क्राइम
उत्तर प्रदेश: साइबर ठगी के शिकार 217 लोगों को वापस मिले करीब 47.5 लाख रुपये, तुरंत करें 1930 पर कॉल, हो सकता है पैसा रिकवर
देश में तेजी से बढ़ते साइबर ठगी के मामलों के मद्देनजर हर थाने में साइबर सेल की सुविधा दी जा रही है। पुलिस भी लोगों को बार-बार साइबर अपराध से जुड़ी घटनाओं को लेकर चेताती रहती है। फिर भी लोग ठगी के शिकार हो जाते हैं। हालांकि, अगर पुलिस की एडवाइजरी का पालन किया जाए तो साइबर ठगी से बचा जा सकता है।
इसी बीच में उत्तर प्रदेश पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि एक पीड़ित से 10 लाख रुपये अपराधों ने ठगी कर ली थी। शिकायत मिलने के बाद लखनऊ पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और 10 लाख रुपये रिकवर करा लिया। इसी तरह से जून 2021 से अबतक 217 व्यक्तियों की शिकायत मुजफ्फरनगर साइबर सेल में मिली थी। इसके बाद पुलिस समय-समय पर कार्रवाई करते हुए 47,47,346 रुपये ऑनलाइन ठगों से रिकवर कराया है।
यूपी पुलिस ने यह जानकारी माइक्रो ब्लॉगर साइट ट्विटर (Micro Blogging website Twitter) पर दी है। साथ ही पुलिस ने यह भी जानकारी दी है कि अगर कोई ऑनलाइन ठगी का शिकार हो जाता है तो उसके पैसे कैसे वापस हो सकते हैं और उसे तुरंत क्या करना होगा।
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खाते से पैसे धोखे से निकाले जाएं तो क्या करें
उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार, खाते से धोखाधड़ी से पैसा निकलने पर तुरंत 1930 पर कॉल करें। इस नंबर पर शिकायत जारी होते ही तुरंत की साइबर सेल द्वारा कार्रवाई शुरू कर दी जाती है। इन नंबर के तहत, खाते से पैसे निकालने, एटीएम बदलकर पैसे निकालने, फोन कर ओटीपी लेकर पैसे निकालने और अन्य माध्यम से पैसे निकलने की स्थिति में तुरंत सुनवाई होती है।
डेढ़ से दो घंटे में थाने पहुंचकर दर्ज कराएं शिकायत
टोल नंबर पर शिकायत दर्ज कराने के बाद पीड़ित को वारदात के डेढ़ से दो घंटे में संबंधित थाने पर पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज करानी चाहिए। अब हर थाने में साइबर अपराध रोकने से जुड़े कुछ पुलिसकर्मी भी तैनात किए हैं। शीघ्र शिकायत मिलने पर पुलिसकर्मी अपने सिस्टम के माध्यम से ठगी कर निकाली गई रकम को वापस रिकवर करने में जुट जाते हैं।
कैसे रहें सतर्क
ठगी होने से पहले ही लोगों को सतर्क हो जाना चाहिए। इसके लिए कुछ विशेष सावधानियां लोगों को बरतनी चाहिए। किसी भी अनजान व्यक्ति से अपना खाता संख्या, आधार नंबर, एटीएम पिन नंबर, सीवीवी नंबर और ओटीपी शेयर नहीं करना चाहिए।
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