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क्राइम

फर्जी Website और Software के माध्यम से आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का UP STF ने किया पर्दाफाश, Mastermind कानपुर से गिरफ्तार

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फर्जी Website और Software के माध्यम से आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का UP STF ने किया पर्दाफाश, Mastermind कानपुर से गिरफ्तार

UP STF ने फर्जी Website और Software के माध्यम से फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है और इस गिरोह के Mastermind को कानपुर से गिरफ्तार कर लिया है।

UP STF की टीम ने गिरफ्तार आरोपी के पास से भारी मात्रा में फर्जी आधार कार्ड निर्वाचन कार्ड समेत अन्य Device बरामद किया है। गिरफ्तार आरोपी आधार कार्ड बनाने के Software को बाईपास कर फर्जी आधार कार्ड बनाता था।

ऐसे  हुई Mastermind की गिरफ्तारी

UP STF के प्रभारी SSP विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से Software के माध्यम से फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले और आधार कार्ड में संशोधन कर ठगी करने वाले एक संगठित Gang के Active होने की जानकारी मिली थी।

इसके बाद STF की टीम ने जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि  यह गिरोह कानपुर के बर्रा क्षेत्र में सक्रिय है। इसके बाद STF की टीम ने दबिश देकर एक संगठित गिरोह के Mastermind अनिल कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया।

Software Company की आड़ में करता था Cyber Fraud

पूछताछ मे गिरोह के Mastermind अनिल कुमार गौतम ने बताया कि वर्ष 2021 में उसने  GDG India Software Solutions Pvt Ltd नाम की कम्पनी खोली थी। इस कंपनी की आड़ में https://adharucl.tech/as/login व  https://www.bsaver.online/ aadhaarnputSetup.exe  के माध्यम से फर्जी तरीके से आधार कार्ड बनाया जाता था। जबकि www.uidai.gov.in  आधार विभाग की आधिकारिक वेबसाइट है। https://adharucl.tech/as/login व  https://www.bsaver.online/ aadhaarnputSetup.exe   वेबसाइट व साफ्टवेयर अमन उर्फ संदीप उर्फ हिमांशू निवासी लखनऊ एवं गुलाम बोस उर्फ पीयूष निवासी झारखण्ड द्वारा उपलब्ध करायी  गई थी। इस Website के माध्यम से फर्जी व कूटरचित आधार कार्ड बनाने व संशोधन करने का का काम Laptop से किया जाता था।

20 से 30 हजार में बेचता था  Software

STF के मुताबिक गिरफ्तार Mastermind इस Software और Fake Website को भी पैसे कमाने का जरिया बना रखा था। STF की जांच में पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी 20 से 30 हजार रुपए में Software बेचता था और फर्जीवाड़े की जानकारी शेयर करता था। अब तक की जांच में पता चला है कि Website व Software  बेतिया बिहार निवासी हिमांशु राज पांडे, किशनगंज बिहार निवासी गुफरान जावेद, मधुबनी बिहार निवासी गुलाब पासवान, पश्चिम चंपारण निवासी सोनू कुमार, लखनऊ निवासी सत्य प्रकाश सिसोदिया, नोएडा निवासी राहुल कुमार उन्नाव निवासी नरेंद्र कुमार समेत 1 दर्जन से अधिक लोगों को यह सॉफ्टवेयर भेजा गया है। इसके बाद Anydesk के माध्यम से कंप्यूटर और लैपटॉप को Remote Access पर लेकर सॉफ्टवेयर को Link के माध्यम से इंस्टॉल करते थे।

गिरोह के अन्य सदस्यों की गतिविधियों व उनके द्वारा फर्जी तरीके से बनाये गये आधार कार्ड के सम्बन्ध में UIDAI से जानकारी प्राप्त कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। बरामद इलेक्ट्रानिक उपकरणों का फारेंसिक परीक्षण कराया जायेगा।

गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ कानपुर कमिश्नरेट के बर्रा थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

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