क्राइम
आधार कार्ड की प्रति हथियाकर साइबर ठगी करने के मामले में छह जालसाज गिरफ्तार
आधार कार्ड की प्रति हथियाकर साइबर ठगी का नया तरीका सामने आया है। पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने फर्जी तरीके से दूसरों का क्रेडिट कार्ड बनाकर पैसे निकालने वाले छह जालसाजों को बुधवार को उत्तर प्रदेश के चंदौली में विकास भवन के पास से गिरफ्तार कर लिया। पीड़ितों को अपने साथ ठगी की जानकारी तब हुई जब उन्हें क्रेडिट कार्ड प्रदाता की ओर से रिकवरी नोटिस भेजी गई। साइबर ठग सिम कार्ड की दुकानों, जनसेवा केंद्रों से लोगों के आधार व पैन कार्ड की फोटो कापी ले लेते थे। उसके जरिये धनी फाइनेंस कंपनी के एप्लिकेशन पर आनलाइन आवेदन कर उस व्यक्ति के नाम 10-10 हजार रुपये के क्रेडिट कार्ड बनवाते थे।
खाते में पैसा क्रेडिट होते ही आधार नंबर के जरिये इसकी जानकारी प्राप्त करके यूपीआइ (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) के माध्यम से पैसा अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते थे। एएसपी आपरेशन सुखराम भारती ने बताया कि वाराणसी के लंका थाना के सुसवाही के सत्संग बिहार कालोनी निवासी दिलीप कुमार सिंह इस खेल का मास्टर माइंड है।
इसके अलावा महामनापुर का धीरज कुमार, चंदौली के सकलडीहा कोतवाली के विशुनपुर कला अवाजापुर गांव का नारायण कुशवाहा हाल पता ए-36/307 केएचए, राजघाट वाराणसी, बलुआ के कैथी गुरेरा निवासी राहुल सिंह, भदोही के औराई थाना के पुरुषोत्तमपुर निवासी अजीत कुमार मौर्या और बिहार के भभुआ जिले के चैनपुर थाना के रमौली का रहने वाला वाले प्रांजल पांडेय है।
पकड़े गए ठगों के पास से 94 हजार नकद, 20 मोबाइल, 13 बैंक पासबुक, 16 चेक बुक, 10 पैन कार्ड, 35 सिम कार्ड, 42 रुपे कार्ड, 36 आधार कार्ड, दो बाइक, एक चार पहिया वाहन बरामद किया गया। इन सभी के बैंक खातों में करीब 20 लाख रुपये जमा हैं जिन्हें ब्लाक करने के लिए बैंकों को कहा जाएगा। प्राथमिक जांच में करीब 45 से 50 लोगों के ठगी का शिकार होने की जानकारी मिली है।
Follow The420.in on
Telegram | Facebook | Twitter | LinkedIn | Instagram | YouTube