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क्राइम

अभिनेता सोनू सूद के नाम पर ठगी करने वाला शख्स गिरफ्तार, मदद के नाम पर लोगों से करता था ठगी

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लोगों को अपने चंगुल में फंसाने के लिए साइबर ठग रोज नए-नए तरीके अपना रहे हैं। अपराधी इतने शातिर हैं कि इसके बारे पता चलने से पहले वे सैंकड़ों लोगों को कंगाल कर चुके होते हैं। जब तक हम इसे लेकर सतर्क होते हैं, तब तक वे एक नया तरीका अपना लेते हैं। ठगों का हौसला इतना बुलंद है कि आम आदमी तो आम आदमी नामचीन लोग भी उनके जद में आ जाते हैं। ताजा मामला फिल्म अभिनेता सोनू सूद से जुड़ा है। यह एक्टर कोरोना काल में परेशान, गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए मसीहा बनकर उभरा। लोग अक्सर उनसे मदद की गुहार लगाते रहते हैं। इसी का फायदा उठाकर साइबर ठगों ने उनके नाम पर लोगों को ठगना शुरू कर दिया है।

तेलंगाना की साइबराबाद पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसने सोनू सूद के नाम से मदद का वादा करके तेलंगाना के एक व्यक्ति को कथित रूप से ठगा है। आरोपी बिहार के मुजफ्फरपुर के 23 वर्षीय आशीष कुमार सिंह शनिवार को गिरफ्तार हुआ। पुलिस के अनुसार आरोपी ने ट्वीटर पर खुद को सोनू सूद का सलाहकार बता रखा है।

शिकायतकर्ता ने तीन मार्च को पुलिस में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके अनुसार उसने बताया कि वह अपने राज्य तेलंगाना में कुछ जरूरतमंद लोगों की मदद करना चाहता था। उसे पता चला की सोनू सूद भी लोगों की मदद करते हैं। ऐसे में उसने उनकी चैरिटी कंपनी के नंबर का पता लगाना शुरू किया। एक दिन उसे एक नंबर मिला जिस पर उसने कॉल किया।

खुद को सोनू सूद की चैरिटी कंपनी का सलाहकार बताया

शिकायतकर्ता के अनुसार फोन उठाने वाले शख्स ने खुद को सोनू सूद की चैरिटी कंपनी का सलाहकार बताया। उसने तेलंगाना के व्यक्ति को मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि सूद 50 हजार रुपये तक का दान देंगे, लेकिन इसके बदले उन्हें पंजीकरण शुल्क कराना होगा और इसके लिए 8 हजार 300 रुपये देने होंगे। आरोपी ने इसके कुछ दिन बाद फोन करके कहा कि सोनू ने मदद के लिए 3 लाख 60 हजार रुपये की सहायता देने का फैसला किया है, लेकिन इसके रजिस्ट्रेशन के लिए 60 हजार रुपये देना होगा।

कैसे करता ठगी

फोन पर इतनी बड़ी रकम सुनते ही शिकायतकर्ता को धोखाधड़ी का शक हुआ। आरोपी की मांग लगातार बढ़ती ही जा रही थी। ऐसे में उसने पुलिस में इसकी शिकायत की। पुलिस के अनुसार लोगों के आरोपी से मदद के लिए संपर्क करने पर वह उन्हें अपना नाम पंकज सिंह भदौरिया बताता था। यही नहीं, वह लोगों को इसी नाम से फर्जी पहचान पत्र भी भेजता था और लोगों को अपने विश्वास में लेता था इसके बाद लोग उसके द्वारा मांगी गई रकम भेज देते थे। आरोपी उन्हें आश्वस्त करता था कि उन्हें मदद मिलेगी और उनके पैसे वापस कर दिए जाएंगे।

सोनू सूद ने प्रतिक्रिया दी

मामले में सोनू सूद ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि उनके नाम पर ठगी करने वाले लोग ऐसा करना बंद कर दें, वरना वे जल्द जेल में होंगे। साथ ही उन्होंने साइबर और तेलंगाना पुलिस की तारीफ की है।