क्राइम
साइबर ठगी के अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़ा बीएससी का छात्र गिरफ्तार, बचने के लिए बार-बार बदल रहा था पता
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लंबे समय से फरार चल रहे साइबर ठगी के अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़े बीएससी के छात्र को रोहतक पुलिस की इकोनॉमिक सेल ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए बार-बार अपने पते बदले, लेकिन आखिरकार मंगलवार को उसे दिल्ली के ज्योति नगर इलाके से शिकंजे में ले लिया गया। खास बात यह है कि आरोपी से पूछताछ के बाद इस गिरोह से जुड़ी परतें सामने आ जाएगी। अब उसको रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
कंसाला गांव निवासी युवक के खाते से पैसे निकाले जाने के मामले की जांच रोहतक पुलिस की इकोनॉमिक सेल के जांच अधिकारी दिनेश कुमार कर रहे हैं। जांच के बाद इस मामले में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के बहादुरपुर गांव निवासी गौरव कुमार मिश्रा, उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के सिमलधार गांव निवासी नवीन चंद्र रावत, कानपुर के रहने वाले जफर मंसूरी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
मामले में यूपी के कासगंज जिले के अडुपुर गांव निवासी बीएएसी का छात्र मोहित भी जांच के दायरे में आया था, जो दिल्ली में रहता था और उसके खाते में चार माह के अंदर करीब 38 लाख रुपये की ट्रांजक्शन हुई थी। जांच अधिकारी दिनेश कुमार ने अपनी टीम के साथ मंगलवार को दिल्ली के कई इलाकों में दबिश दी, जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी को बुधवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। वह मूलरूप से उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के अडुपुर गांव का रहने वाला है, जिसने दिल्ली के करोल बाग स्थित बैंक में तारा भवन चंद्र विहार मंडावली दिल्ली का पता दे रखा था। लेकिन आरोपी कभी भी वहां पर नहीं रहा। इसके अलावा आरोपी ने रोहतक कोर्ट में जो अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी उसमें लोनी के अशोक विहार का पता लिखा गया था।
आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए दिल्ली की राजपुरी कालोनी का भी पता दिया था। आरोपी की तरफ से दो बार अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, लेकिन कोर्ट ने खारिज कर दी थी।