क्राइम
भारत में बैन होने के बाद भी खेल जा रहा PUBG गेम? युवा अपना रहे ये ट्रिक

भारत में पबजी (PUBG) गेम प्रतिबंधित है। इसके बावजूद शौकीनों ने इसका तोड़ निकाल लिया है। वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन – VPN) का इस्तेमाल करके इस गेम में खोए रहते हैं। इतना ही नहीं, पबजी जैसे तमाम गेम भी चलन में हैं।
मथुरा में शनिवार को दो किशोर भी पबजी जैसे किसी गेम को खेलते-खेलते ट्रेन की चपेट में आ गए थे। भारत में युवाओं का पबजी के एडिक्शन के मामले बढ़ते जा रहे थे। इसके कारण कई बच्चों और युवाओं की जान तक चली गईं।
केंद्र सरकार ने सितंबर 2020 में पबजी समेत 118 चाइनीज एप को प्रतिबंधित कर दिया। अब शौकीनों ने पबजी खेलने को नया तरीका खोज लिया है। साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट के अनुसार युवा वीपीएन का इस्तेमाल करके अपने मोबाइल फोन की इंटरनेट एक्सिस की लोकेशन चेंज कर लेते हैं। वीपीएन सर्विस लोकेशन चेंज करने के साथ ही मोबाइल नेटवर्क पर एक्सट्रा लेयर लगा देती है। इसके माध्यम से यूजर जिस देश की लोकेशन दिखाना चाहता है, दिखा सकता है। इसलिए ऐसे देशों की लोकेशन वीपीएन के माध्यम से दिखाई जाती है, जहां पबजी पर प्रतिबंध नहीं है। इस प्रक्रिया को प्राक्सी कहते हैं।
प्राक्सी करने के बाद युवा आसानी से पबजी खेलते हैं। क्योंकि इससे यूजर की स्पष्ट पहचान नहीं हो पाती है। आजकल युवा इसीलिए वीपीएन का इस्तेमाल करके पबजी खेल रहे हैं।पबजी के अन्य विकल्प भी रक्षित टंडन बताते हैं कि पबजी के दूसरे विकल्प भी आभासी दुनिया में आ गए हैं। बेटल ग्राउंड मोबाइल, फ्री फायर और काल आफ ड्यूटी भी इसी तरह के गेम हैं। इनमें भी प्रतिभागियों को टास्क दिए जाते हैं।
पुष्टि नहीं हो पाई कि गेम कौन सा था
मथुरा में शनिवार को दो किशोरों के शव रेलवे ट्रैक पर मिले थे। मौके पर पुलिस को मिले दो में से एक मोबाइल फोन पर गेम आन था। एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने बताया कि गेम कौन सा था, ये पुष्टि नहीं हो पाई है, क्योंकि मोबाइल बाद में स्वत: लाक हो गया था।
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