एंड इंसिडेंट रिस्पॉन्स (CoE-DFIR) के अत्याधुनिक केंद्र का उद्घाटन करेगा। IIMT लैडर बिजनेस फाउंडेशन के सहयोग वाला यह पहल भारत के साइबर सुरक्षा बुनियादी ढांचे और शिक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क III में IIMT ग्रुप ऑफ कॉलेज के पास IIMT लैडर बिजनेस फाउंडेशन प्लॉट नंबर 19-20 आयोजित किया जाएगा।
उद्घाटन और मुख्य अतिथि
उद्घाटन समारोह में उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह की उपस्थिति होगी। वह मुख्य अतिथि भी होंगे। इस कार्यक्रम में प्रशासन, शिक्षाविदों, शोध संस्थानों और कॉर्पोरेट क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों के शामिल होने की उम्मीद है।
CoE-DFIR की मुख्य बातें
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस डिजिटल फोरेंसिक और इंसिडेंस रिस्पॉन्स में अनुसंधान (research), प्रशिक्षण (training) और नवाचार (innovation) के लिए एक केंद्र बिंदु होगा। यह इस क्षेत्र में कुशल पेशेवरों की तत्काल आवश्यकता के बारे में बताएगा। इसके प्राथमिक उद्देश्य की नीचे विस्तार से जानकारी दी गई है।
ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर: CoE एक वैश्विक केंद्र के रूप में काम करेगा। यह डिजिटल फोरेंसिक और इंसिडेंट रिस्पॉन्स में अत्याधुनिक अनुसंधान, प्रशिक्षण कार्यक्रम और विशेषज्ञ परामर्श प्रदान करेगा।
व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम: ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के पाठ्यक्रम होंगे। इससे प्रतिभागियों को साइबर अपराध जांच, नेटवर्क फोरेंसिक, मैलवेयर फोरेंसिक, क्लाउड फोरेंसिक और अन्य क्षेत्रों में आवश्यक कौशल विकसित करने का मौका मिलेगा। ये पाठ्यक्रम कानून एजेंसियों, कॉर्पोरेट पेशेवरों और छात्रों के लिए डिजाइन किए गए हैं।
अत्याधुनिक DFIR लैब: सीओई (CoE) में नवीनतम फोरेंसिक उपकरणों और प्रौद्योगिकियों से सुसज्जित 100 सीटों वाली उन्नत डीएफआईआर लैब होगी। यह लैब ओपन सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT), ई-डिस्कवरी और मैलवेयर विश्लेषण जैसे प्रमुख क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान करेगी।
नए साइबर फोरेंसिक उपकरणों का प्रदर्शन: उद्घाटन के दौरान, नवीनतम साइबर फोरेंसिक उपकरण और प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया जाएगा, जो डिजिटल फोरेंसिक के मामले में सीओई (CoE) की अग्रणी भूमिका निभाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
साइबर सुरक्षित उत्तर प्रदेश पहल (Cyber Safe Uttar Pradesh)
सीओई-डीएफआईआर के उद्घाटन के साथ ही एफसीआरएफ ‘साइबर सुरक्षित उत्तर प्रदेश’ पहल भी शुरू करेगा। यह कार्यक्रम पूरे राज्य में साइबर सुरक्षा जागरूकता और क्षमता निर्माण के लिए समर्पित है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि लोग और संगठन उभरते डिजिटल खतरों से निपटने के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं। यह पहल शिक्षा, प्रशिक्षण और सार्वजनिक पहुंच के माध्यम से साइबर सुरक्षित भारत बनाने के एफसीआरएफ के व्यापक मिशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
सर्टिफिकेट सेरेमनी
इस कार्यक्रम के दौरान पिछले दो महीनों में डीएफआईआर इंटर्नशिप कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले प्रशिक्षुओं के लिए एक सर्टिफिकेट सेरेमनी आयोजित किया जाएगा। डिजिटल फोरेंसिक एंड इंसिडेंट मैनेजमेंट में उन्नत कौशल से प्रतिभागियों को लैस करने के लिए डिजाइन किए गए इस कार्यक्रम ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों पाठ्यक्रमों के माध्यम से अमूल्य अनुभव प्रदान किया है। सर्टिफिकेट सेरेमनी से इन प्रशिक्षुओं की कड़ी मेहनत और उपलब्धियों को मान्यता मिलेगी। साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में योगदान देने के लिए उनकी तत्परता बताएगा।
नेतृत्व और मार्गदर्शन
सीओई-डीएफआईआर को पूर्व आईपीएस अधिकारी प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह के विशेषज्ञ मार्गदर्शन में चलाया जाएगा। उनके पास साइबर अपराध और डिजिटल फोरेंसिक में व्यापक अनुभव और विशेषज्ञता है। एफसीआरएफ के मुख्य संरक्षक के रूप में प्रोफेसर सिंह केंद्र में प्रशिक्षण और अनुसंधान गतिविधियों की देखरेख करेंगे। वह यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रतिभागियों को डिजिटल फोरेंसिक जांच को संभालने में विश्व स्तरीय शिक्षा और व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हो।
प्रमुख चुनौतियों का समाधान
CoE-DFIR की स्थापना भारत में प्रशिक्षित डिजिटल फोरेंसिक पेशेवरों की महत्वपूर्ण कमी को संबोधित करती है। विशेष रूप से कॉर्पोरेट और सार्वजनिक क्षेत्रों में। यह साइबर सुरक्षा की नवीनतम चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का भी प्रयास करता है। साइबर अपराध से निपटने में डिजिटल फोरेंसिक की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देता है।
आप भी हिस्सा लें
उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने या CoE-DFIR और साइबर सुरक्षित उत्तर प्रदेश पहल के बारे में अधिक जानने के इच्छुक व्यक्ति और संगठन research@futurecrime.org पर आयोजकों से संपर्क कर सकते हैं या उनसे +91-9068468736 पर संपर्क कर सकते हैं।
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